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The Ashes 2021: डेब्यूटेंट स्कॉट बोलैंड ने अग्रेंजों के छुड़ाए छक्के, सबसे तेज 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने

The Ashes 2021: ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेब्यू करने वाले स्कॉट बोलैंड ने टेस्ट के इतिहास में संयुक्त रूप से सबसे तेज पांच विकेट लेने का कारनामा करके दिखाया है।

Chitra Singh
Written By Chitra SinghNewstrack Network
Published on: 28 Dec 2021 7:25 AM GMT
Scott Boland
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स्कॉट बोलैंड (फोोटो- सोशल मीडिया)

The Ashes 2021: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज और स्कॉट बोलैंड (Scott Boland) ने मंगलवार (28 दिसंबर) को इंग्लैंड के खिलाफ (Aus vs Eng test) खेले गए टेस्ट मैच में एक नया इतिहास रचा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेब्यू करने वाले स्कॉट बोलैंड ने टेस्ट के इतिहास में संयुक्त रूप से सबसे तेज पांच विकेट लेने का कारनामा (fastest 5 wicket haul) करके दिखाया है। हालांकि उन्होंने इस मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को केवल 7 रन देते हुए 6 विकेट (scott boland 6 wickets) चटकाए और अपने शानदार गेंदबाजी के साथ मैच समाप्त किया।

मंगलवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (Melbourne Cricket Ground) में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट (boxing day test) मैच में कंगारूओं के तेज गेंदबाजों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड (Australia vs England) को हार का स्वद चखाया और मैच को ढाई दिनों में खत्म कर दिया। इस मैच में डेब्यू करने वाले ऑस्ट्रलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को मात्र सात रन देकर 6 विकेट लपक लिए। इस शानदार गेंदबाजी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया।

टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 5 विकेट लेने वाले खिलाड़ी (Fastest 5 Wicket Haul in Test Cricket)

गेंदों के मामले में टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 5 विकेट लेने का कारनामा करने वाले खिलाड़ी निम्न हैं...

  • एर्नी तोशैक बनाम भारत (Ernie Toshack), ब्रिस्बेन 1947
  • स्टुअर्ट ब्रॉड बनाम ऑस्ट्रेलिया (Ernie Toshack), नॉटिंघम 2015
  • स्कॉट बोलैंड बनाम इंग्लैंड (Scott Boland), मेलबर्न 2021

'मुझे टीम के साथियों और परिवार से बहुत समर्थन मिला'

मैन ऑफ द मैच (man of the Match) का खिताब जीतने वाले बोलैंड ने अपना डेब्यू का एक्सपीरिंयस शेयर करते हुए कहा, "सच में मेरे लिए यह विश्वास करना कठिन हो रहा है। हमने सोचा था कि आज हमारे पास जीतने का एक सुनहरा मौका है, लेकिन इतनी जल्दी नहीं। मुझे टीम के साथियों और परिवार से बहुत समर्थन मिला।"

स्कॉट बोलैंड ने आगे कहा कि, "मैंने जिस तरह से खेला वह सच में मेरे लिए एक बड़ा काम था। मुजे ज्ञात था कि यह थोड़ा कठिन है। तीन दिनों तक हमे सपोर्ट करने वाले उन सभी को धन्यवाद करना चाहता हूं। वास्तव में इसकी सराहना करता हूं। हम में से लगभग 17 लोग थे जिन्होंने 1868 के उस दौरे के बारे में सीखा। इस शानदार उपलब्धि को प्राप्त करने में मुझे और मेरा परिवार इस पुरस्कार को बहुत गर्व है। साथ ही मैं अपने होमग्राउंड पर खेलने का मौका पाने के लिए कोचों को धन्यवाद देना चाहता हूं, और अपने माता-पिता, मेरी पत्नी और मेरे दो बच्चों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।"

Chitra Singh

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