Tokyo Paralympics 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरालंपिक में शामिल होने वाले एथलीटों से बातचीत की और उनका हौसला बढ़ाया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों से बातचीत की। ओलंपिक (Olympics) में भी शामिल होने वाले खिलाड़ियों से भी पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने बात की थी और उनका हौसला बढ़ाया था।टोक्यो में 24 अगस्त से लेकर 5 सितंबर तक पैरालंपिक खेलों का आयोजन होगा। 24 अगस्त से पैरालंपिक खेलों की शुरुआत होने जा रही है। इस बार 9 इवेंट्स में भारत के 54 पैरा एथलीट्स शामिल होंगे। पैरालंपिक खेलों में यह भारत का अभी तक का सबसे बड़ा दल है।
पीएम मोदी ने एथलीटों से कहा कि आप सभी से बात करके मेरा विश्वास बढ़ गया है कि इस बार पैरालंपिक खेलों में भी भारत नया इतिहास बनाने जा रहा है। मैं सभी खिलाड़ियों और कोच को आपकी सफलता के लिए ढेरों शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आपका आत्मबल, कुछ हासिल करके दिखाने की आपकी इच्छाशक्ति असीम है। आप सभी के परिश्रम का ही परिणाम है कि आज पैरालम्पिक्स में सबसे बड़ी संख्या में भारत के एथलीट्स जा रहे हैं।एक खिलाड़ी के तौर पर आप ये बखूबी जानते हैं कि, मैदान में जितनी फ़िज़िकल स्ट्रेंथ की जरूरत होती है उतनी ही मेंटल स्ट्रेंथ भी मायने रखती है। आप लोग तो विशेष रूप से ऐसी परिस्थितियों से निकलकर आगे बढ़े हैं जहां मेंटल स्ट्रेंथ से ही इतना कुछ मुमकिन हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे कितने ही युवा हैं जिनके भीतर कितने ही मेडल लाने की योग्यता है। आज देश उन तक खुद पहुँचने की कोशिश कर रहा है, ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हमारे छोटे छोटे गाँवों में, दूर-सुदूर क्षेत्रों में कितनी अद्भुत प्रतिभा भरी हुई है, आप इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। कई बार आपको लगता होगा कि आपको जो संसाधन सुविधा मिली, ये न मिली होती तो आपके सपनों का क्या होता? यही चिंता हमें देश के दूसरे लाखों युवाओं के बारे में भी करनी है।
उन्होंने कहा कि भारत में स्पोर्ट्स कल्चर को विकसित करने के लिए हमें अपने तौर-तरीकों को लगातार सुधारते रहना होगा। आज अंतर्राष्ट्रीय खेलों के साथ साथ पारंपरिक भारतीय खेलों को भी नई पहचान दी जा रही है। आप किसी भी स्पोर्ट्स से जुड़े हों, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को भी मजबूत करते हैं। आप किस राज्य से हैं, किस क्षेत्र से हैं, कौन सी भाषा बोलते हैं, इन सबसे ऊपर आप आज 'टीम इंडिया' हैं। ये स्पिरिट हमारे समाज के हर क्षेत्र में होनी चाहिए, हर स्तर पर दिखनी चाहिए।
पीएम ने कहा कि पहले दिव्यांगजनों के लिए सुविधा देने को वेलफेयर समझा जाता था। लेकिन आज देश इसे अपना दायित्व मानकर काम कर रहा है। इसलिए, देश की संसद ने 'The Rights for Persons with Disabilities Act, जैसा कानून बनाया, दिव्यांगजनों के अधिकारों को कानूनी सुरक्षा दी।
तो वहीं केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने देश भर के एथलीटों को अपना समर्थन देने के लिए पीएम मोदी को शुक्रिया कहा। खेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपका प्रोत्साहन युवाओं को खेलों को अपनाने और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।