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निजामाबाद की बेटी निकहत जरीन ने फिर बढ़ाया तिरंगे का मान, कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता गोल्ड मेडल

world champion Nikhat Zareen: बॉक्सिंग में तहलका मचाने वाली निकहत जरीन तेलंगाना के निजामाबाद की रहने वाली है। इनका जन्म 14 जून 1996 को को हुआ। इनके पिता मुहम्मद जमील अहमद और माता का नाम परवीन सुल्ताना है। निकहत को बचपन से ही खेलों में काफी रूचि थी।

Suryakant Soni
Published on: 8 Aug 2022 1:42 AM GMT
world champion Nikhat Zareen
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World Champion Nikhat Zareen

World Champion Nikhat Zareen: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जब भारतीय खिलाड़ियों का दल बर्मिंघम रवाना हुआ था तब निकहत जरीन से पूरे देश को गोल्ड की उम्मीद थी। रविवार को निकहत जरीन ने विरोधी खिलाड़ी को आसानी से धूल चटा दी। उनका ये पंच रिंग में मौजूद विपक्षी खिलाड़ी से ज्यादा देश में मौजूद कट्टरवाद सोच वाले लोगों को लगा। निकहत जरीन ने देश के झंडे का मान बढ़ाया है। हर देशवासी को भारत की इस बेटी पर गर्व है। इससे पहले उन्होंने इसी साल वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिलाफ जीतकर बॉक्सिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाई थी।

निजामाबाद की गोल्डन गर्ल:

बॉक्सिंग में तहलका मचाने वाली निकहत जरीन तेलंगाना के निजामाबाद की रहने वाली है। इनका जन्म 14 जून 1996 को को हुआ। इनके पिता मुहम्मद जमील अहमद और माता का नाम परवीन सुल्ताना है। निकहत को बचपन से ही खेलों में काफी रूचि थी। उनका सपना था देश के लिए खेलों में प्रतिनिधित्व करने का.. जिसे वो अपने पिता और मां के कारण आज पूरे भी कर पा रही है। 13 साल की उम्र में ही उन्होंने बॉक्सिंग शुरू कर दी थी। रूढ़ि और कट्टरवादी सोच वाले लोगों ने निकहत जरीन और उनके परिवार वालों को खूब ताने मारे.. उनके छोटे कपड़ों को लेकर भी अपनी रूढ़ि मानसिकता दिखाई। लेकिन इन सब को नज़रअंदाज़ कर निकहत ने अपना सपना पूरा किया। और आज देश की इस बेटी पर सभी को गर्व है।

आयरलैंड की मुक्केबाज को हराकर स्वर्ण पदक जीता:

वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन ने रविवार को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में देश की उम्मीदों पर खरा उतरी। उन्होंने महिलाओं के 50 किग्रा फ्लाईवेट में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में यह उनकी चौथी जीत थी। इससे पहले उन्होंने ग्रुप मैच में, क्वाटर फाइनल और फिर सेमीफाइनल में जीतकर फाइनल का सफर तय किया था। फाइनल में उनका मुकाबला आयरलैंड की मुक्केबाज कार्ली एमसी नौल से हुआ। जिसमें उन्होंने ताबड़तोड़ मुक्कों के प्रहार से कार्ली एमसी नौल को 5-0 से चित्त कर दिया। राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में बॉक्सिंग में भारत को निकहत ने एक और गोल्ड मेडल दिला दिया।

नीतू घनघास और अमित पंघाल ने भी दिलाया स्वर्ण पदक:

भारत को बॉक्सिंग में तीन गोल्ड मेडल मिले। सबसे पहले महिला बॉक्सर नीतू घनघास ने 45-48 किग्रा भार वर्ग स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। उसके बाद अमित पंघाल ने पुरुष के फ्लाईवेट में इतिहास रचते हुए भारत की झोली में एक और गोल्ड मेडल डाला। उनके कुछ देर बाद निकहत जरीन ने भी देश को पीला तमगा दिलाया।

Suryakant Soni

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