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आज ही के दिन, 15 साल पहले दुनिया ने देखी थी एमएस धोनी की चालाकी, Bowl Out में पाकिस्तान हुआ था पस्त
T20 World CUP 2007: पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में खेला गया था। उस टी-20 विश्वकप में भारत ने पाकिस्तान को हराकर टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब पहली बार अपने नाम किया था। सचिन, गांगुली और तमाम बड़े स्टार के बिना पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का भारत का सफर आसान नहीं रहा था।
T20 World CUP 2007: अगले महीने से टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत होने वाली है। इस बार टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में किया जा रहा है। पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में खेला गया था। उस टी-20 विश्वकप में भारत ने पाकिस्तान को हराकर टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब पहली बार अपने नाम किया था। सचिन, गांगुली और तमाम बड़े स्टार के बिना पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का भारत का सफर आसान नहीं रहा था। टीम की कमान युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी को सौंपी गई थी। विश्वकप का पहला ही मैच उनकी कप्तानी का भी पहला मुकाबला था। लेकिन पूरे टूर्नामेंट में धोनी ने अपनी कप्तानी से क्रिकेट एक्सपर्ट्स को भी हैरान कर दिया था।
पाकिस्तान के खिलाफ था पहला मुकाबला:
बता दें भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ 14 सितंबर के दिन ही की थी। वैसे टीम इंडिया का पहला मुकाबला 13 सितंबर को स्कॉटलैंड के खिलाफ होने वाला था, लेकिन बारिश के कारण वो मैच शुरू ही नहीं हो पाया। लेकिन उसके अगले ही दिन भारत-पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्ड कप का सबसे रोमांचक मैच खेला गया। दोनों टीमों के बीच वह मुकाबला टाई हो गया। जिसके बाद मैच का नतीजा Bowl Out के जरिए निकाला गया। जिसमें भारत ने शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया था। उसके बाद फिर फाइनल में भी भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया।
रोबिन उथप्पा ने बचाई थी बल्लेबाज़ों की लाज:
बता दें उस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाज़ी की। लेकिन पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ों के आगे भारत का टॉप ऑर्डर कुछ ही देर में बिखर गया था। टीम इंडिया ने पहले 7 ओवर में ही सिर्फ 36 रनों पर 4 विकेट गंवा दिए। टीम इंडिया बेहद संकट में आ गई। जिसके बाद रोबिन उथप्पा ने तेज़ तर्रार 50 रनों की पारी खेली। उथप्पा के आउट होने के बाद कप्तान धोनी ने मोर्चा संभाला। धोनी ने इस मैच में 33 रनों की पारी खेलकर टीम के स्कोर को 140 रनों के पार पहुंचा दिया था। पाकिस्तान की तरफ से तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद आसिफ ने 4 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर 4 महत्वपूर्ण विकेट लिए। उसके अलावा शाहिद अफरीदी भी दो विकेट हासिल करने में कामयाब हुए।
मिस्बाह-उल-हक़ की तूफानी पारी:
भारत के 142 रनों का पीछा करते समय पाकिस्तान ने भी अपने शुरूआती विकेट जल्दी गंवा दिए। लेकिन उसके बाद टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज़ मिस्बाह-उल-हक़ ने तूफानी पारी खेलकर मैच का पासा ही पलट दिया था। मिस्बाह ने सिर्फ 35 गेंदों पर 7 चौके और एक छक्के की मदद 53 रनों की पारी खेली। लेकिन मैच की अंतिम गेंद पर जब पाकिस्तान को जीत के लिए एक रन की जरुरत थी तब मिस्बाह रन आउट हो गए। इससे दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला टाई हो गया। इसके बाद Bowl Out के जरिए मैच परिणाम निकाला गया।
बॉल आउट में भारत ने 3-0 से जीता था मैच:
उस समय टी-20 में मैच टाई मैच का परिणाम सुपर ओवर के बजाय बॉल आउट के जरिए निकाला जाता था। दोनों टीमों को बॉल आउट के 5-5 मौके मिलने थे। एक गेंदबाज़ को एक बार बॉल आउट करने का मौका मिलता था। उस बॉल आउट में भारत ने 3-0 से मैच अपने नाम किया था। पाकिस्तान का एक भी गेंदबाज़ स्टंप्स पर एक भी बॉल नहीं मार पाया। जबकि भारत के तीनों गेंदबाज़ ऐसा करने में सफल हो गए।