TRENDING TAGS :
रियो क्लोजिंग सेरेमनी: भारत 2 मेडल के साथ 67वें स्थान पर, US नंबर वन
रियोः भारत के खाते में एक कास्य और एक रजत के साथ ब्राजील के रियो शहर में 17 दिन बाद 31वें ओलंपिक खेलों का रविवार को रंगारंग समापन हुआ। ऐतिहासिक मारकाना स्टेडियम में रियो की क्लोजिंग सेरेमनी मनाई गई। रियो ओलंपिक में भारत 2 मेडल के साथ 67वें जबकि सबसे अधिक 121 मेडल के साथ अमेरिका नंबर वन पर रहा।
भारत का प्रदर्शन
-ब्राजीज के रियो शहर में हुए 31वें ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
-भारत के 119 खिलाड़ियों में सिर्फ 2 को ही मेडल मिल सका।
-रियो में सिर्फ पीवी सिंधू (सिल्वर) और साक्षी मलिक (ब्रॉन्ज) ला पाईं।
-वहीं किसी भी भारतीय पुरुष खिलाड़ी को कोई मेडल नहीं मिला।
अब टोक्यों में 2020 में होगा अगला ओलंपिक
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के प्रेसिडेंट थामस बाक ने भारतीय समयानुसार सोमवार सुबह 7 बजे माराकाना स्टेडियम में इन खेलों का समापन किया। इसके साथ ही टोक्यो को 2020 ओलंपिक की मेजबानी दी गई है। रियो के मेयर एडवडरे पेस से ओलंपिक झंडा लेकर टोक्यो की मेयर (गवर्नर) यूरीकी कोइके को सौंपा गया साथ ही 2020 में उन्हें ओलंपिक की जिम्मेदारी दी गई।
साक्षी मलिक रहीं ध्वजवाहक
-रियो के रंगारंग समापन के साथ ब्राजील का नेशनल एंथम 27 बच्चों ने गाया।
-इसके बाद ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले 207 देशों के खिलाड़ियों ने स्टेडियम में मार्च पास्ट करना शुरू किया।
-इसमें सबसे पहले ओलंपिक खेलों की शुरुआत करने वाला देश ग्रीस था।
-ब्राजील और जापान का दल एक साथ स्टेडियम में दाखिल हुए, क्योंकि ब्राजील ने इस बार के ओलंपिक की मेजबानी की तो अगले ओलंपिक की मेजबानी जापान करेगा।
-भारत की रेसलिंग में रजद पदक जीतने वाली साक्षी मलिक भारतीय ध्वज लेकर स्टेडियम में आईं।
-वहीं सिल्वर पद विजेता पीवी सिंधू स्वदेश वापस लौट चुकी हैं इसलिए वो इस इवेंट का हिस्सा नहीं बनीं।