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नोटबंदी पर जब वीरेंद्र सहवाग ने बोली यह बात, तो भर आई हर किसी की आंख

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Published on: 15 Nov 2016 8:46 AM GMT
नोटबंदी पर जब वीरेंद्र सहवाग ने बोली यह बात, तो भर आई हर किसी की आंख
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नई दिल्ली: जब से मोदी सरकार ने कालेधन को रोकने के लिए 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद करने का फैसला लिया है, तब से पूरे देश भर में खलबली मच गई है। कहीं किसी की बेटी की शादी रुक गई है। तो कोई अपने बच्चे का इलाज नहीं करवा पा रहा है। हालांकि मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले को कुछ लोग सराह रहे हैं, तो कुछ लोग जमकर कोस भी रहे हैं1

ऐसे में क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने पैसों की मारामारी को लेकर ऐसा स्टेटमेंट दिया है, जिसे पढ़कर आप उनकी तारीफ करने पर मजबूर हो जाएंगे। उनकी यह बात आपके दिल को छू लेगी।

आगे की स्लाइड में जानिए क्या कहा है वीरेंद्र सहवाग ने

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मोदी सरकार के इस नोटबंदी के फैसले का वीरेंद्र सहवाग ने तहदिल से स्वागत किया है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि 'यदि शहीद हनुमनथप्पा सियाचिन ग्लेशियर में हुए हिमस्खलन के बाद 35 फीट गहरे बर्फ में दबकर भी 6 दिन तक मौत को मात दे सकते हैं, तो फिर क्या हम अपने देश को बचाने के लिए थोड़ी तकलीफ नहीं सह सकते हैं?'

आगे की स्लाइड में जानिए क्यों कहा वीरेंद्र सहवाग ने ऐसा

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वीरेंद्र ने यह भी कहा है कि सियाचिन ग्लेशियर के उस इलाके में जहां टेम्परेचर 45 डिग्री से भी नीचे चला जाता है, वहां हमारे देश के सैनिक देश की रक्षा में अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। सहवाग का कहना है कि तो क्या देश हित में हम इतनी मुश्किलें नहीं झेल सकते।

आगे की स्लाइड में जानिए हनुमनथप्पा कौन थे



सियाचिन ग्लैशियर की सोनम चौकी पर 3 फरवरी को हिमस्खलन में करीब 10 सैनिक बर्फ में दब गए थे। 9 सैनिकों के शव निकाले गए थे। लेकिन इसे भगवान की कृपा कहेंगे कि हनुमनथप्पा टनों बर्फ के नीचे से चमत्कारिक रूप से जिंदा निकले थे। बाद में छह दिनों तक मौत से लड़ने के बाद दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रिफरल हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था।

बता दें कि नोट बंदी पर सहवाग का यह पहला कमेंट नहीं है इससे पहले भी उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक फनी सा कमेंट लिखा था।

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