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Sachin's Son Arjun: युवराज के पिता ने सचिन के बेटे अर्जुन को तराशा, पहले ही रणजी मैच में जड़ दिया शतक
Sachin's Son Arjun: अर्जुन तेंदुलकर की प्रतिभा निखारने में युवराज सिंह के पिता पूर्व क्रिकेटर और एक्टर योगराज सिंह की बड़ी भूमिका रही है। पिछले दिनों अर्जुन ने योगराज सिंह से ट्रेनिंग ली थी।
Sachin's Son Arjun: महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की तरह उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun tendulkar) ने भी रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में ही शतक जड़ने का कमाल दिखाया है। बाएं हाथ के इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में ही शतक ठोक कर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस शतक के साथ ही अर्जुन तेंदुलकर सचिन के खास क्लब में शामिल हो गए हैं। 34 साल पहले सचिन तेंदुलकर ने भी 15 साल की उम्र में गुजरात के खिलाफ अपने पहले रणजी मैच में नाबाद 100 रन बनाए थे।
अर्जुन तेंदुलकर की प्रतिभा निखारने में युवराज सिंह के पिता पूर्व क्रिकेटर और एक्टर योगराज सिंह (Former cricketer and actor Yograj Singh) की बड़ी भूमिका रही है। पिछले दिनों अर्जुन ने योगराज सिंह से ट्रेनिंग ली थी। अब उन्होंने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के डेब्यू मैच में ही गोवा की तरफ से खेलते हुए शतक जड़ने का कमाल दिखाया है। लोगों का मानना है कि युवराज की ओर से दिया गया मंत्र अर्जुन के काम आया है और वे अपने पहले मैच में ही शतक लगाने में कामयाब रहे हैं।
पिता की तरह डेब्यू मैच में जड़ दिया शतक
अर्जुन तेंदुलकर ने राजस्थान के खिलाफ अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच खेलते हुए शतक जड़ने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने 178 गेंदों में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से अपने 100 रन पूरे किए। अर्जुन तेंदुलकर ने 23 साल 81 दिन में यह शतक लगाया है जबकि उनके पिता सचिन तेंदुलकर ने 1988 में गुजरात के खिलाफ 15 साल 281 दिन की उम्र में अपने पहले रणजी मैच में शतक जड़ा था।
अर्जुन तेंदुलकर ऑलराउंडर हैं और मुंबई की ओर से खेलने का मौका न मिलने पर उन्होंने इस बार गोवा की ओर से खेलना शुरू किया है। 2019 की नीलामी के दौरान मुंबई इंडियंस ने अर्जुन तेंदुलकर को खरीदा था मगर अर्जुन को अभी तक आईपीएल में डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है।
योगराज ने बल्लेबाजी पर फोकस करने को कहा
रणजी ट्रॉफी में डेब्यू से पहले अभी तक अर्जुन तेंदुलकर की गेंदबाजी की ही चर्चा होती रही है मगर युवराज के पिता योगराज सिंह ने ट्रेनिंग के दौरान उन्हें बल्लेबाजी पर भी फोकस करने को कहा था। योगराज सिंह का कहना है कि वे जूनियर तेंदुलकर की गेंदबाजी से नहीं बल्कि बल्लेबाजी से प्रभावित हुए।
इसके बाद उन्होंने सचिन तेंदुलकर से फोन पर भी बातचीत की थी और पूछा था कि अर्जुन बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान क्यों नहीं देता। बाद में सचिन और युवराज सिंह के अनुरोध पर योगराज सिंह ने अर्जुन को चंडीगढ़ में ट्रेनिंग भी दी थी। चंडीगढ़ में अर्जुन की ट्रेनिंग करीब दो हफ्ते तक चली थी। अब उनके रणजी के पहले मैच में ही शतक लगाने पर योगराज सिंह काफी खुश हैं।
बेटे की कामयाबी पर दी बधाई
अर्जुन के शतक लगाने के बाद योगराज सिंह ने सचिन तेंदुलकर को बधाई संदेश भी भेजा है। योगराज सिंह इन दिनों एक शूटिंग के सिलसिले में इंग्लैंड में हैं और अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि अर्जुन एक दिन महान ऑलराउंडर साबित होगा। योगराज सिंह का कहना है कि उन्हें शुरुआत से ही अर्जुन की प्रतिभा पर पूरा भरोसा था और अब अर्जुन ने शतक जड़कर अपनी प्रतिभा दिखा दी है।
युवराज सिंह के शुरुआती दिनों में योगराज सिंह अपने बेटे को भी ट्रेनिंग दे चुके हैं। इसके बाद युवराज सिंह ने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने बड़ी उपलब्धियां हासिल की। पंजाबी फिल्मों में एक्टिंग करने वाले योगराज सिंह को काफी सख्त कोच माना जाता है। जानकारों का मानना है कि योगराज सिंह की ट्रेनिंग की बदौलत अर्जुन तेंदुलकर की बल्लेबाजी में काफी सुधार आया है जिससे वे शतक जड़ने में कामयाब रहे हैं।