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Banda News: बुंदेलखंड राष्ट्र समिति ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति को खून से लिखा पत्र, की ये बड़ी मांग

Banda News: बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति का सरस्वती विद्या मंदिर बांदा में दो दिवसीय पूर्व विस्तारक बैठक के समापन अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखे।

Anwar Raza
Report Anwar RazaPublished By Shweta
Published on: 4 July 2021 10:16 AM GMT
कार्यकर्ताओं ने लिखा खून से पत्र
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कार्यकर्ताओं ने लिखा खून से पत्र  

Banda News: बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति का सरस्वती विद्या मंदिर बाँदा में दो दिवसीय पूर्व विस्तारक बैठक के समापन अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय,बीआरएस संरक्षक और विस्तारक प्रमुख कौशल किशोर के दिशा निर्देश में सभी पूर्व विस्तारकों और बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति के पदाधिकारियों को जनपदों में समिति के गठन की जिम्मेवारी दी गयी। साथ ही जुलाई माह में संगठन के विस्तार को अंतिम रूप देने और अगस्त माह से पृथक बुन्देलखण्ड राज्य आंदोलन जल, जंगल, जमीन की आवाज बनने का आवाहन किया गया।

मांग करते हुए कार्यकर्ता

बता दें कि दो दिवसीय बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बीआरएस राष्ट्रीय संयोजक आंदोलनकारी तारा पाटकर द्वारा कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन होता रहता है। उन्होंने खून से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखने की परंपरा को जारी रखते हुए साथियों साहित्यकार संतोष पटैरिया, प्रवीण पाण्डेय, डालचंद्र, देवब्रत, शैलेन्द्र जौहरी बिल्लू, अमित तिवारी, रामराज कुशवाहा, पुनीत सिंह, राहुल तिवारी, सतीश द्विवेदी, अमित तिवारी, अधिवक्ता भूपेंद्र शुक्ल आदि साथियों के साथ खून से पत्र लिखा।

खून से लिखा हुआ पत्र

बीआरएस प्रमुख डालचंद्र द्वारा कौशल किशोर, नीरज बाजपेयी, यज्ञेश गुप्ता, धीरज गुप्ता, संदीप द्विवेदी, प्रीतम गुप्ता, दिनेश यादव, शिवम झा,अविनीश कटारिया मोनू आदि सभी विस्तारकों और कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट वक्ताओं को स्मृतिचिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम की भोजन व्यवस्था पीसी पटेल जनसेवक ने संभाली। बुन्देलखण्ड इंसाफ सेना के एएस नोमानी, बुन्देलखण्ड किसान यूनियन से दिनेश कुमार निरंजन, , बुन्देला फ़िल्म प्रोडक्शन से अभिनेत्री और समाजसेवी शालिनी सिंह पटेल और अन्य कई अन्य संगठनों ने भी बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति की आवाज बुलंद की। केंद्रीय प्रवक्ता देवब्रत त्रिपाठी ने बताया कि संगठन विस्तार के साथ बैठकों का दौर और खून से पत्र लिखने का सिलसिला साथ ही शासन प्रशासन जगाओ ज्ञापन पहुँचाओ कार्यक्रम अनवरत जारी रहेंगे।

Shweta

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