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T20 World Cup: आखिर क्यों इतनी आसानी से हार गई टीम इंडिया, जानिए किन कारणों से बदल गया विश्व कप का इतिहास
T20 World Cup: आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। आइए जानते है कि पाकिस्तान के हाथों भारत इतनी आसानी से कैसे हार गया?
T20 World Cup: T20 विश्व कप के पहले मैच में पाकिस्तान (Pakistan T20) के हाथों मिली 10 विकेट की हार को पचा पाना क्रिकेट प्रेमियों के लिए काफी मुश्किल हो रहा है। इस महामुकाबले का पूरे देश में बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था, मगर टीम इंडिया की शर्मनाक हार से क्रिकेट फैंसको काफी निराशा हुई है। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 151 रनों का स्कोर खड़ा किया जिसे पाकिस्तान ने 17.5 ओवर में बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया। कप्तान बाबर आजम ने नाबाद 68 (Babar Azam Runs) और मोहम्मद रिजवान ने नाबाद 79 रनों (mohammad rizwan runs 79) की पारी खेलकर पाकिस्तान की झोली में आसान जीत डाल दी।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की करारी हार पर फैंस को अचरज भी हो रहा है। वैसे यदि इस मैच को देखा जाए तो भारत की हार के लिए कई कारण जिम्मेदार रहे। हालांकि भारत शुरुआती झटकों से उबरने के बाद 151 रनों का स्कोर बनाने में कामयाब हो गया था मगर दुबई की पिच पर इतना स्कोर जीत के लिए काफी नहीं था। मैच के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने भी माना कि टीम इंडिया को और ज्यादा रन बनाने चाहिए थे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि वे कौन से कारण थे जिन्होंने इस हार में बड़ी भूमिका निभाई।
भारत के लिए महंगा पड़ा टॉस हारना
दुबई के इस मैदान पर टॉस की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही थी मगर विराट कोहली टॉस जीतने में कामयाब नहीं हुए। आईपीएल 2020 और आईपीएल 2021 के दूसरे चरण के मैचों को देखा जाए तो टॉस की महत्वपूर्ण भूमिका को आसानी से समझा जा सकता है। आईपीएल के दूसरे चरण के दौरान 77 फ़ीसदी मैच लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने ही जीते हैं।
टॉस हारने के बाद कप्तान विराट कोहली का भी कहना था कि अगर वे टॉस जीतते तो पहले गेंदबाजी ही लेते। टॉस की भूमिका इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि दुबई में बाद में फील्डिंग करना कठिन माना जाता रहा है। बाद में ओस के कारण गेंद पर ग्रिप बनाना काफी मुश्किल काम होता है और रविवार के मुकाबले में भी यह बात पूरी तरह सच साबित हुई।
शीर्ष बल्लेबाजी क्रम की नाकामी
टीम की हार का दूसरा बड़ा कारण यह था कि कप्तान विराट कोहली को छोड़कर भारत का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह नाकाम साबित हुआ। हिटमैन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से टीम इंडिया को काफी उम्मीदें थीं मगर वे पहली ही बॉल पर शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। फार्म में चल रहे दूसरे ओपनर केएल राहुल (KL Rahul) भी इस मैच में कोई कमाल नहीं दिखा सके। वे भी 3 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड आउट हुए।
टीम इंडिया के हालत यह थी कि शुरुआती 13 गेंद पर टीम इंडिया ने अपने दोनों ओपनर को खोकर सिर्फ 6 रन बनाए थे। इसके बाद सूर्यकुमार यादव से भी काफी उम्मीदें थीं और उन्होंने आईपीएल मैचों में काफी कमाल भी दिखाया था मगर वे भी 11 रन ही बना सके। इस कारण भारतीय टीम पूरी तरह दबाव में आ गई।
सही नहीं था कोहली का टीम चयन
पाकिस्तान के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले में विराट कोहली का टीम का चयन भी काफी खराब माना जा रहा है। उनकी जिद भी टीम इंडिया की हार के लिए बड़ा कारण बन गई। वे किसी भी मैच के लिए प्लेइंग इलेवन अपने नजरिए से तय करते हैं और उनका फैसला हार का कारण बन जाता है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी यही देखने को मिला। कोहली पहले से ही ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को खिलाने पर की जिद पर अड़े हुए थे जबकि यह तय था कि पांड्या बॉलिंग नहीं कर पाएंगे। आईपीएल के दूसरे चरण के मैचों में भी उन्होंने गेंदबाजी नहीं की थी।
पाकिस्तान की बल्लेबाजी के दौरान पंड्या गेंदबाजी की बात तो दूर फील्डिंग करने के लिए भी मैदान में नहीं उतरे। कोहली ने सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को खिलाने का फैसला किया जबकि फॉर्म में चल रहे ईशान किशन (Ishan Kishan), शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को टीम में शामिल नहीं किया गया। मैच में कोहली का यह फैसला टीम इंडिया के लिए काफी भारी पड़ा।
खराब शॉट की वजह से गंवा दिए विकेट
शुरुआती झटके लगने के बाद टीम इंडिया एक बार संभालने की स्थिति में दिखने लगी थी, मगर तभी पाकिस्तान के गेंदबाज हसन अली (Hasan Ali) ने सूर्यकुमार यादव को आउट करके भारत को बड़ा झटका दिया। सूर्यकुमार सिर्फ 11 रन बना सके। पावरप्ले के दौरान 3 विकेट गंवाने के बावजूद टीम इंडिया के खिलाड़ी नहीं संभले।
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और कोहली की बल्लेबाजी के दौरान भी भारत मजबूत स्थिति की ओर बढ़ता देख रहा था, मगर उसी समय पंत ने खराब शॉट खेल दिया। भारत ने 10 ओवर में 60 रन बना लिए थे , तभी ऋषभ पंत ने शादाब की गेंद पर बेहद खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा दिया। इसके बाद रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) भी उसी राह पर चले और उन्होंने भी खराब शॉट खेलकर अपना विकेट खोया।
कोई असर नहीं छोड़ सके भारत के गेंदबाज
भारत के मुकाबले पाकिस्तान के गेंदबाजों (pakistani bowlers) का प्रदर्शन काफी अच्छा था। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारत के शीर्ष बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला। बाद में जब भारतीय गेंदबाज (India Bowlers) मैदान में उतरे तो वे अपना कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके। टीम इंडिया के तीनों तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah), भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) पाकिस्तान के बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके। पाकिस्तान के दोनों ओपनर बल्लेबाजों ने इन तीनों गेंदबाजों का पूरे विश्वास के साथ सामना किया और मनचाहे शॉट खेले।
मिस्ट्री स्पिनर माने जा रहे वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) से भी भारत को काफी उम्मीदें थीं मगर वे भी कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके। उन्होंने 4 ओवर में 33 रन दिए और पाकिस्तान के बल्लेबाजों को तनिक भी परेशान नहीं कर सके। पाकिस्तान के बल्लेबाजों को आखिरी 8 ओवर में 67 रन बनाने थे और उस समय भी रन रेट 8 से ऊपर का था मगर उस समय भी भारतीय गेंदबाजों ने लचर प्रदर्शन किया।
भारत नहीं खड़ा कर सका बड़ा स्कोर
पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 152 रनों का लक्ष्य दिया था मगर क्रिकेट के जानकारों के मुताबिक इस पिच पर 152 काफी नहीं थे। टीम इंडिया के कप्तान कोहली ने भी इस बात को माना कि भारतीय टीम को और रन बनाने चाहिए थे। पाकिस्तान का शीर्ष बल्लेबाजी क्रम काफी मजबूत है और उसके लिए इतने रनों का लक्ष्य बाद में कमजोर साबित हुआ।
मैच के बाद यह साफ हो गया कि यदि कोहली को छोड़कर भारत के अन्य शीर्ष बल्लेबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया होता तो भारत और बड़ा स्कोर बना सकता था। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया जा सकता था मगर टीम इंडिया इस काम में नाकाम साबित हुई।
पाक के पास हालात की बेहतर जानकारी
इसके साथ ही एक अन्य कारण कोई भी टीम इंडिया की हार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारतीय खिलाड़ियों ने यूएई में सिर्फ आईपीएल के मैच खेले हैं जबकि पाकिस्तान की टीम दुबई के मैदान पर हमेशा मैच खेलती रही है। पाकिस्तान की टीम को यहां के हालात की भारत से ज्यादा बेहतर जानकारी थी और यह मैच के दौरान दिखा भी। पाकिस्तान अपने देश के बाहर इस मैदान पर हमेशा खेलता रहा है और इसे टीम का दूसरा घरेलू मैदान माना जाता रहा है। इस मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान की टीम भारत को आसानी से हराने में कामयाब हुई।