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डेयरी में सोकर रात बिताने वाले खिलाड़ी ने, सपनों की नगरी "मुंबई" मे खरीदा अपना आशियाना
Yashasvi Jaiswal: कभी मुंबई की सड़को पर बेघर होकर टेंट में रहने वाला लड़का आज अपने सपने जी रहा है। सपनो के शहर मुंबई में अपना खुद का आशियाना बना रहा है।
Yashasvi Jaiswal: भारतीय टीम के युवा स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का नाम आज हर कोई जानता है। इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। उनकी वर्तमान की सफलता अंधकार के बाद की रोशनी हैं। जो उन्हें उनकी प्रतिभा और कौशल से मिली हैं। कभी मुंबई की सड़को पर बेघर होकर टेंट में रहने वाला लड़का आज अपने सपने जी रहा है। सपनो के शहर मुंबई में अपना खुद का आशियाना बना रहा है। यशस्वी जायसवाल ने मुंबई में एक खुद का घर खरीदा है। हालांकि, वह घर अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है।
यशस्वी का बांद्रा में होगा खुद का घर
यशस्वी का मुंबई में घर खरीदना उनकी सफलता के बाद अपने सपनों को जीने की शुरुआत को दिखाता है। अमीर बनने की क्लासिक कहानी को भी बताता है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के ओपनर बल्लेबाज है। साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व करते हैं। रियल एस्टेट डेटाबेस प्लेटफॉर्म जैपकी द्वारा प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार, क्रिकेटर यशस्वी जयसवाल ने मुंबई के बांद्रा पूर्व में टेन बीकेसी प्रोजेक्ट में 5.38 करोड़ रुपये में एक अपार्टमेंट खरीदा है। ऐसा पता चला है कि अपार्टमेंट का आकार 1,110 वर्ग फुट है और इस निर्माणाधीन फ्लैट का सौदा 7 जनवरी, 2024 को जायसवाल द्वारा पंजीकृत किया गया था।परियोजना के निर्माता अदानी रियल्टी ने इस लेनदेन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि अभी यह घर अंडर कंस्ट्रक्शन है, लेकिन इस साल के अंत तक पूरा होने की बात कंस्ट्रक्शन टीम ने कही है।
बेघर से डेयरी फिर, टेंट बहुत संघर्ष भरा था मुंबई में रहना
जायसवाल ने 2020 में एक साक्षात्कार में मीडिया एजेंसी एएफपी को बताया, "11 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के अपने गांव भदोही से मुंबई तक अकेले यात्रा कर वह सपनों को नगरी में पहुंचा था। मैं पहले एक डेयरी में सोया करता था, फिर अपने चाचा के घर पर रहने लगा था, लेकिन फिर उन्होंने मुझे एक अलग जगह खोजने के लिए कह दिया था। तब आज़ाद मैदान (मुंबई का एक खेल मैदान) के पास रहने लगा था और दिन के दौरान वहाँ क्रिकेट खेलता था। यशस्वी ने कहा, "मैं अपने खाने के लिए कुछ पैसे कमाने में मदद करने के लिए रात में पानी पुरी बेचा करता था। मुझे अपने परिवार की याद आती थी और मैं रोता भी था। यह सिर्फ घर की याद नहीं थी बल्कि शौचालय जाना भी एक बड़ी परेशानी थी, हम टेंट में रहते थे, रात में शौचालय जाने से भी नींद में बाधा पड़ती थी। मैदान में कोई शौचालय नहीं था। मैं फैशन स्ट्रीट के पास में एक शौचालय का प्रयोग करता था वह रात में बंद रहता था।'' उन्होंने आगे कहा, "मैं अपने सपने को पूरा करना चाहता हूं और उसके लिए कड़ी मेहनत करना चाहता हूं। अपनी प्रक्रिया पर काम करूंगा और परिणाम आएगा।"
ऐसे चमकी यशस्वी की किस्मत
यशस्वी जायसवाल को स्थानीय कोच ज्वाला सिंह ने देखा, जिन्होंने उन्हें अपने संरक्षण में ले लिया। ज्वाला सिंह यशस्वी जयसवाल के कोच ने इंडियन एक्सप्रेस से बताया कि, वह करीब 12 साल का रहा होगा और मैंने उसे 'ए' डिवीजन के गेंदबाज का आसानी से सामना करते हुए देखा। मैं उससे बात किया उसे जुड़ा... कोई गॉडफादर नहीं हूं, कोई मार्गदर्शक नहीं, वह प्रतिभाशाली है बस उसे थोड़े गाइडेंस की जरूरत थी।" यशस्वी जायसवाल ने साल 2019 में मुंबई राज्य टीम में जगह बनाई और 17 साल और 292 दिन की उम्र में घरेलू क्रिकेट में एक दिवसीय दोहरा शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए। उसके बाद दुनिया के सबसे अमीर टी20 टूर्नामेंट की 2019 की नीलामी में राजस्थान ने इस युवा खिलाड़ी को 4 करोड़ रुपए में खरीदा। साल 2020 में, जयसवाल भारत की अंडर-19 टीम के लिए भी टॉप स्कोरर थे, और 2020 अंडर-19 विश्व कप में टूर्नामेंट के प्लेयर ऑफ द मैच भी थे।