TRENDING TAGS :
IND vs SA: टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज यशस्वी केपटाउन टेस्ट जीत के बाद हुए खुश, अपने खेलने की शैली पर किया बड़ा खुलासा
IND vs SA: भारतीय टीम को यहां जीत के लिए 79 रनों का मिला था लक्ष्य, यशस्वी जायसवाल ने टीम इंडिया को दी तेज तर्रार शुरुआत।
IND vs SA: भारतीय क्रिकेट टीम ने केपटाउन में जीत का परचम लहरा दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गई 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के केपटाउन में हुए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए दूसरे ही दिन मेजबान टीम को शानदार अंदाज में 7 विकेट से पटखनी दी। इस जीत के साथ ही रोहित शर्मा एंड कंपनी ने 2 मैचों की सीरीज के पहले मैच में मिली हार के बाद यहां जीत दर्ज कर 1-1 से बराबरी पर रोक दिया।
भारत ने केपटाउन टेस्ट मैच को 7 विकेट से कियया अपने नाम
टीम इंडिया ने इस मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया। अपने तेज गेंदबाजों के शानदार खेल के दम पर दक्षिण अफ्रीका को पहली पारी में केवल 55 के स्कोर पर रोक दिया, जिसके बाद भारत ने पहली पारी में 153 रन बनाए। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को दूसरी पारी में 176 रनों के स्कोर पर ही समेट दिया और जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने इस लक्ष्य के जवाब में 3 विकेट जरूर खोए, लेकिन आखिरकार केपटाउन की पिच पर अपनी पहली जीत हासिल की।
यशस्वी ने खेली तेज तर्रार पारी, अपनी बैटिंग को लेकर कही ये बात
भारत के लिए 79 रन के लक्ष्य के सामने टीम के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कमाल की शुरुआत दिलायी। जहां इस नौजवान बल्लेबाज ने तेजी के साथ बल्लेबाजी करते हुए केवल 23 गेंद में 6 चौकों की मदद से 28 रन बना डाले। उनकी इस पारी की बदौलत टीम इंडिया के लिए लक्ष्य काफी आसान हो गया और एक शानदार जीत के साथ सीरीज को भी ड्रॉ करवा दिया। मुश्किल पिच पर यशस्वी की छोटी लेकिन इम्पेक्टफुल पारी से हर कोई खुश है, तो खुद यशस्वी भी अपनी इस पारी से काफी खुश हैं। उन्होंने जीत के बाद अपनी बल्लेबाजी को लेकर खास खुलासा किया।
जिस तरह की होती है परिस्थिति, वैसी करता हूं बल्लेबाजी- यशस्वी जायसवाल
भारतीय क्रिकेट टीम की केपटाउन टेस्ट मैच में शानदार जीत के बाद युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने खेलने की शैली को लेकर कहा कि, "ऐसा नहीं है कि मेरा स्वाभाविक खेल तेजी से खेलना है। मैं परिस्थिति के हिसाब से खेलता हूं। पिछली तीन पारियों में मैंने ऐसा ही किया है और लक्ष्य का पीछा करते हुए जिस तरह की जरूरत थी मैंने वो किया। मेरी कोशिश यही रहती है कि मेरी टीम को जिस तरह जरूरत है वैसा खेलूं और मेरे दिमाग में बस यही रहता है।"
नई गेंद से ज्यादा से ज्यादा तेजी से रन बनाने की थी कोशिश- जायसवाल
उन्होंने आगे कहा कि, “अगर पांच दिन बचे रहते हैं तो मैं उस हिसाब से बल्लेबाजी करता हूं, लेकिन 70 रन चाहिए हों तो मेरा खेल अलग हो जाता है। मेरी कोशिश रहती है कि अपने खेल में बदलाव ला सकूं जो टीम के लिए सही रहे। रोहित भैया(रोहित शर्मा) काफी सकारात्मक माइंडसेट में मुझे रखते हैं। दूसरी पारी में उतरने से पहले उसी तरीके से हमारे बात हुई। कोशिश यही थी कि हम जितनी जल्दी नई गेंद से रन बनाएं उतना बेहतर होगा। यहां पर मैच जीतना आसान नहीं है। मैच जीतकर बहुत ही मजा आया। बहुत ही अच्छा लग रहा है, टीम में काफी अच्छी-अच्छी बातें होती हैं जो हमको सीखने मिलती है। इन चीजों का आनंद लेते हैं और इसी तरह हम सीखते रहेंगे।“