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तीसरा वनडे जीतते ही टीम इंडिया के नाम हुआ ये खास रिकॉर्ड, की कंगारू टीम की बराबरी
विशाखापत्तनम। भारत और श्रीलंका के बीच विशाखापत्तनम में आखिरी और निर्णायक वनडे मैच रविवार को खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने मेहमान टीम को आठ विकेट से हराते हुए 2-1 से सीरीज पर कब्ज़ा जमाया। वहीं, सीरीज अपने नाम करते हुए भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के एक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
दरअसल, भारत ने रविवार को सीरीज जीतते ही लगातार आठ द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। कंगारू टीम ने अब तक आठ द्विपक्षीय वनडे सीरीज अपने नाम की हैं। अब टीम इंडिया ने भी श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलिया के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। इसका मतलब ये हुआ कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अब भारत के साथ आठ द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने का रिकॉर्ड साझा कर रही है।
बताते चलें, धर्मशाला में खेले गए पहले मैच में श्रीलंका ने भारत को मात दी थी, लेकिन मोहाली में खेले गए दूसरे वनडे मैच में भारतीय टीम के कार्यवाहक कप्तान और ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा के तीसरे दोहरे शतक के दम पर भारत ने मेहमानों को पटखनी देते हुए सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी।
इसके बाद तीसरे वनडे में गेंदबाजों के बाद टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (नाबाद 100) और श्रेयस अय्यर (65) की बेहतरीन पारियों के दम पर भारत ने तीसरा मैच भी अपने नाम किया। आपको बता दें, इस मैच से पहले भारत के ऊपर एक और खतरा मंडरा रहा था। दरअसल, भारतीय टीम ने अक्टूबर 2015 के बाद विशाखापत्तनम में रविवार को मैच खेला।
अगर भारत तीसरा मैच हार जाता है तो ये पहली बार होता कि विशाखापत्तनम में कोई सीरीज टीम ने हारी हो। वहीं, लगातार आठ द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतने की बात करें तो भारतीय टीम ने फिलहाल ऑस्ट्रेलिया की बराबरी की है लेकिन टीम के आगे अभी भी वेस्टइंडीज है। सबसे ज्यादा सीरीज जीतने का रिकॉर्ड अभी वेस्टइंडीज के नाम है।
वेस्टइंडीज के नाम 15 द्विपक्षीय सीरीज है। वेस्टइंडीज ने साल 1980 से 1988 के बीच कुल 15 द्विपक्षीय वनडे सीरीज अपने नाम की थीं। वहीं, अब आठ द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतकर ऑस्ट्रेलिया और भारत दूसरे स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2009 से 2010 के बीच आठ सीरीज जीतते हुए दूसरे स्थान पर कब्ज़ा जमाया था।
इसके अलावा पाकिस्तान सात द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतकर तीसरे स्थान पर है। पाकिस्तान ने साल 2011-2012 के दौरान यह मुकाम हासिल किया था। बताते चलें, भारतीय टीम ने साल 2016 से अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा है। अब देखना ये है कि क्या भारतीय टीम पहले पायदान पर कब्ज़ा जमा पाएगी।