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Ravichandran Ashwin: टेस्ट मैच में विपक्षी बल्लेबाजों के लिए काल थे अश्विन,संन्यास से पहले बना डाले कई शानदार रिकॉर्ड
Ravichandran Ashwin: भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।
Ravichandran Ashwin: भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन टेस्ट मैच ड्रा घोषित किए जाने के बाद अश्विन ने अपने इस बड़े फैसले का ऐलान किया। अपने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए अश्विन ने कहा कि यह इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में मेरा आखिरी दिन है।
अश्विन को लंबे समय तक भारत की स्पिन गेंदबाजी की ताकत माना जाता रहा है। अपने 14 साल के कॅरियर के दौरान उन्होंने भारत के लिए 287 मैच खेलते हुए 765 विकेट झटके। खास तौर पर टेस्ट मैच में वे विपक्षी टीमों के लिए काफी खतरनाक साबित हुए। टेस्ट मैचों में उन्होंने 537 विकेट झटके और अनिल कुंबले के बाद में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे हैं।
रिटायरमेंट के ऐलान से क्रिकेट फैंस को झटका
अश्विन के रिटायरमेंट का ऐलान से भारतीय क्रिकेट फैंस को करारा झटका लगा है। इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करने से पहले अश्विन ड्रेसिंग रूम में दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के साथ गले मिलते हुए नजर आए थे। एडिलेड में खेले गए पिछले डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान वे भारतीय टीम का हिस्सा थे। आज गाबा टेस्ट मैच ड्रा समाप्त होने के बाद उन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को अलविदा कह दिया। 38 वर्षीय इस भारतीय गेंदबाज का ऑस्ट्रेलिया में रिटायरमेंट का ऐलान चौंकाने वाला फैसला माना जा रहा है। किसी को अश्विन से अचानक इतने बड़े फैसले की उम्मीद नहीं थी मगर गाबा टेस्ट मैच खत्म होने के बाद वे रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे और अपने इस बड़े फैसले की जानकारी दी।
अश्विन को क्यों माना जाता है दिग्गज गेंदबाज
इंटरनेशनल क्रिकेट में अश्विन को भारत का दिग्गज गेंदबाज यूं ही नहीं माना जाता। उन्होंने भारत के लिए 106 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 587 विकेट लेते हुए विपक्षी बल्लेबाजों पर हमेशा दबाव बनाए रखा। 59 रन देकर सात विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। इस दौरान उनका औसत 24.00 का और स्ट्राइक रेट 50.73 का रहा है।
उन्होंने 116 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और इस दौरान 156 विकेट हासिल किए। यदि टी 20 की बात की जाए तो उन्होंने 65 टी 20 मैचों में टीम इंडिया के लिए 72 विकेट हासिल किए। वनडे में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 25 रन देकर चार विकेट और टी20 में आठ रन देकर चार विकेट है। वनडे में उनकी इकोनॉमी 4.93 की और टी20 में 6.90 की रही है। हालांकि वनडे और टी 20 में अश्विन एक बार भी 5 विकेट लेने का कमाल नहीं दिखा सके।
टेस्ट मैच में सबसे तेज 300 विकेट लेने का रिकॉर्ड
भारत के लिए टेस्ट में सबसे तेज 300 विकेट का रिकॉर्ड रविचंद्रन अश्विन के नाम है। उन्होंने यह कारनामा 54 मैचों में किया था। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2017 में यह उपलब्धि हासिल की थी।यदि भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की बात की जाए तो अनिल कुंबले के बाद अश्विन भारत की ओर से सबसे अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। कुंबले ने अपने इंटरनेशनल कॅरियर के दौरान 619 टेस्ट विकेट हासिल किए थे।
अश्विन ने 106 टेस्ट मैच के दौरान 537 विकेट हासिल किए। उनके अभी और विकेट लेने की उम्मीद थी मगर आज उन्होंने अचानक रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
इस मामले में कुंबले को भी छोड़ दिया पीछे
अश्विन का एक और रिकॉर्ड विशेष रूप से उल्लेखनीय है। एक पारी में 5 विकेट लेने के मामले में उन्होंने कुंबले को भी पीछे छोड़ दिया था। भारत के दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले 35 बार ही यह कमाल दिखा सके थे जबकि अश्विन ने अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर के दौरान 37 बार पांच विकेट लेने का कमाल दिखाया।
इस मामले में कोई भी भारतीय गेंदबाज अश्विन जैसा कमाल नहीं दिखा पाया। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक बार एक पारी में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथिया मुरलीधरन के नाम दर्ज है जिन्होंने 67 बार यह कमाल दिखाया था। इस मामले में अश्विन शेन वार्न के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किए सबसे ज्यादा विकेट
अश्विन के करियर के बाद की जाए तो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लिए। इंग्लैंड के खिलाफ तीनों फॉर्मेट मिलकर उन्होंने 53 मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 150 विकेट हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 50 मैचों में खेलते हुए अश्विन ने 146 विकेट झटके।
यदि विदेश में विकेट लेने की बात की जाए तो अश्विन ने सबसे ज्यादा विकेट ऑस्ट्रेलिया में हासिल किए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मैदानों पर खेले गए तीनों फॉर्मेट के मैचो में 71 विकेट लिए। श्रीलंका में 16 मैचों में उन्होंने 49 विकेट हासिल किए जबकि भारत में अश्विन ने 131 मैचों में 475 विकेट हासिल किए।
अश्विन ने बल्लेबाजी में भी दिखाया कमाल
वैसे अश्विन ने गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी अपने हाथ दिखाए। भारत के लिए टेस्ट मैचों में उन्होंने 25.03 के औसत के साथ 3503 रन बनाए। टेस्ट मैच में उनका सर्वाधिक स्कोर 124 रनों का रहा है। अपने टेस्ट कोरियर के दौरान उन्होंने छह शतक और 14 अर्धशतक जड़े।
इसके अलावा वनडे में उन्होंने 16.44 की औसत से 707 रन और टी20 में 114.99 के स्ट्राइक रेट से 184 रन बनाए हैं। कई नाजुक मौकों पर उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
सबसे अधिक बार ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का अवार्ड
अश्विन के नाम एक और ऐसा रिकॉर्ड दर्ज है जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनका टेस्ट डेब्यू 2011 में हुआ था और वे टेस्ट मैचों में सबसे अधिक बार प्लेयर ऑफ द सीरीज का इनाम जीतने वाले खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने टेस्ट मैच में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड जीता और इस मामले में वे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के साथ संयुक्त रूप से नंबर वन पर हैं। वे 2011 में विश्व कप जीतने वाली और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य भी रहे।
अब सिर्फ आईपीएल में दिखेगा अश्विन का जलवा
वनडे और टी 20 की टीमों में तो उनका आना-जाना लगा रहा मगर टेस्ट मैच में वे लगातार टीम इंडिया का हिस्सा बने रहे और इस दौरान उन्होंने टीम इंडिया को कई टेस्ट मैचों में जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। यही कारण है कि उनके संन्यास के ऐलान से क्रिकेट फैंस को करारा झटका लगा है। अब आने वाले दिनों में वे सीएसके की ओर से आईपीएल में अपना जलवा बिखरते दिखेंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।