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Olympic Games Tokyo 2020: टोक्यो ओलंपिक में इन भारतीय खिलाड़ियों ने बढ़ाई शान, रचा है नया इतिहास

Olympic Games Tokyo 2020: टोक्यो ओलंपिक गेम्स में भारत अब तक दो मेडल हासिल कर चुका है। ओलंपिक में भारत को पहला मेडल वेट लिफ्टिंग में मिला था।

Chitra Singh
Written By Chitra Singh
Published on: 2 Aug 2021 1:53 PM IST (Updated on: 2 Aug 2021 1:54 PM IST)
Tokyo Olympics
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टोक्यो ओलंपिक (डिजाइन फोटो- न्यूजट्रैक)

Olympic Games Tokyo 2020: टोक्यो ओलंपिक गेम्स (Olympic Games Tokyo 2020) में भारत अब तक दो मेडल हासिल कर चुका है। ओलंपिक में भारत को पहला मेडल वेट लिफ्टिंग में मिला था, जिसमें मीराबाई चानू ने स्नैच में 87 किलोग्राम का भार उठाकर सिल्वर मेडल पर अपना नाम दर्ज किया था। वहीं ओलंपिक के 10वें दिन शलटर स्टार पीवी सिंधु ने चीन की बिंग जियाओ को 21-13, 21-15 से करारी शिकस्त ब्रॉन्ज मेडल हासिल की। इन खिलाड़ियों के अलावा कुछ खिलाड़ी हैं, जो इस ओलंपिक में हार कर भी भारत की शान बढ़ाई है। तो चलिए बताते है कि वे खिलाड़ी कौन-कौन से है...

साइखोम मीराबाई चानू (Saikhom Mirabai Chanu)

टोक्यो ओलंपिक में भारत की पहली शान बढ़ाने वाली खिलाड़ी साइखोम मीराबाई चानू (Saikhom Mirabai Chanu) थी। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में वेट लिफ्टिंग में 49 किलोग्राम का भार उठाकर रजत पदक हासिल किया। मीरा की इस जीत के बाद पूरा भारत झूम उठा था। वहीं टोक्यो से वापसी करने के बाद मीराबाई चानू और उनके कोच विजय शर्मा की जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और किरेन रिजिजू से भी मुलाकात की। वहीं पूरा देश इस भारत की बेटी के खेल की खूब सराहना कर रहा है।

भवानी देवी (C. A. Bhavani Devi)

टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) के चौथे दिन भारत की भवानी देवी ने फेंसिंग (Fencing) यानी तलवारबाजी में हार कर भी एक नया इतिहास रच दिया। इस बार भारत ओलंपिक में पहली बार तलवारबाजी में हिस्सा लिया था। तलवारबाजी के मुकाबले में भारत की तरफ से सी.ए. भवानी देवी (C. A. Bhavani Devi) ने इस मुकाबले में हिस्सा लिया, जिसमें वे पहले मैच में ट्यूनीशिया के नादिया बेन अज़ीज़िक (Nadia Ben Azizi) को 15-3 से मात देकर राउंड 32 में पहुंची हुई थी। वहीं दूसरे मैच मे कड़ी मशक्कत के बाद फ्रांस की मानोन ब्रुनेटा (Manon Brunet) ने भवानी को 15-7 से मात दे दी। इस हार के बाद भवानी काफी हतास हो गई थी और इस हार के लिए पूरे देश माफी मांगी थी।

लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain)

भारत की शान बढ़ाने वाली अगली खिलाड़ी लवलीना बोरगोहेन है। लवलीना ने ताइवान की चेन निएन-चिन के खिलाफ मुकाबला जीतकर सेमी फाइनल में पहुंच चुकी है। सेमी फाइनल में उनका सामना तुर्की की बुसेनज़ सुरमेनेलिक (Busenaz Sürmeneli) से होगा। यह मुकाबला 4 अगस्त को होगा। लवलीना ने जैसे अब तक ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते चली आ रही हैं, उसे देखकर भारतीयों के दिलों में एक और मेडल मिलने की उम्मीद बनी हुई है।

अविनाश साबले (Avinash Sable)

टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) की 3000 मीटर स्टीपलचेज प्रतियोगिता में भारत के अविनाश साबले (Avinash Sable) ने हारकर भी एक नया रिकॉर्ड बनाया है। 26 साल के अविनाश साबले ने स्टीपलचेज प्रतियोगिता में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने ओलंपिक में अपने स्टीपलचेज के दूसरे हीट में 8:18.12 समय में पूरा किया और खुद के फेडरेशन कप में बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया। हालांकि वे फाइनल में नहीं पहुंच पाए, लेकिन उन्होंने नेशनल लेवल पर एक नया रिकॉर्ड अपने कर लिया है।

कमलप्रीत कौर (Kamalpreet Kaur)

टोक्यो ओलंपिक के 9वें दिन (Tokyo Olympics Day 9) एक नया नामम उभर के सामने आया, वो नाम है- कमलप्रीत कौर। भारत की एथ्लीट खिलाड़ी कमलप्रीत कौर (Kamalpreet Kaur) ने डिस्कस थ्रो (Athletics Discus throw) में शानदार प्रदर्शन करके सभी भारतीयों का दिल जीत लिया है। उन्होंने ओलंपिक में 64 मीटर का थ्रो करके साल 2012 में कृष्णा पूनिया के द्वारा बनाए गए 64.76 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस मुकाबले के बाद वे सीधे फाइनल में पहुंच गई।

अतनु दास (Atanu Das)

ओलंपिक में एक और भारतीय खिलाड़ी का नाम चर्चा में रहा। इस खिलाड़ी का नाम है- अतनु दास। अतनु ने तीरंदाजी के प्री क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे, जिसमें वे जापान (Japan) के ताकाहारू फुरूकावा (Takaharu Furukawa) से 6-4 से हार गए। इस हार के बाद अतनु भी काफी दुखी थे, जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से सभी देशवासियों से माफी मांगी। अतनु का ओलंपिक का सफर काफी अच्छा था। पूरे देश को अतनु से मेडल उम्मीद थी, हालांकि ये उम्मीद पूरी न हो सकी।

वंदना कटारिया (Vandana Katariya)

इस बार टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने गजब का मुकाबला खेला है। हालांकि शुरुआती खेल में उन्होंने हार का सामना करना पड़ा, लेकिन टीम ने कड़ी मेहनत करते हुए सेमी फाइनल तक पहुंच गई है। इस मुकाबले के बीच भारतीय महिला हॉकी टीम में एक नाम काफी ट्रेंड करता रहा और वो नाम है- वंदना कटारिया (Vandana Katariya)। 31 जुलाई को साउथ अफ्रीका के खिलाफ वंदना कटारिया ने लगातार तीन गोल किए थे, जिसके बाद पूरा देश हैट्रिक गर्ल वंदना कटारिया के नाम से पुकारने लगा। इस मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम ने साउथ अफ्रीका को 4-3 से मात दी थी।

पीवी सिंधु (P. V. Sindhu)

टोक्यो ओलंपिक के 9वें दिन (Tokyo Olympics Day 9) भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने शानदार प्रदर्शन के दम पर कांस्य पदक जीता। रविवार (1 अगस्त) को ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में उन्होंने वर्ल्ड नंबर-9 चीन की हे बिंग जियाओ को हराकर यह पदक अपने नाम कर लिया और इतिहास रच दिया। वही पीवी सिंधु देश को मेडल दिलाने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गई।



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