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Yuvraj Singh: युवराज सिंह का छलका दर्द, टीम प्रबंधन को इसलिए लिया निशाने पर
Yuvraj Singh: युवराज ने अपने करियर में 304 एनदिवसीय मैच और 58 टी20 इंटरनेशन मैच खेले हैं।
Yuvraj Singh: भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने टीम प्रबंधन पर की आलोचना की है। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज ने नजरअंदाज करने और नियमित रूप से टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं देने पर नाराजगी जताईहैं। युवराज सिंह ने भारतीय टीम को कई मैचों में जीत दिलाई है। भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में युवराज की गिनती की जाती है।
भारतीय टीम के लिए युवराज ने 2007 टी20 विश्व कप और 2011 विश्क कप खेला है। भारतीय टीम को चैम्पियन बनाने में युवराज सिंह की बड़ी भूमिका थी। युवराज ने अपने करियर में 304 एनदिवसीय मैच और 58 टी20 इंटरनेशन मैच खेले हैं। टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज ने एकदिवसीय मैच में 8701 रन और टी20 इंटरनेशनल में 1177 रन बनाए हैं।
एकदिवसीय और टी20 में शानदार प्रदर्शन करने वाले युवराज सिंह को टेस्ट मैच में खेल का मैका कम ही मिला। युवराज सिंह ने साल 2003 में टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था और 2012 में उन्होंने आखिरी टेस्ट क्रिकेट खेला था। युवराज ने 40 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1900 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 9 विकेट भी लिए हैं। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह का टेस्ट मैच में कम मौका मिलने से आज भी नाराज हैं जो उनके किए गए ट्वीट में नजर आता है।
दरअसल, एक क्रिकेट वेबसाइट ने युवराज सिंह की तस्वीर ट्वीट करते हुए लोगों से पूछा कि कौन सा खिलाड़ी सबसे अधिक टेस्ट मैच खेल सकता था उसका नाम बताएं। युवराज सिंह ने इस ट्वीट पर जवाब देते हुए यह बातें कही हैं। युवराज ने टीम इंडिया के मैनेजमेंट पर निशाना साधा। युवराज ने जवाब देते हुए लिखा कि शायद अगले जन्म में ऐसा हो, जब मैं 7 साल तक 12वें नबंर का खिलाड़ी न बनूं।
युवराज सिंह उस भारतीय टीम में थे जिसमें वीरेंद्र सहवाग, सौरभ गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज क्रिकेटर थे। जिस समय सभी खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए खेलते थे उसे इंडियन क्रिकेट का गोल्डन एरा कहा जाता है।
चहल ने किया बड़ा खुलासा
Yuzvendra Chahal: भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया। चहल ने कहा कि हार्दिक पांडया और रविंद्र जडेजा की वजह से उनकी और कुलदीप की जोड़ी टूट गई। इन दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय टीम को कई जीत दिलाई है।
वर्तमान समय में दोनों तेज गेंदबाज खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। टीम इंडिया में कुलदीप यादव अपनी जगह खो चुके हैं जबकि चहल को आखिरी ग्यारह में शामिल होने के लिए के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। दरअसल, कुलदीप और चहल की जोड़ी जब से टूटी है तभी से दोनों खिलाड़ी खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। अब इसका खुलासा युजवेंद्र चहल ने की है।
चहल ने एक न्यूल चैनल से बात करते हुए कहा कि साल 2018 तक भारतीय टीम में मैं और कुलदीप लगातार साथ खेलते रहे हैं। उन्होंने बताया कि उसका कारण हार्दिक पंड्या थे। चहल ने कहा कि हार्दिक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर थे। वह जब गेंदबाजी करते थे तो दो स्पिनर एक साथ खेला करते थे, लेकिन उनके चोटिल हो जाने के बाद रवींद्र जडेजा टीम में आ गए। इसके बाद से ही सब कुछ बदल गया।
चहल ने बताया कि जडेजा स्पिन ऑलराउंडर हैं। जब हार्दिक पंड्या के चोटिल हो गए, तो उनके स्थान पर टीम में ऑलराउडर की आवश्यकता थी, क्योंकि टीम कॉम्बिनेशन के लिए यह आवश्यक था कि 7 नंबर तक कोई बल्लेबाजी कर सके। जडेजा स्पिनर हैं तो इसलिए कुलदीप या मुझमें किसी एक को ही अंतिम ग्यारह में शामिल किया जाना था।
चहल ने चैनल से बात करते हुए टीम इंडिया जब तक टीम जीत रही है उन्हें बाहर रहने में कोई परेशानी नहीं। उन्होंने कहा कि अगर मैं नहीं खेलता हूं और टीम जीतती है, तो मैं खुश रहूंगा।
गावस्कर ने सिराज की तारीफ की
Mohammed Siraj: जुलाई में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए टीम इंडिया में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को चुना गया है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने मोहम्मद सिराज की तारीफ की है।
सुनील गावस्कर ने कहा कि मोहम्मद सिराज आस्ट्रेलिया के दौरे करने के बाद से और बेहतर हो गए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने मोहम्मद सिराज के आईपीएल 14 में किए गए प्रदर्शन की खूब तारीफ की है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया के दौरा बाद से सिराज और मजबूत तथा बेहतर हो गए हैं। गावस्कर ने कहा कि सिराज अपना अंतिम ओवर भी ऐसे फेंकते हैं, जैसे पहला ओवर फेंक रहे हों।
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