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खेल पॉलिटिक्स का: पुनिया और फोगाट से पहले ये खिलाड़ी भी उतरे हैं मैदान में

Sportspersons Join Politics:क्रिकेट के दिग्गजों से लेकर ओलंपिक चैंपियन तक ने राजनीति में कदम रखा । देखें पूरी लिस्ट..

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 7 Sept 2024 3:16 PM IST
खेल पॉलिटिक्स का: पुनिया और फोगाट से पहले ये खिलाड़ी भी उतरे हैं मैदान में
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Vinesh Phogat Bajrang Punia joined Congress (photo: social media )

Sportspersons Join Politics: मशहूर पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो गए हैं, जबकि क्रिकेटर रवींद्र जडेजा भाजपा के साथ जुड़ गए हैं। खेल सितारों का राजनीति में आना कोई नई बात नहीं है। क्रिकेट के दिग्गजों से लेकर ओलंपिक चैंपियन तक, कई लोगों ने अपनी प्रसिद्धि का इस्तेमाल कर अखाड़े बदले हैं। जानते हैं इन खिलाड़ियों के बारे में।

रवींद्र जडेजा

जडेजा हमेशा से ही क्रिकेट के मैदान पर अपनी स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अब वे उसी स्पिन को राजनीति में भी आजमा रहे हैं। अपनी पत्नी रीवाबा जडेजा भाजपा के टिकट पर 2022 के चुनाव में जामनगर से सफलता पा चुकी हैं। अब रवींद्र भी आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने हाल ही में टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास ले लिया है। जडेजा का भाजपा में प्रवेश गुजरात में उनकी बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है। गुजरात में वैसे भी क्रिकेट और राजनीति अक्सर साथ-साथ चलते रहे हैं।


यूसुफ पठान

एक समय क्रिकेट के मैदान पर अपने धमाकेदार शॉट्स के लिए मशहूर यूसुफ पठान अब राजनीति के मैदान में धमाल मचा रहे हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद यूसुफ इस साल ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए और बहरामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े। कांग्रेस के दिग्गज अधीर रंजन चौधरी पर जीत के साथ यूसुफ ने आईपीएल में अपने छक्कों की तरह ही धमाकेदार तरीके से अपनी राजनीतिक शुरुआत की है।


गौतम गंभीर

गौतम गंभीर की राजनीतिक पारी उनकी क्रिकेट शैली की तरह ही सीधी और बोल्ड रही है। 2019 में भाजपा में शामिल होने के बाद, गंभीर ने पूर्वी दिल्ली सीट पर बढ़िया अंतर से जीत हासिल की। मैदान पर और मैदान के बाहर अपने बेबाक रवैये के लिए जाने जाने वाले गंभीर अपने निर्वाचन क्षेत्र में शहरी विकास, स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवा के बारे में मुखर रहे हैं। उन्होंने 2024 में राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की। लेकिन उनकी राजनीतिक पारी उल्लेखनीय रही है।


राज्यवर्धन सिंह राठौर

ओलंपिक रजत पदक विजेता से लेकर एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती तक का राज्यवर्धन सिंह राठौर का सफ़र दृढ़ संकल्प की कहानी है। भारतीय सेना से रिटायर होने के बाद, राठौर 2013 में भाजपा में शामिल हो गए और जल्द ही सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री और बाद में युवा मामले और खेल मंत्री बन गए। 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में उनकी जीत ने उनके राजनीतिक करियर को मजबूत किया है।


बबीता फोगट

अपनी बहन विनेश की तरह ही बबीता फोगट भी राजनीति में सुर्खियों में आ गई हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाली बबीता भाजपा की मुखर समर्थक रही हैं और 2019 में पार्टी में शामिल हुईं। बबीता की राजनीतिक यात्रा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान में उनकी सक्रिय भागीदारी से शुरू हुई और तब से वह हरियाणा की राजनीति में एक प्रमुख शख्सियत बन गई हैं।


मैरी कॉम

भारत की मुक्केबाजी आइकन मैरी कॉम ने 2016 में राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद रिंग से राजनीति में कदम रखा। कभी हार न मानने वाले रवैये के लिए मशहूर मैरी कॉम ने अपने पद का इस्तेमाल खेल के बुनियादी ढांचे, महिलाओं के अधिकारों और युवा विकास की वकालत करने के लिए किया है। मणिपुर के एक छोटे से गाँव से भारतीय राजनीति के सबसे ऊँचे पायदान तक का उनका सफ़र उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है, हालाँकि राजनीति में उनका प्रवेश उनके मुक्केबाजी करियर की तुलना में अधिक शांत रहा है।


नवजोत सिंह सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू का क्रिकेट के बाद का जीवन काफी रंगीन रहा है। क्रिकेट पिच से लेकर कॉमेडी शो और फिर राजनीति तक, सिद्धू का सफ़र कुछ भी साधारण नहीं रहा है। उन्होंने सबसे पहले भाजपा के साथ राजनीति में प्रवेश किया, लोकसभा में अमृतसर का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन जल्द ही कांग्रेस में चले गए। अपने तेजतर्रार भाषणों और चर्चा पैदा करने की अपनी आदत के लिए जाने जाने वाले सिद्धू के मुखर स्वभाव ने उन्हें एक लोकप्रिय और ध्रुवीकरण करने वाला व्यक्ति बना दिया है, ठीक वैसे ही जैसे उनकी ऑन-फील्ड हरकतें होती थीं।


मोहम्मद अजहरुद्दीन

पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने शानदार क्रिकेट करियर के बाद कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा। वे 2009 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सांसद चुने गए। अजहरुद्दीन के राजनीतिक सफर में भी उनके क्रिकेट करियर की तरह ही उतार-चढ़ाव आए हैं।


परगट सिंह

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के साथ राजनीति में कदम रखा और बाद में पंजाब में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। हॉकी के मैदान पर अपने मजबूत नेतृत्व के लिए जाने जाने वाले परगट सिंह ने अपने राजनीतिक करियर में भी वही दृढ़ संकल्प दिखाया है।


दिलीप तिर्की

भारत के सबसे सफल हॉकी खिलाड़ियों में से एक दिलीप तिर्की ने ओडिशा के राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास लेने के बाद, तिर्की बीजू जनता दल (बीजेडी) में शामिल हो गए और राज्यसभा के लिए चुने गए। उनका ध्यान ओडिशा में खेलों को बढ़ावा देने, खासकर हॉकी को बढ़ावा देने और युवा एथलीटों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार करने पर रहा है।


मंसूर अली खान पटौदी

दिग्गज क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी, जिन्हें प्यार से 'टाइगर पटौदी' के नाम से जाना जाता है, ने अपने क्रिकेट करियर के बाद राजनीति में कदम रखा। उन्होंने 1971 में विशाल हरियाणा पार्टी के उम्मीदवार के रूप में गुड़गांव से लोकसभा चुनाव लड़ा। हालाँकि उनका राजनीतिक करियर छोटा ही रहा था। राजनीति कहीं ज्यादा वो क्रिकेट के लिए याद किये जाते हैं।

कई अन्य खेल हस्तियों ने भी राजनीति में अपना हाथ आजमाया है। कुश्ती चैंपियन द ग्रेट खली से लेकर फुटबॉल स्टार बाइचुंग भूटिया तक, इन एथलीटों ने भले ही राजनीति के क्षेत्र में कोई खास छाप नहीं छोड़ी हो, लेकिन सार्वजनिक जीवन में योगदान देने के उनके प्रयास रहे हैं।





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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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