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चैंपियन बनकर रोते हुए गले लगे थे विराट और रोहित, कोहली बोले-कभी नहीं भूल सकता बारबाडोस में उस भावुक पल को
Virat Kohli And Rohit Sharma: क्रिकेटर विराट कोहली ने कहा कि फाइनल मुकाबला जीतने के बाद भावुक कप्तान रोहित शर्मा को गले लगाना वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे।
Virat Kohli And Rohit Sharma: टी 20 विश्व कप चैंपियन बनने के बाद टीम इंडिया की भारत वापसी हो चुकी है। गुरुवार को दिल्ली से लेकर मुंबई तक विश्व विजेता टीम का जोरदार स्वागत किया गया। दिल्ली में टीम के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और मुंबई में टीम की शानदार विक्ट्री परेड निकाली गई जिसमें क्रिकेट फैंस का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। चैंपियन टीम का ऐसा अद्भुत, अतुलनीय और अविश्वसनीय स्वागत पहले कभी नहीं देखा गया था।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित टी 20 वर्ल्ड कप के विक्ट्री सेलिब्रेशन में दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली ने कहा कि फाइनल मुकाबला जीतने के बाद भावुक कप्तान रोहित शर्मा को गले लगाना वे जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्षों के दौरान उन्होंने रोहित शर्मा को इतना भावुक होते हुए कभी नहीं देखा। उन्होंने डबडबाई आंखों से मुझे गले लगा लिया था और तब मेरी आंखों में भी आंसू आ गए थे।
पहली बार रोहित को इतना भावुक होते हुए देखा
अपनी स्पीच के दौरान विराट कोहली ने कहा कि मैं और रोहित शर्मा लंबे समय से एक साथ क्रिकेट खेल रहे हैं। पिछले 15 वर्षों के दौरान मैंने पहली बार रोहित शर्मा को इतना भावुक होते हुए देखा। बारबाडोस के केनसिंग्टन ओवल मैदान में जब हम सीढ़ियां चढ़ रहे थे तो वे खुशी के मारे रो रहे थे और मैं भी रो रहा था। दोनों की आंखों में आंसू भरे हुए थे और हमने एक-दूसरे को गले लगा लिया था।
उन्होंने विश्व कप में खिताब जीत का श्रेय पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा कि टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपना सौ फीसदी योगदान दिया। सभी खिलाड़ियों की ओर से किए गए प्रयासों के कारण ही हम इतने लंबे समय बाद आईसीसी का टूर्नामेंट जीतने में कामयाब हो सके।
रोते हुए एक-दूसरे से गले मिले थे दिग्गज
विराट कोहली ने कहा कि रोहित और मैं लंबे समय से विश्व कप जीतने की कोशिश कर रहे थे। हम हमेशा विश्व कप जीतना चाहते थे और विश्व कप की ट्रॉफी जीत कर वानखेड़े स्टेडियम में लाना हमारे लिए एक खास एहसास है। रोहित और मैं टी 20 विश्व कप जीतने के साथ टी 20 इंटरनेशनल क्रिकेट संन्यास लेने के प्रति दृढ़ थे। हम अपना सपना पूरा करने में कामयाब रहे और इसीलिए हम दोनों ने टी 20 क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं उस पल को सारी जिंदगी नहीं भूल सकता जब विश्व कप जीतने के बाद हम बारबाडोस में पवेलियन की सीढ़ियां चढ़ रहे थे। रोहित और मैं दोनों रो रहे थे और हम दोनों ने एक-दूसरे को गले लगा दिया था और यह पल हमेशा मेरी स्मृतियों में बना रहेगा। मुझे लगता है कि हमने जिम्मेदारी उठाई और विश्व कप को यहां लाने से अच्छा कुछ नहीं हो सकता।
2011 के भावुक पलों को भी याद किया
कोहली ने कहा कि 2011 वनडे वर्ल्ड कप में भारत को मिली जीत को भी याद किया। उन्होंने कहा कि 2011 में विश्व कप जीतने के बाद जीतने के बाद वे यह समझ नहीं पाए थे कि सचिन तेंदुलकर सहित टीम के सीनियर प्लेयर्स रो क्यों रहे हैं? कोहली ने कहा कि 2011 में हुए टीम में वे सबसे कम उम्र के सदस्य थे।
उन्होंने सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और युवराज सिंह को भावुक होते हुए देखा था और उस समय उन्हें इन खिलाड़ियों का भावुक होना समझ में नहीं आया था।
किंग कोहली ने कहा कि अब जब वे खुद टीम के सीनियर प्लेयर हैं, तो उन्हें इस बात का एहसास हुआ है कि इतनी बड़ी जीत हासिल करने के बाद आंखों में आंसू आ ही जाते हैं।
विश्व कप के लिए 15 वर्षों में खूब मेहनत की
कोहली जब 21 साल के थे तो उन्होंने इसी मैदान पर कहा था कि 21 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट का भार अपने मजबूत कंधों पर उठाने वाले सचिन तेंदुलकर को कंधों पर उठाना उचित है। गुरुवार को उन्होंने इसी मैदान पर कहा कि उन्होंने और उनके कप्तान रोहित शर्मा ने 15 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट की जिम्मेदारी उठाने और विश्व कप की ट्रॉफी को जीतकर भारत लाने के लिए खूब मेहनत की है।
कोहली ने कहा कि आधा मैच समाप्त होने के बाद मैं जानता था कि अब अगली पीढ़ी को भारतीय क्रिकेट की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। विश्व कप जीतने के बाद बीसीसीआई की ओर से टीम इंडिया को 125 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी गई है। इस इनाम की घोषणा बीसीसीआई सचिव जय शाह की ओर से टीम के विश्व चैंपियन बनने के बाद ही कर दी गई थी।