भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में इस पहलवान ने दिलाया था पहला पदक, जानिए कुछ रोचक तथ्य

Wrestler Rashid Anwar: देश को कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला पदक दिलाने वाले पहलवान राशिद अनवर रेलवे में नौकरी करते थे। पहलवान राशिद रेसलिंग में कई बार नेशनल चैंपियन रहे थे। उन्होंने 1934 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला पदक दिलाया था। पहलवान राशिद अनवर ने देश के लिए पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

Suryakant Soni
Written By Suryakant Soni
Published on: 24 July 2022 9:46 AM GMT
Wrestler Rashid Anwar
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Wrestler Rashid Anwar (Photo Credit: Wikipedia)

Wrestler Rashid Anwar: कॉमनवेल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेल का इतिहास करीब 92 साल पुराना है। कॉमनवेल्थ गेम्स को पहले ब्रिटिश इम्पायर गेम्स के नाम से जाना जाता था। इसकी शुरुआत 1930 में हुई थी। कनाडा के ओंटारियो में पहली बार ब्रिटिश इम्पायर गेम्स (कॉमनवेल्थ गेम्स) की शुरुआत हुई थी। पहली बार हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था। लेकिन 1934 में जब इसका आयोजन लंदन में हुआ तब भारत ने भी हिस्सा लिया था। 1934 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के केवल छह खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। इसी दौरान भारत के पहलवान राशिद अनवर ने देश को पहला पदक दिलाया था।

रेलवे में नौकरी करते थे पहलवान राशिद अनवर:

बता दें देश को कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला पदक दिलाने वाले पहलवान राशिद अनवर रेलवे में नौकरी करते थे। पहलवान राशिद रेसलिंग में कई बार नेशनल चैंपियन रहे थे। उन्होंने 1934 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला पदक दिलाया था। पहलवान राशिद अनवर ने देश के लिए पहली बार ब्रॉन्ज मेडल जीता था। बताया जाता है कि रेसलिंग में राशिद अनवर को बचपन से ही शौक था। लेकिन उन्होंने रेलवे की नौकरी के दौरान इसमें हाथ आजमाए थे। उन्होंने देश के नाम पहला पदक जीतकर अपना नाम स्वर्ण अक्षरों से लिख दिया।

राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक मिल्खा सिंह ने दिलाया:

राष्ट्रमंडल खेलों में पहले गोल्ड मेडल के लिए देश को करीब 24 साल तक इंतजार करना पड़ा था। देश आजाद होने के बाद 1958 में जब राष्ट्रमंडल खेलों आयोजन हुआ तो उसमें महान एथलीट मिल्खा सिंह ने स्वर्ण पदक जीतकर कार्डिफ में तिरंगा लहराया था। मिल्खा सिंह की ऐतिहासिक उपलब्धि के 52 साल बाद चक्का फेंक में कृष्णा पूनिया ने देश को दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया था। अब तक भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में कुल 503 पदक अपने नाम किए हैं।

215 खिलाड़ी इस बार दिखाएंगे अपना जलवा:

कॉमनवेल्थ गेम्स 1934 में जब भारत ने पहली बार हिस्सा लिया था तब 6 सदस्यीय भारतीय दल ही लंदन गया था। लेकिन समय के साथ भारत में खेलों के प्रति सरकार और लोगों का रुझान काफी बढ़ा हैं। इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए 322 सदस्यीय भारतीय दल इंग्लैंड रवाना हुआ हैं। इसमें नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, मीराबाई चानू जैसे बड़े सितारे शामिल हैं। इस दल में 215 खिलाड़ियों के अलावा 107 अधिकारी एवं सपोर्ट स्टाफ है। कॉमनवेल्थ खेलों का आयोजन 28 जुलाई से आठ अगस्त तक इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में होना होगा।

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