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Paris Olympic 2024: फिर भी तुम पे है नाज...,फाइनल की वह शूटऑफ कहानी, जहां मनु भाकर के हाथ से निकला महाहैट्रिक
Manu Bhaker Paris Olympic 2024: 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में हार के बाद भारतीय एथलीट मनु भाकर काफी निराश दिखीं और भावुक रहीं, उनकी आंखों को हार का असर दिखाई पड़ रहा था।
Manu Bhaker Paris Olympic 2024: सभी भारतीयों की निगाहें आज पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर पर टिकी थीं। लोगों को उम्मीद थी कि मनु आज ओलंपिक में ऐसा कारमाना करेंगी, जो आज तक ओलंपिक इतिहास में कोई भारतीय एथलीट नहीं कर पाया है, यानी एक ही ओलंपिक में मेडल की हैट्रिक। मगर मनु भाकर ये कारनामा नहीं कर पाईं। भारतीय शूटर मनु भाकर महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल से बाहर हो गईं। उन्हें हंगरी की वेरोनिका ने फाइनल में वर्चुअल नॉकआउट में हार दिया और मेडल से एक कदम दूर रहते हुए चौथे स्थान पर रह गईं। इसी के साथ मनु भाकर का ओलंपिक का सफर भी खत्म हुआ, साथ मेडल के महाहैट्रिक का सपना भी चकनाचूर हो गया, जिसकी उम्मीद हर भारतीय कर रहा था। मनु भले भी पेरिस ओलंपिक में मेडल की महा हैट्रिक न लगा पाईं हो, लेकिन हर भारतीय को अपने इस शूटर पर नाज है और इस ओलंपिक सफर के साथ वह भारत की स्मृति में छा गईं। मनु भाकर ओलंपिक इतिहास में भारत की ऐसी पहली भारती एथलीट है, जिन्होंने एक ही ओलंपिक दो मेडल जीते हैं। यह अनोखा रिकॉर्ड मनु भाकर के नाम दर्ज हो गया है।
मनु भाकर ने बताई महाहैट्रिक की चूक की वजह
25 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में हार के बाद भारतीय एथलीट मनु भाकर काफी निराश दिखीं और भावुक रहीं, उनकी आंखों को हार का असर दिखाई पड़ रहा था। मनु जब ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर बातचीत कर रही थीं तो साफ देखा जा सकता था कि उनकी आंखों में मेडल की हैट्रिक चूक दिखाई पड़ रही थी। मनु भाकर ने कहा कि मैं नर्वस थी। मैं एक समय में एक शॉट का तैयारी कर रही थी और उस पर ध्यान दे रही थी, लेकिन मेरे लिए यहां कुछ अच्छा नहीं रहा। मैं आगे भी भारत के लिए पदक जीतने की कोशिश करूंगी। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और खुद को शांत रखने की कोशिश की, लेकिन यह काफी नहीं था।
चौथा स्थान अच्छा नहीं, मैं खुश नहीं
भाकर ने आगे कहा कि मैं खुश हूं की दो पदक जीत पाई, लेकिन फिलहाल इस स्पर्धा के बाद मैं खुश नहीं हूं, क्योंकि चौथा स्थान अच्छा नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो मैं सोशल मीडिया पर नहीं हूं और फोन चेक नहीं कर रही हूं। बाकी स्पर्धाओं में मैंने अच्छा किया, लेकिन यहां अच्छा नहीं कर पाई। जब मेरा मैच खत्म हो गया तो मैंने कहा कि कोई नहीं अब अगली बार।
इस इवेंट के लिए की थी अधिक मेहनत
उन्होंने कहा कि मैंने इस इवेंट के लिए बाकी इवेंट से ज्यादा बेहतर तैयारी की थी। मैंने पर्दे के पीछे काफी मेहनत की है। सिर्फ मैं नहीं, मेरे साथ काफी लोगों ने मेहनत की है। मैं खुश हूं कि मेरे इस सफर में मेरी टीम ने मेरा काफी साथ दिया। इसके अलावा स्पोर्ट्स फेडरेश ऑफ इंडिया, पीएम मोदी, शूटिंग फेडरेशन और मेरे कोच जसपाल राणा सर, सबने मेरी काफी मदद की है। मैं टीम इंडिया को ऑल द बेस्ट कहती हूं और भारत आगे और पदक जीतेगा।
फाइनल में मनु भाकर का प्रदर्शन
मनु भाकर के फाइलन मैच पर नजर डालें तो महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा उन्होंने आठ सीरीज के बाद 28 के स्कोर था। वह 40 में से 28 शॉट्स ग्रीन पर लगा पाई थीं, बाकी शॉट्स सही निशाने पर नहीं लगे। इस स्पर्धा में कुल 10 सीरीज के शॉट्स लगाए जाने थे। एक सीरीज में कुल पांच शॉट्स थे। तीन सीरीज के बाद एलिमिनेशन का दौर शुरू हुआ था। मनु आठ सीरीज के बाद 28 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहीं। आठवीं सीरीज के बाद मनु 28 अंक के साथ हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थी। इसके बाद शूट ऑफ में मनु पांच में से तीन निशाना ही लगा सकीं, जबकि मेजर ने चार सटीक निशाने के साथ कांस्य पद पर कब्जा जमाया और मनु को हार का सामना करना पड़ा।
दक्षिण कोरिया ने जीता गोल्ड
महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में दक्षिण कोरिया की जिन यांग स्वर्ण पदक और फ्रांस की कैमिली ने रजत पदक जीता है। 10 सीरीज के बाद दोनों का स्कोर 37-37 था। फिर दोनों के बीच शूटआउट हुआ। इसमें जिन ने चार शॉट्स निशाने पर लगाए और गोल्ड हासिल किया, जबकि कैमिली ने एक शॉट निशाने पर मार पाईं और सिल्वर से संतुष्ट रहना पड़ा।