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Satish Kumar Olympics: 13 टांके के साथ रिंग में उतरा यह बॉक्सर, दिलेरी को सभी कर रहे सलाम
Satish Kumar Olympics: टोक्यो ओलंपिक में उज्बेकिस्तान के सुपरस्टार बखोदिर जालोलोव का मुकाबला करने के बाद सतीश ने कहा, "मेरे ठोड़ी में सात टांके लगे और मांथे पर 6। मगर बात वहीं है कि मरता क्या न करता।"
Satish Kumar Olympics: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में बॉक्सिंग रिंग में उतरे भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (Satish Kumar Boxer) ने हार कर भी सभी भारतीय का दिल जीत लिया। चोटिल होने के बाद भी वे रविवार (1 अगस्त) को बॉक्सिंग का मुकाबला करने के लिए रिंग में उतरे। हालांकि उन्होंने यह जीतने की पूरी कोशिश की लेकिन जीत ना सके। इस मुकाबले में वे 13 टाकों के साथ उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) के खिलाफ रिंग में उतरें।
आपको बता दें कि सतीश के चेहरे पर 12 टांके लगे हुए है। प्री क्वार्टरफाइनल के दौरान सतीश चोटिल हो गए थे। उस समय उनके ठोड़ी (Chin) और माथे (forehead) पर गहरा कट लग गया था, जिसके कारण टाके लगाए गए थे। इस चोट की वजह से उनका परिवार काफी घबरा गया था। इस घबराहट की वजह से उनके परिवार ने क्वार्टरफाइनल खेलने से मना किया लेकिन वे माने नहीं और पूरे जोश के साथ उज्बेकिस्तान के सुपरस्टार बखोदिर जालोलोव (Bakhodir Jalolov) का मुकाबला करने के लिए रिंग में उतरें।
मुकाबले से पहले सतीश के परिवार ने कहा कि तुम ये खेल मत खेलो, जिसका जवाब देते हुए सतीश ने कहा था, "खिलाड़ी कभी भी हार नहीं मानते "।
इस मुकाबले के बाद सतीश का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है, "मेरे फोन पर लगातार कॉल आ रहे है, लोग मुझे ऐसे बधाई दे रहे हैं, जैसे मैंने कोई जीत हासिल कर ली हो, लेकिन ये मैं ही जानता हूं कि मेरे चेहरे पर कितने घाव हैं। हालांकि मेरा इलाज चल रहा है।"
ठोड़ी में सात और माथे पर 6 टांके लगे है- सतीश
अपने चोट के बारे में जानकारी के बारे में जानकारी देते हुए सतीश ने कहा, "मेरे ठोड़ी में सात टांके लगे और मांथे पर 6। मगर बात वहीं है कि मरता क्या न करता। मैं जानता था कि मैं लड़ना चाहता हूं, अगर मैं ये मुकाबला नहीं लड़ता तो मैं पछतावे में ही जीता रहता। इस मुकाबले में हिस्सा लेने के बाद मैं शांत हूं और खुद से संतुष्ठ भी हूं क्योंकि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है।"
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पत्नी ने लड़ने के लिए मना किया। इतना ही नहीं उनके पिता ने भी इस मुकाबले के लिए मना किया था। उन्होंने कहा, "मेरा परिवार मुझे दर्द में नहीं देख सकता, लेकिन वे नहीं जानते थे कि मैं खुद ये करना चाहता हूं"।
कौन है सतीश कुमार (Satish Kumar Kaun Hai)
सतीश कुमार एक भारतीय मुक्केबाज है, साथ वे एक भारतीय सेना के जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) भी है। सतीश उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। साल 2018 में भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार (Arjuna Award) से सम्मानित किया गया था।