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Sport : शिवम दुबे ने जीता सबका दिल
टीम इंडिया में इन दिनों जिस उभरते खिलाड़ी की सर्वाधिक चर्चा हो रही है, वे हैं मुंबई के युवा ऑलराउंडर शिवम दुबे। तिरुअनंतपुरम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए दूसरे टी-20 मैच में शिवम के खेलने का अंदाज लोगों को काफी पसंद आया। शिवम ने जोरदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए कॅरियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। हालांकि टीम इंडिया यह मुकाबला आठ विकेट से हार गई मगर शिवम ने अपने खेल से सबको प्रभावित किया। शिवम के अर्धशतक पूरा करते ही उनके घर में जश्न मनाया जाने लगा। शिवम जैसे ही क्रीज पर आए उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने पोलार्ड की गेंदों की जमकर धुनाई की। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के पवेलियन लौटने के बाद सभी को विराट कोहली के आने की उम्मीद थी, लेकिन उनकी जगह दुबे क्रीज पर आ गए और उसके बाद दुबे का शो शुरू हुआ। शिवम ने 30 गेंदों पर तीन चौके और चार छक्कों की मदद से 54 रन की पारी खेली।
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पिता बोले: बेटे ने मौके को भुनाया
बल्लेबाजी के लिए विराट कोहली की जगह पर आने पर शिवम दुबे के पिता राजेश दुबे ने कहा कि पहली बार उनके बेटे को सही जगह मिली हैं। उसे बड़े मंच पर ऊपर खेलने का मौका मिला और उसने साबित किया कि मौका मिलने पर वह अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। हालांकि वे भारत की हार के साथ ही इस बात से भी थोड़े निराश थे कि बेटे ने शतक का मौका गंवा दिया, लेकिन उन्हें यह भी उम्मीद है कि शिवम जल्द ही इस अधूरे काम को भी पूरा कर लेंगे। अपना पांचवां टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे शिवम जब बल्लेबाजी कर रहे थे तो उनकी मां माधुरी, पिता राजेश और दो बड़ी बहनें पूजा और प्रियंका मुंबई स्थित अपने घर पर ही टीवी पर मैच देख रहे थे। उनके साथ शिवम के कुछ दोस्त भी थे। शिवम का अर्धशतक पूरा होते ही सोसायटी के भी कुछ लोग आ गए और बधाई देने लगे। शिवम की बहनों ने तुरंत मिठाई मंगाकर सभी का मुंह मीठा कराया।
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भदोही के रहने वाले हैं शिवम
शिवम का परिवार मूलरूप से उत्तर प्रदेश के भदोही का रहने वाला है, लेकिन पिछले कई साल से मुंबई में रहता है। राजेश के बड़े भाई रमेश दुबे मिर्जापुर से सांसद रह चुके हैं और फिलहाल उनकी उम्र 80 साल के करीब है। राजेश ने बताया कि जैसे ही शिवम का अर्धशतक पूरा हुआ तो तुरंत उनके बड़े भाई ने फोन कर बधाई दी। शिवम के बारे में बात करते हुए वे भावुक हो गए। राजेश का कहना है कि शिवम को क्रिकेटर बनाने में उनके साथ ही उनके बड़े भाई का भी काफी योगदान रहा है।
दबाव का सामना करके अच्छी पारी
शिवम के पिता राजेश का कहना है कि शिवम को पहली बार बल्लेबाजी का सही मौका मिला। शिवम क्लब क्रिकेट में भी नंबर छह या सात पर बल्लेबाजी करते आए हैं और यहां एकाएक उन्हें इतने बड़े मंच पर ऊपर भेज दिया गया। उनके साथ दूसरे छोर पर विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी और कप्तान थे। ऐसे में शिवम पर दबाव होना लाजिमी था, लेकिन उन्होंने बहुत अच्छे से उस दबाव का सामना किया और शानदार पारी खेली। शिवम के पिता ने कहा कि शिवम को यदि लंबे समय तक खेलना है और विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट खेलने हैं तो ऐसे दबाव से पार पाना ही होगा। उन्होंने कहा कि मुझे थोड़ी निराशा है कि बेटा शतक नहीं लगा सका और उसकी पारी भारत को जीत नहीं दिला सकी। मुझे लग रहा था कि शिवम आज कुछ बड़ा स्कोर करेंगे,लेकिन टी-20 में शतक लगाना बड़ी उपलब्धि होती है और मुझे लगता है कि जल्द ही वह इस अधूरे काम को पूरा करेंगे।