TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Tokyo Olympics 2020: इतिहास रचने से चूकीं कमलप्रीत कौर, चोट के बाद भी खूब फेंका डिस्कस

Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला डिस्कस थ्रो एथलीट कमलप्रीत कौर इतिहास रचने से चूक गईं।

Network
Newstrack NetworkPublished By Dharmendra Singh
Published on: 2 Aug 2021 7:22 PM IST (Updated on: 8 Aug 2021 8:22 PM IST)
Kamalpreet Kaur
X

कमल प्रीत कौर (फोटो- सोशल मीडिया)

Tokyo Olympics 2020: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला डिस्कस थ्रो एथलीट कमलप्रीत कौर इतिहास रचने से चूक गईं। इसके साथ ही उनका सोमवार को टोक्यो ओलंपिक में सफर खत्म हो गया। कमलप्रीत ने 6 कोशिशों में सबसे ज्यादा 63.70 मीटर दूर डिस्कस फेंका। कमलप्रीत ने छठे स्थान पर रहीं। कमलप्रीत ने क्वालीफिकेशन में 64 मीटर दूर डिस्कस फेंक फाइनल में पहुंची थीं। कमलप्रीत को चोट लगी थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने डिस्कस खूब फेंका।

कमलप्रीत ने तीन थ्रो फाउल किया। उनको मेडल के लिए 65.72 मीटर से अधिक का थ्रो करना था। डिस्कस थ्रो में अभी तक भारत का यह बेहतरीन प्रदर्शन था। इससे पहले सीमा पुनिया ने 60.57 मीटर फेंका था और छठे स्थान पर रही थीं। लेकिन वह फाइनल में नहीं पहुंचा पाईं।

डिस्कस थ्रो का स्वर्ण पदक अमेरिका की स्टार वैलेरी ऑलमन ने गोल्ड मेडल जीता, तो वहीं जर्मनी की क्रिस्टिन पुडेन्ज ने सिल्वर मेडल जीता। क्यूबा की यैमी पेरेज ने कांस्य पदक जीतने में कामयाबी हासिल की।

25 वर्षीय कमलप्रीत कौर ने पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लिया था। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर डिस्कस थ्रो के फाइनल में पहुंची थी। सबसे बड़ी बात यह थी कि वह इतिहास में डिस्कस थ्रो के खेल में फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला बन गई थीं।

जानिए कौन हैं कमलप्रीत कौर
पंजाब के पटियाला की रहने वाली कमलप्रीत कौर का जन्म 4 मार्च 1996 में हुआ था। उनके पिता (Kamalpreet Kaur Father) का नाम कुलदीप सिंह है। उन्होंने अपने पढ़ाई के बारे में बताया था कि वे पढ़ाई में काफी कमजोर थीं, जिसके बाद उन्होंने स्पोर्ट की ओर रूख किया। 2014 से वे अपने अपने खेल के प्रति गंभीर हुईं और भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में अपनी शुरुआती ट्रेनिंग शुरू की।
साल 2019 में दोहा में एशियाइ एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कमलप्रीत 5वां स्थाम हासिल किया था। उन्होंने डिस्कस थ्रो में 65 मीटर बाधा पार करने वाली पहली महिला बन गईं। उन्होंने 60.25 मीटर डिस्कस थ्रो कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।









\
Dharmendra Singh

Dharmendra Singh

Next Story