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BCCI बॉस सौरव गांगुली ने कहा- अगर ऐसा हुआ तो मज़ा आ जायेगा
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने तेजी से अपने एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने तेजी से अपने एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है।
खबर है कि इसी कड़ी में उन्होंने भारतीय क्रिकेट इतिहास के पहले डे-नाइट टेस्ट के आयोजन में अहम भूमिका निभाई, खास बात यह रहा कि यह मैच कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डंस मैदान पर खेला गया, जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ टीम ने पारी और 46 रन से जीत दर्ज की।
इसके साथ ही साथ सौरव गांगुली ने बीसीसीआई की एजीएम में भी भारतीय क्रिकेट के मद्देनजर कई बड़े फैसले किए।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा...
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले डे-नाइट टेस्ट को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि भारतीय टीम को हर सीरीज में एक डे-नाइट टेस्ट खेलना चाहिए।
एक मीडिया चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए तैयार हूं, मुझे लगता है कि ये ही आगे बढ़ने का रास्ता है। सभी टेस्ट नहीं, लेकिन सीरीज में एक पिंक बॉल टेस्ट होना चाहिए।
बताते चलें कि कोलकाता में हुए पिंक बॉल टेस्ट में दर्शकों की भारी रुचि देखने को मिली थी, हर दिन करीब 65 हजार दर्शक इस ऐतिहासिक मैच के गवाह बने थे।
सौरव गांगुली ने कहा है कि वे इस टेस्ट से जुड़े अपने अनुभव बीसीसीआई के साथ साझा करेंगे और जल्द ही अन्य जगह भी इसे लागू करने की कोशिश करेंगे।
5000 लोगों के सामने कोई नहीं खेलना चाहता टेस्ट...
इसके साथ ही सौरव गांगुली ने कहा कि कोलकाता टेस्ट के बाद हर कोई तैयार है, कोई भी 5000 लोगों के सामने टेस्ट मैच नहीं खेलना चाहता।
उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कोलकाता में डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के लिए महज कुछ ही पलों में हामी भर दी थी,
हालांकि मैच से एक दिन पहले विराट कोहली ने कहा था कि डे-नाइट टेस्ट कभी-कभी के लिए ठीक हैं, लेकिन ये नियमित तौर पर नहीं होना चाहिए।
पुजारा ने टेस्ट को लेकर कहा...
आपको बता दें कि इससे पहले, टीम इंडिया के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा था कि अगर आप दर्शकों को स्टेडियम लाकर माहौल बनाना चाहते हैं तो एक साल में एक पिंक बॉल टेस्ट काफी है, मगर नियमित रूप से नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अधिकतर टेस्ट मैच लाल गेंद से ही खेले जाएंगे, हालांकि इस बारे में मैं बोलने वाला कोई नहीं होता। उन्होंने कहा कि इस पर बीसीसीआई फैसला लेगी, मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि मैं ऐसी कोई स्थिति नहीं देख रहा हूं कि पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में तीन मुकाबले पिंक बॉल से खेले जाएं।