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Andhra Pradesh: जगन सरकार में होगा बड़ा फेरबदल, 90% प्रतिशत मंत्रियों की जा सकती है कुर्सी
इस व्यापक फेरबदल (Cabinet Reshuffle) से केवल एक या दो मंत्री ही अप्रभावित रहेंगे। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि वे उस समुदाय के अकेले निर्वाचित प्रतिनिधि होंगे।
Jagan mohan Reddy Cabinet Reshuffle: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में आगामी विधानसभा चुनाव वर्ष 2024 को होना है। मगर, मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी (CM Jaganmohan Reddy) अभी से सरकार और संगठन को कसने में जुट गए हैं। आधे से अधिक कार्यकाल पूरा कर चुकी जगन सरकार कैबिनेट में बड़ा फेरबदल करने जा रही है। सीएम जगनमोहन कैबिनेट को भंग कर नए मंत्रियों को नियुक्त करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक, कुल 24 में से 90 प्रतिशत मंत्रियों को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ सकती है।
इस व्यापक फेरबदल (Cabinet Reshuffle) से केवल एक या दो मंत्री ही अप्रभावित रहेंगे। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि वे उस समुदाय के अकेले निर्वाचित प्रतिनिधि होंगे। दरअसल, जगन सरकार बीते साल सरकार का आधा कार्यकाल पूरा होने के दौरान ही इस फेरबदल को अमलीजामा पहनाना चाहती थी, लेकिन कोविड (COVID-19) के कारण सरकार को कुछ समय के लिए ये टालना पड़ा।
इस तारीख को हो सकता है शपथ ग्रहण
मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने 2019 के विधानसभा में चुनाव में एकतरफा विराट जीत हासिल करने के बाद ऐलान किया था कि वे अपने कार्यकाल के आधे समय में ही पूरी तरह से नई टीम का गठन करेंगे। अपने उसी ऐलान पर अमल करते हुए आंध्र सीएम ने कल शाम राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की और उन्हें मंत्रिमंडल में होने वाले बदलाव के बारे में जानकारी दी। माना जा रहा है, कि वे कल राज्यपाल से एक बार फिर मुलाकात करेंगे और उन्हें नई मंत्रियों की सूची सौंपेंगे। नए मंत्री 9 अप्रैल को शपथ ले सकते हैं।
सभी जिलों और समुदायों को मिलेगा प्रतिनिधित्व
मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने हाल ही में आंध्र प्रदेश में 13 नए जिलों का गठन किया था। इसके बाद राज्य में अब जिलों की संख्या 26 हो चुकी है। ताजा मंत्रिमंडल फेरबदल में हर जिला, हर जाति, क्षेत्र, धर्म के लोगों को जगह दी जाएगी। सीएम जगनमोहन रेड्डी ने कुछ ऐसा ही समीकरण 2019 में भी बनाया था। तब उन्होंने अपनी सरकार में पांच उपमुख्यमंत्री बनाए थे, जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, कापू और मुस्लिम समुदाय से आते थे। इसके अलावा कैबिनेट में तीन महिलाएं भी शामिल की गई थी। माना जा रहा है कि कैबिनेट का इस बार का स्वरूप भी कुछ ऐसा ही रहेगा।
सरकार से हटे तो संगठन में मिलेगी जिम्मेदारी
जगन सरकार के एक मंत्री ने बताया कि इसे खराब प्रदर्शन करने वाले मंत्री के खिलाफ हुई कार्रवाई के तौर पर देखना गलत है। ऐसा पहले ही तय हो चुका था। सरकार से हटने वाले मंत्री भी इसे जानते थे। सीएम जगन ऐसे मंत्रियों को अब संगठन में जिम्मेदारी देंगे। आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन में उनकी जिम्मेदारी काफी अहम हो जाती है।
2019 में हासिल की थी एकतरफा जीत
राजनीति को विरासत में हासिल करने वाले वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में विराट जीत हासिल की थी। उन्होंने 175 सीटों वाले आंध्र प्रदेश में 151 सीटें हासिल कर तब सत्ता पर काबिज टीडीपी को जोरदार पटखनी दी थी। जगन के इस जीत में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भी अहम भूमिका रही। बता दें कि आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ कराए जाते हैं।