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Rahul Dravid और Kumble ने BCCI पर निकाली भड़ास, बदलनी चाहिए ये नीति नहीं तो आगे भी भारत की जीत मुश्किल
T20 World Cup के सेमी फाइनल में मिली हार के बाद से टीम इंडिया को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सेमी फाइनल मैच (Ind vs Eng) में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को पूरे 10 विकेट से हराया।
T20 World Cup के सेमी फाइनल में मिली हार के बाद से टीम इंडिया को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सेमी फाइनल मैच (Ind vs Eng) में इंग्लैंड ने भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket Team) को एक नहीं, दो नहीं पूरे 10 विकेट से हराया। जिसके बाद रोहित शर्मा की कैप्टेंसी, भारतीय बॉलर्स का परफॉर्मेस और ओपनर्स का किसी भी मैच में ना चलना, इन सभी चीजों को लेकर लगातार टीम इंडिया को ट्रोल किया जा रहा है।
अब वहीं टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर हार का ठीकरा फोड़ा है। राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई के कुछ फैसलों और नीति पर नाराज़गी जताते हुए भड़ास निकाला है। जिसमें राहुल द्रविड़ का साथ पूर्व कोच अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने भी दिया है। दरअसल भारतीय टीम को मिली करारी हार के बाद द्रविड़ ने अपना भड़ास बीसीसीआई पर निकालते हुए कहा कि BCCI अपने नये क्रिकेटरों को आईपीएल (IPL) छोड़ कर किसी भी अन्य देशों में आयोजित बड़े क्रिकेट लीग में खेलने की अनुमति नहीं देता है, जिसका नतीजा वर्ल्ड कप में देखने को मिला है।
द्रविड़ ने आगे कहा कि ''काफी लोग भारतीय खिलाड़ियों को लीग में खिलाने की बात करते हैं। हां, मुझे भी लगता है कि हमारे काफी खिलाड़ियों को इस तरह की काफी बड़ी लीग में खेलने के मौके की कमी खलती है, लेकिन अगर आपको खेलना है, तो इस पर फैसला करना बीसीसीआई का काम होगा। द्रविड़ के बाद पूर्व कोच अनिल कुंबले ने भी कहा कि 'BCCI युवा खिलाड़ियों को वेस्टइंडीज (West Indies) और 2024 टी-20 विश्व कप से पहले अनुभव हासिल करने के लिए दुनिया भर में विभिन्न टी-20 लीग में भाग लेने की अनुमति दें। मुझे लगता भी है कि इससे निश्चित रूप से मदद मिलेगा।
दरअसल इंग्लैंड के खिलाड़ी एलेक्स हेल्स और जोस बटलर को ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग (BBL) में खेलने का फायदा इस वर्ल्ड कप में मिला, जिन्होंने टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में भारत को बड़े अंतराल (10 विकेट) से हराया। आपको बता दें कि एलेक्स हेल्स ने (Alex Hales) सबसे ज्यादा बीबीएल मुकाबले खेले हैं, एलेक्स मेलबर्न रेनेगेड्स और सिडनी थंडर्स के लिए खेल चुके हैं। इसलिए हेल्स को ऑस्ट्रेलिया के पिच का अंदाजा है।
हर साल आईपीएल की तरह ही कई देशों में बड़े लीग का आयोजन किया जाता है लेकिन भारतीय टीम को उसमें खेलने की अनुमति नहीं हैं जिसके कारण टीम इंडिया को दूसरे देश के पिच पर खेलने में थोड़ी कठिनाई होती है क्योंकि क्रिकेट बोर्ड अपने-अपने देशों में वहां की परिस्थिति के अनुसार पिचे तैयार करती हैं। कहीं स्पिनरों को अधिक दर्न मिलने से फायदा होता है, तो कहीं उछाल अधिक होती है, तो कही मौसम भी परेशान करते है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में। अलग अलग बोर्ड की ओर से टी-20 क्रिकेट लीग के आयोजन लगभग एक से दो महीने के लिए होते हैं। अब ऐसे में देखना होगा कि बीसीसीआई द्रविड़ और कुंबले के इस मांग को कितना गंभीर लेती है क्योंकि 2024 में टी20 वर्ल्ड कप होने वाला है। अगर इससे पहले बीसीसीआई अपने नीति में बदलाव करती है और भारतीय खिलाड़ियों को भी दूसरे बड़े लीग में खेलने की अनुमति देती हैं तो भारतीय टीम को जरूर इससे फायदा मिलेगा।
हर साल होते हैं ये बड़े लीग
इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL की शुरुआत साल 2008 में हुई। जिसके बाद कई देशों ने भी अपनी घरेलू टी-20 लीग शुरू की, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (BBL), कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) पाकिस्तान प्रीमियर लीग (PPL), जैसे बड़े टूर्नामेंट शामिल हैं।