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विश्व कप टूर्नामेंटों में भारतीय टीमों को पहचान बनाने की जरूरत : छेत्री
भारत की मुख्य राष्ट्रीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने सभी हितधारकों से भारत की सभी स्तर की फुटबाल टीमों को विश्व स्तर पर पहचान हासिल करने के लिए मदद देने का आग्रह किया है।
कोलकाता : भारत की मुख्य राष्ट्रीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने सभी हितधारकों से भारत की सभी स्तर की फुटबाल टीमों को विश्व स्तर पर पहचान हासिल करने के लिए मदद देने का आग्रह किया है।
फीफा अध्यक्ष जियानी इंफैनटिनो ने हाल ही में भारत में जारी अंडर-17 विश्व कप टूर्नामेंट के आयोजन की प्रशंसा की थी और साथ ही उन्होंने भारत की अंडर-17 टीम को भी सराहा।
देश में फुटबाल जगत का लोकप्रिय चेहरा और दिग्गज खिलाड़ी छेत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि देश की सभी वर्ग की राष्ट्रीय टीमें विकास के पथ पर अपना अगला कदम बढ़ाएं।
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फीफा अंडर-17 विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल के लिए कोलकाता पहुंचे छेत्री ने आईएएनएस को एक साक्षात्कार में बताया, "विश्व स्तर पर भारतीय फुटबाल के पहचान हेतु भारत में अंडर-17 विश्व कप टूर्नामेंट का आयोजन एक बड़ा फायदा है। इस ओर आगे बढ़ने के क्रम में यह बेहतरीन अवसर है।"
भारत ने आठ साल बाद एएफसी एशिया कप-2019 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेन्टाइन के मार्गदर्शन में इस साल जुलाई में भारतीय टीम ने फीफा रैंकिंग में फरवरी 1996 के बाद सर्वश्रेष्ठ 96वां स्थान हासिल किया था। हालांकि, वर्तमान में भारतीय टीम 105वें स्थान पर है।
छेत्री ने इस बात पर संतुष्टि जताई है कि इस टूर्नामेंट में भारत की अंडर-17 टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इससे भावी खिलाड़ियों की राष्ट्रीय टीम तैयार है।
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आईएसएल क्लब बेंगलुरु एफसी के लिए खेलने वाले छेत्री ने कहा, "हमारे खिलाड़ियों ने अच्छा खेला। ये वो खिलाड़ी हैं, जो अब मुख्य टीम में आएंगे। हमें उन्हें साथ रखने और उनका विकास करने की जरूरत है।"
निरंतर विकास पर जोर देते हुए छेत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अंडर-17 विश्व कप खत्म हो जाने के बाद बुनियादी ढांचे में आए बदलाव को बरकरार रखा जाए।
भारत के 33 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, "हमें विश्व कप टूर्नामेंट के बाद भी इस जुनून को बरकरार रखना है। इसके लिए, राष्ट्रीय टीमों को अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखने और बुनियादी ढांचे में आए बदलाव को बरकरार रखने की जरूरत है।"
--आईएएनएस