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रश्मिका मंधाना के बाद Sachin Tendulkar का भी AI वीडियो हुआ वायरल, फिर क्रिकेटर ने दी ये प्रतिक्रिया
Sachin Tendulkar AI DeepFake Video: यदि आपने हाल ही में सोशल मीडिया पर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को किसी गेमिंग ऐप का विज्ञापन करते देखा है, तो सावधान हो जाएं, यह एक डीपफेक है
Sachin Tendulkar AI DeepFake Video: यदि आपने हाल ही में सोशल मीडिया पर दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को किसी गेमिंग ऐप का विज्ञापन करते देखा है, तो सावधान हो जाएं, यह एक डीपफेक है। वास्तव में, आप सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले डीपफेक की गुणवत्ता से आसानी से मूर्ख बन सकते हैं और कुछ लोगों का मानना है कि वास्तव में वह विज्ञापन कर रहा है। अभी कुछ महीनों पहले अनिमल और पुष्पा जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुकी रश्मिका मंधाना का भी इसी तरह से डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था।
सचिन तेंदुलकर का वीडियो वायरल!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने सोशल मीडिया के उन विचारों को खारिज कर दिया है और लोगों को प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग करने वाले नकली वीडियो के बारे में सचेत किया है, और सभी लोगों से बड़ी संख्या में वीडियो और ऐप्स की रिपोर्ट करने को कहा है। ट्विटर पर केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर के साथ-साथ भारत सरकार की इलेक्ट्रॉनिक्स इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा महाराष्ट्र साइबर को भी उन्होंने टैग किया।
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने इस ट्वीट में लिखा, “ये वीडियो नकली है और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है। टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है। आप सब से विनती है के ऐसे वीडियो या एप या विज्ञापन आपको अगर नजर आए तो उन्हें तुरंत रिपोर्ट करें। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को भी सावधान रहना चाहिए और इनके खिलाफ की गई शिकायत पर जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए। उनकी भूमिका इस बारे में बहुत जरूरी है ताकि गलत सूचना और खबरों को रोका जा सके और डीपफेक का दुरुपयोग खत्म हो।”
क्रिकेटर की इस प्रतिक्रिया के बाद केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर भी हरकर में आ गए। उन्होंने घटना का संज्ञान लेते हुए ट्विटर पर सचिन तेंदुलकर का जवाब देते लिखा, “इस ट्वीट के लिए सचिन तेंदुलकर को धन्यवाद। एआई द्वारा संचालित डीपफेक और गलत सूचनाएं भारतीय उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और विश्वास के लिए खतरा हैं और नुकसान और कानूनी उल्लंघन का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिन्हें रोकने और हटाने के लिए प्लेटफॉर्म की जरूरत होती है। भारत सरकार की इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की हालिया सलाह में प्लेटफार्मों को इसका 100% अनुपालन करने की आवश्यकता है। प्लेटफार्मों द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए हम जल्द ही आईटी अधिनियम के तहत कड़े नियमों को अधिसूचित करेंगे।”