Paris Olympics 2024: ‘तुम नहीं हारी, हर वो बेटी हारी... ', विनेश फोगाट के संन्यास पर बोलीं साक्षी मलिक

Vinesh Phogat Retirement: 50 किलोग्राम कैटेगरी में मात्र 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से ओलंपिक से डिसक्वालिफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पूरे भारत वासियों को चौंका दिया।

Viren Singh
Published on: 8 Aug 2024 3:13 AM GMT
Vinesh Phogat Retirement
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Vinesh Phogat Retirement (सोशल मीडिया) 

Vinesh Phogat Retirement: महिलाओं की 50 किलोग्राम कैटेगरी कुश्ती स्पर्धा में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 के फाइनल मैच से ऐन वक्त पहले डिसक्वालिफाई किए जाने से वे काफी निराश और टूट गई हैं। फोगाट कुश्ती के फाइनल में पहुंच कर इतिहास रच दिया था, वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय एथीलट बनी थीं, क्योंकि आज तक ओलंपिक खेलों में कोई भारतीय एथलीट कुश्ती प्रतियोगिता के फाइनल में नहीं पहुंचा था। 140 करोड़ देश वाशियों को उम्मीद जग गई थी कि विनेश इस स्पर्धा में गोल्ड जरूर जीतेंगी और इतिहास रचेंगे, क्योंकि उन्होंने इस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम कैटेगरी कुश्ती स्पर्धा शानदान प्रदर्शन करते हुए जापान की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट को हराते हुए फाइनल का सफर तय किया था, लेकिन फाइनल मैच के कुछ घंटों पहले 50 किलोग्राम कैटेगरी में 100 ग्राम वजह अधिक होने से फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे देश का गोल्ड मेडल का तो सपना टूटा ही, साथ ही विनेश फोगाट भी टूट गई हैं, और उसके बाद वह बड़ा ऐलान कर दिया, जिसकी किसी ने उम्मीद न की थी।

डिसक्वालिफाई के बाद विनेस का संन्यास

50 किलोग्राम कैटेगरी में मात्र 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से ओलंपिक से डिसक्वालिफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पूरे भारत वासियों को चौंका दिया है। विनेश ने कुश्ती से अलविदा कह दिया है, संन्यास की घोषणा कर दी है। खेल से संन्यास लेते हुए विनेश ने अपनी मां के एक संदेश लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि मां मैं हार गई, कुश्ती जीत गई। निवेश की इसी पोस्ट का रियो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने प्रतिक्रिया दी है।

तुम्हारे संघर्ष और जज्बे को सलाम

रियो ओलंपिक 2016 में भारत को ब्रॉन्ज मेडल जीताने वाली साक्षी ने विनेश के समर्थन में कहा कि विनेश तुम नहीं हारी हो, हर वो बेटी हारी है, जिके लिए तुम लड़ी और जीती। ये पूरे देश की हार है। देश तुम्हारे साथ है। खिलाड़ी के तौर पर उनके संघर्ष और जज्बे को सलाम।

एक दिन में जीते थे 3 मैच

विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में मंगलवार को तीन मैच खेले थे। विनेश ने स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को 3-2 से हराया था। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की महिला पहलवान ओक्साना लिवाच को 7-5 से हराया था, जबकि सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से पटखनी देते हुए फाइनल में पहुंची थीं। बुधवार को रात फाइनल मैच होना था, लेकिन बुधवार दोपहर जब विनेश का वजन किया गया तो वह तय कैटेगरी 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था, जिसके बाद उन्हें ओलंपिक से डिसक्वालिफाई।

काफी मेहनत भी नहीं लगाई रंग

फोगाट ने वजब घटाने के लिए मंगलवार पूरी रात काफी मेहनत की। बाल और नाखून कटवाए लेकिन इसका कोई अधिक असर नहीं पड़ा। विनेश फोगाट का मंगलवार सुबह वजन 49.90 किलोग्राम था, लेकिन सेमीफाइल मैच खेलने के बाद उनका वजन बढ़कर 52.700 किलोग्राम गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेमीफाइनल के मैच खेलने के बाद उन्हें एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन बढ़ा गया। रात भर काफी मेहनत करने के बाद भी फोगाट का वजह कुछ कम हुआ, लेकिन वह 50.100 किलोग्राम पर अटककर रह गया, जिसके वजह से उन्हें ओलंपिक गेम्स के डिसक्वालिफाई घोषित कर दिया गया।

इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब

पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालिफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती खेल से संन्यास ले लिया है। फोगाट ने अपनी मां को एक पोस्ट करते हुए कहा कि माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024...आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी। माफी।


Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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