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उम्र छिपाने के विवाद में फंसा अंडर-19 का स्टार खिलाड़ी, आईएएस ने किया बड़ा दावा, आरोप सही निकले तो लग सकता है दो साल का बैन
माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में जांच शुरू हो जाएगी। जांच में आरोप सही निकलने पर राज्यवर्धन की मुसीबत बढ़ जाएगी क्योंकि ऐसी स्थिति में उनके खिलाफ दो साल का बैन भी लगाया जा सकता है।
Rajvardhan Hangargekar: अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य राज्यवर्धन हंगरगेकर उम्र छिपाने के विवाद में फंस गए हैं। दरअसल राज्यवर्धन पर आरोप लगा है कि उनकी असली उम्र 19 नहीं बल्कि 21 साल है मगर विश्व कप में खेलने के लिए उन्होंने अपनी उम्र घटा ली। राज्यवर्धन पर यह आरोप महाराष्ट्र के आईएएस और स्पोर्ट्स एंड डेवलपमेंट यूथ कमिश्नर ओम प्रकाश बकोरिया की ओर से लगाया गया है। बकोरिया ने अपने दावे के संबंध में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को चिट्ठी भी लिखी है। इस पत्र में राज्यवर्धन की असली उम्र का सबूत होने का दावा भी किया गया है।
माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में जांच शुरू हो जाएगी। जांच में आरोप सही निकलने पर राज्यवर्धन की मुसीबत बढ़ जाएगी क्योंकि ऐसी स्थिति में उनके खिलाफ दो साल का बैन भी लगाया जा सकता है। इस विवाद के प्रकाश में आने के बाद अभी तक राज्यवर्धन की ओर से इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
टीम में खेलने के लिए घटाई उम्र
हाल में खेले गए अंडर-19 विश्व कप के दौरान राज्यवर्धन ने अच्छा प्रदर्शन किया था मगर अब वे नए विवाद में घिर गए हैं। उनके ऊपर उम्र छिपाने का आरोप लगाने वाले बकोरिया का कहना है कि उम्र में खेल करने के लिए राज्यवर्धन ने कक्षा आठ में दोबारा दाखिला लिया था। दोबारा दाखिला लेने के दौरान उनकी उम्र में खेल कर दिया गया। उनकी उम्र 10 जनवरी 2001 से बदलकर 10 नवंबर 2002 कर दी गई।
यह सबकुछ राज्यवर्धन को विश्व कप में खेलने के लिए योग्य बनाने के मकसद से किया गया। जन्मतिथि में खेल किए जाने के बाद राज्यवर्धन अंडर-19 विश्व कप खेलने के हकदार बन गए। बकोरिया की ओर से बीसीसीआई को लिखी गई चिट्ठी में राज्यवर्धन की उम्र में किए गए खेल का सबूत होने का दावा भी किया गया है। बकोरिया का कहना है कि धाराशिव के सीईओ ने भी राज्यवर्धन की उम्र में बदलाव किए जाने की बात स्वीकार की है।
अब बीसीसीआई की ओर से होगी जांच
अंडर-19 विश्व कप खेलने वाले खिलाड़ियों की उम्र की जांच पड़ताल की जिम्मेदारी उस देश के क्रिकेट बोर्ड पर होती है। आईसीसी की ओर से किसी भी खिलाड़ी की उम्र की जांच नहीं की जाती। राज्यवर्धन की उम्र को लेकर पैदा हुए विवाद की जांच भी बीसीसीआई की ओर से ही की जाएगी। जानकारों का मानना है कि बीसीसीआई की जांच में आरोप सही पाए जाने पर राज्यवर्धन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उम्र संबंधी विवाद में बीसीसीआई के नियम पूरी तरह स्पष्ट है। उम्र में कोई हेरफेर किए जाने के बाद यदि खुलासा खिलाड़ी की ओर से किया जाता है तो उसके ऊपर बैन लगाने की कार्रवाई नहीं की जाती मगर यदि खुलासा किसी दूसरे की ओर से किया जाता है तो खिलाड़ी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ऐसी स्थिति में उसके खिलाफ दो साल का बैन लगाया जा सकता है। आरोप सही पाए जाने पर राज्यवर्धन भी इसी दायरे में आ जाएंगे।
राज्यवर्धन ने किया था शानदार प्रदर्शन
अंडर-19 विश्व कप टीम में राज्यवर्धन प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं क्योंकि उन्हें अच्छा आलराउंडर माना जाता है। बॉलिंग के साथ ही वे निचले क्रम में पावर हिटिंग में भी दक्ष माने जाते हैं। हाल में खेले गए विश्व कप के दौरान उन्होंने 6 विकेट लिए थे जबकि 2 पारियों में 52 रनों का योगदान किया था।
अच्छे प्रदर्शन के कारण ही वे हाल में आईपीएल के लिए सुपर मेगा ऑप्शन में सीएसके की टीम के साथ जुड़ने में कामयाब रहे। चेन्नई की टीम ने डेढ़ करोड़ रुपए खर्च करके उन्हें खरीदा है। ऐसे में यदि उनके खिलाफ बीसीसीआई की ओर से कोई कार्रवाई की जाती है तो राज्यवर्धन के करियर पर इसका बुरा असर पड़ना तय माना जा रहा है। अभी तक इस मामले में राज्यवर्धन का पक्ष सामने नहीं आया है।