TRENDING TAGS :
आईसीसी इवेंट के हर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को आखिर क्यों नहीं हरा पा रहा भारत? जानिए सभी सवालों के तार्किक जवाब!
India Lost Every Final IND vs AUS: विश्व क्रिकेट जगत में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट में एक अलग ही प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है
India Lost Every Final IND vs AUS: विश्व क्रिकेट जगत में भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच क्रिकेट में एक अलग ही प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम अब तक लगातार तीन आईसीसी इवेंट के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से हार चुकी है। जी हां, सबसे पहले जून 2023 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम ने हराया। उसके बाद 19 नवंबर 2023 को वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने भारत को हराया और अब अंडर 19 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में जूनियर इंडिया की टीम को ऑस्ट्रेलिया की जूनियर टीम ने पछाड़ दिया। इस आर्टिकल में हम तीन बार लगातार हुई इस पराजय और इसके कारणों को लेकर चर्चा करने वाले हैं।
लगातार इन सब हार के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस अपनी टीम के प्रदर्शन से काफी निराश भी हैं और उनका मानना है कि यह नहीं होना था। जून में ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में और नवंबर में अहमदाबाद में 50 ओवर के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा की टीम की तरह, अब अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा। ऑस्ट्रेलिया ने टूर्नामेंट में अब तक अपराजित टीम को खिताबी मुकाबले में 79 रन से हराया।
कम से कम इस उदाहरण में, यह देखना कठिन नहीं था कि ऑस्ट्रेलिया विजयी क्यों हुआ? उनके पास परिस्थितियों का बेहतर दोहन करने के लिए संसाधन थे; उनके चार लंबी हाईट वाले तेज गेंदबाज न केवल तेज थे, बल्कि उन्होंने विलोमूर पार्क डेक से पर्याप्त उछाल भी हासिल किया। कप्तान सहारन ने अपने बल्लेबाजों की ओर से कई आक्रामक स्ट्रोक के लिए खेद व्यक्त किया। जिसमें वह खुद भी शामिल था, उनमें से कई स्ट्रोक सीधे फील्डरों के हाथों में सिर्फ इसलिए चले गए, क्योंकि गेंद या तो भारतीयों की अपेक्षा से अधिक तेजी से या अधिक ऊंचाई पर आई थी या वे इसके अभ्यस्त थे।
ऑस्ट्रेलिया से भारत की लगातार हार के कई सारे कारण है, लेकिन इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ऑस्ट्रेलियाई लोग आसानी से 'सेटल' नहीं होते हैं, उन्हें दूसरे नंबर पर आना पसंद नहीं है। विशेष रूप से यह टीम खेलों में, पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों की देखरेख में, एक-दूसरे से ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त करके फलते-फूलते हैं। खासकर क्रिकेट फाइनल में, उनमें भय और दिखावे का माहौल ही अलग होता है। जो उनके विशाल कौशल के साथ मिलकर उन्हें एक शक्तिशाली ताकत बनाता है, जो कभी भी हार नहीं मानेगा और आत्मसमर्पण नहीं करेगा। इन सबके अलावा 5 अन्य प्रमुख कारणों से भी भारतीय टीम को लगातार हार स्वीकार करनी पड़ती है:-
01.) हुनर:- आपको बताते चलें कि भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता सर्वाधिक है और हर घर में हर बच्चा यही चाहता है कि वह बड़ा होकर देश के लिए क्रिकेट खेले। जिसके लिए वह मेहनत भी करता है, इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि टीम इंडिया के पास हुनर यानी स्किल वाले खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इसके बावजूद भी टीम को अक्सर फाइनल में पराजय का मुंह देखना पड़ता है। इसका अर्थ हम यह समझ सकते हैं कि विपक्षी टीम के पास फाइनल जीतने का हुनर भारत से अधिक है, अर्थात टीम इंडिया को अपनी स्किल को बढ़ाने के लिए अभी और संघर्ष करना पड़ेगा।
02.) भाग्य:- अक्सर कहा जाता है कि स्पोर्ट्स में भाग्य की अधिक भूमिका नहीं होती है, लेकिन यहां हमें विचार करना पड़ेगा। क्योंकि वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में कप्तान रोहित शर्मा टॉस हार गए और उसके बाद हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय कप्तान उदय सहारण भी टॉस जीतने में अनलकी रहे। यानी की टीम इंडिया का भाग्य कहीं न कहीं इस समय परीक्षा ले रहा है। हालांकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीता था, लेकिन वह मैच भी भारतीय टीम जीतने में असफल रही थी।
03.) अति आत्मविश्वास:- किसी भी बड़े मैच को जीतने के लिए खिलाड़ियों के पास आत्मविश्वास होना जरूरी है। लेकिन जब वह आत्मविश्वास सीमा से अधिक हो, तब परिणाम विपरीत दिखाई देंगे। वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल हो अथवा अंडर-19 वर्ल्ड कप का फाइनल दोनों में भारत की टीम टूर्नामेंट के अन्य सभी मैच जीत कर फाइनल में पहुंची थी। लिहाजा टीम तथा मैनेजमेंट को फाइनल में भी अति आत्मविश्वास ने घेर लिया और दोनों जगह भारत फाइनल मुकाबला जीतने में असफल रही। वहीं WTC की बात करें तो उस फाइनल से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की थी। लेकिन, फाइनल मैच में खिलाड़ियों का आत्मविश्वास डगमगा गया।
04.) खराब योजना:- गौरतलब है कि अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में मिली हार के बाद कप्तान उदय सहारन ने अपनी योजनाओं में गड़बड़ी को भी हार का कारण बताया, साथ ही रोहित शर्मा ने भी वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में मिली हार के बाद ऐसा ही कुछ कारण बताया था। भारत पूरे टूर्नामेंट में अपनी योजना के अनुसार काम कर रहा है, लेकिन फाइनल में आकर अत्यधिक उत्सुकता के कारण से वह अपनी योजनाओं को सफल नहीं बना पाता। लिहाजा परिणाम दूसरी टीम के पक्ष में चला जाता है। हालांकि, टीम मैनेजमेंट निश्चित रूप से इस पर काम कर रहा है।
05.) मानसिक रुकावट:- सोशल मीडिया पर अक्सर आरोप लगता है कि भारत के खिलाड़ी फाइनल में आकर हर तरह की मानसिक रुकावटों का शिकार हो जाते हैं। लेकिन, क्या इसका मतलब यह है कि भारतीय बहुत आसानी से संतुष्ट हो जाते हैं? आख़िरकार यह वह देश है जहां वर्षों तक परिणाम तमाम फैंस के लिए लगभग आकस्मिक था, जब तक कि सुनील गावस्कर या सचिन तेंदुलकर ने व्यक्तिगत माइल्ड स्टोन हासिल नहीं किए। ऐसा नहीं था कि कोई भी महान मुंबई वाला व्यक्तिगत गौरव से संतुष्ट था।
लेकिन सामूहिक रूप से एक राष्ट्र के रूप में हम स्पेक्ट्रम को पार करने और खराब क्रिकेटिंग आउटिंग पर हिंसक रूप से निराशा व्यक्त करने के दूसरे चरम पर जाने से पहले बहुत लंबे समय तक क्षमा कर रहे थे। जैसा कि 2007 में कैरेबियन में 50 ओवर के विश्व कप के दौरान हुआ था, जब भारत पहले चरण से आगे बढ़ने में विफल रहा था। अभी भी भारत के पास खुद को वापस खड़ा करने के लिए ओर भी कई सारे मौके हैं। (नोट:- आर्टिकल में उपयोक्त विश्लेषण सोशल मीडिया रिव्यू और क्रिकेट दिग्गजों के हवाले से ही किया गया है।)