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Vinesh Phogat: वजन कम करने के चक्कर में जा सकती थी विनेश फोगाट की जान, कोच ने किया सनसनीखेज खुलासा
Vinesh Phogat: विनेश फोगाट के फाइनल मैच से पहले वजन बढ़ने के बाद उन्होंने कड़ी मेहनत कर काफी हद तक वजन को कम कर दिया, लेकिन वजन कम करने के चक्कर में विनेश फोगाट की जान को था खतरा
Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए कुश्ती में इस बार एक भी मेडल हाथ नहीं लगा। इस ओलंपिक में इस बार तो भारत सबसे बेहतरीन प्रदर्शन के करीब पहुंचा था, जहां गोल्ड मेडल जीतने के किनारे पर आ गया था, लेकिन वक्त और नसीब को मंजूर नहीं था और भारत की बेटी विनेश फोगाट गोल्ड मेडल के करीब पहुंचकर भी निराश मन से खाली हाथ लौटी। भारत की महिला कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने देश को गोल्ड दिलाने के लिए क्या-क्या नहीं किया, यहां तक कि उन्होंने अपने जान तक को जोखिम में डाल दिया। लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा।
विनेश फोगाट को वजन ज्यादा होने से किया गया था अयोग्य घोषित
अब आप सोच रहे होंगे कि जान तक लगा दी... ये कैसे? तो ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि खुद विनेश फोगाट के कोच ने कहा है। जी हां.... विनेश फोगाट ने दमदार प्रदर्शन से एकतरफा अंदाज में अपने विरोधियों को धूल चटाते हुए फाइनल में जगह बना ली। एक ही दिन में विनेश ने 50 किलोग्राम महिला कुश्ती स्पर्धा में 3 पहलवानों को पस्त कर दिया और गोल्ड की दावेदार बन गई। लेकिन गोल्ड मैच से ठीक पहले वजन ज्यादा होने की वजह से दुर्भाग्यशाली तरीके से विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर पूरे देश को झटका दिया।
विनेश की वजन कम करने के चक्कर में जा सकती थी जान
विनेश फोगाट ने वजन को कम करने के लिए अपना सबकुछ लगा दिया। उन्होंने 6 अगस्त को 3 मैच जीते, इसके बाद उनका वजन 2.700 किलोग्राम बढ़ गया। इसके बाद विनेश ने वजन कम करने के लिए पूरा समर्पण कर दिया। जहां उन्होंने जैसे ही वजन बढ़ने की जानकारी मिली, वजन कम करने के लिए इतना जबरदस्त वर्कआउट किया कि इस दौरान विनेश फोगाट की जान तक जा सकती थी, यानी वो मर तक सकती थी। ऐसा कहना है उनके कोच वोलस आकोस का। विनेश के कोच ने दिल दहला देने वाला खुलासा किया है। जिसके बाद हमारे देश की बेटी विनेश फोगाट के लिए पूरे देश से और भी ज्यादा प्यार और अपनापन मिलना तय है।
विनेश के कोच वोलर अकोस ने किया सनसनीखेज खुलासा
भारत की इस महिला स्टार रेसलर के कोच वोलर अकोस ने कहा कि “सेमीफाइनल के बाद विनेश का 2.7 किलोग्राम ज्यादा वजन हो गया था। हमने एक घंटे और बीस मिनट तक व्यायाम किया उसके बाद भी 1.5 किलोग्राम ज्यादा वजन बचा था। उसके शरीर पर पसीने की एक बूंद भी नहीं दिखाई दी। कोई विकल्प नहीं बचा था और आधी रात से सुबह 5:30 बजे तक उसने अलग-अलग कार्डियो मशीनों और कुश्ती के मूव्स पर काम किया। वह गिर गई थी लेकिन किसी तरह हमने उसे उठाया, मैं जानबूझकर नाटकीय विवरण नहीं लिखता, लेकिन मुझे केवल यह याद है कि मैं सोच रहा था कि वह मर सकती है।“