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देवघर रोपवे हादसा: नया Video देख सिहर उठेंगे आप, 1500 फीट की ऊंचाई पर अटकी रही 50 जिंदगियां

Deoghar Ropeway Accident: नए वीडियो में हादसे के वक़्त की भयावहता को महसूस किया जा सकता है। साथ ही, त्रिकूट पहाड़ की ऊंचाई भी साफ झलक रही है। बता दें, कि यह ऊंचाई करीब 1500 फीट है।

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Written By aman
Published on: 13 April 2022 11:57 AM GMT (Updated on: 13 April 2022 12:31 PM GMT)
deoghar ropeway accident new video viral before trolley collided in jharkhand
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देवघर रोपवे हादसा (सोशल मीडिया से) 

Deoghar Ropeway Accident : देवघर रोपवे हादसे (Deoghar Ropeway Accident) के शिकार लोग उस भयानक मंजर और सदमे से उबरने की कोशिश में हैं, वहीं एक नया दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे दो ट्रॉलियां आपस में टकराई थीं। ट्रॉलियों के टकराने के साथ ही उसमें बैठे लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई। यह वीडियो उसी ट्रॉली में सवार शख्स ने बनाया है।

वीडियो में क्या?

इस नए वीडियो में हादसे के वक़्त की भयावहता को महसूस किया जा सकता है। साथ ही, त्रिकूट पहाड़ की ऊंचाई भी साफ झलक रही है। बता दें, कि यह ऊंचाई करीब 1500 फीट है। वीडियो देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं। दोनों ट्रॉलियों के टकराने के बाद कैसे एक झटके में रोपवे हिलता है और उस समय क्या स्थितियां बनी, देखा जा सकता है।

क्या है घटना?

जानकारी के लिए बता दें, कि यह घटना झारखंड के देवघर में रविवार शाम 4 बजे के करीब घटी। इस हादसे में करीब आधा दर्जन ट्रॉलियां हवा में ही अटक गई थीं। इनमें करीब 50 से ज्यादा लोग सवार थे। जब ये हादसा हुआ उस समय कुछ लोग घायल भी हुए थे। एक एक व्यक्ति की मौत भी हो गई।

45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

देवघर में रोपवे हादसे की खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गई। देश की निगाहें इस ओर जा टिकीं। क्योंकि, तब हवा में 50 जिंदगियां झूल रही थी। इसके बाद सेना, आईटीबीपी (ITBP), एनडीआरएफ (NDRF) तथा स्थानीय प्रशासन (Local Administration) ने 45 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फंसे लोगों को निकाला गया। हालांकि, इस हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को एक महिला रस्सी से फिसल गई थी, जिसकी भी मौत हो गई।

फंसे लोगों ने ये बताया

अब बात करते हैं उनकी जो 45 घंटे तक रोपवे की ट्रॉली में फंसे रहे। इसी में एक शख्स जो बिहार के मधुबनी जिले से हैं, ने बताया कि 'जब हम लोग फंसे तो लग रहा था कि कोई नहीं बचेगा। अब हमारी जान चली जाएगी। मगर, रेस्क्यू टीम ने हमारी जान बचा ली।'

बच्चे ने किया एन्जॉय,.. मगर

बच्चे तो बच्चे होते हैं। इसी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक बच्चे ने कहा, 'हमको बहुत मजा आया। जब रस्सी ऊपर खींची गई, तो हमको बहुत अच्छा लगा। जबकि, ट्रॉली में फंसी एक अन्य बच्ची ने कहा, 'जब ट्राली हिल रही थी, तभी डर लग रहा था। वरना कोई डर नहीं लग रहा था। हम सब पूरी रात भूखे रहे। मंगलवार की सुबह 11.30 बजे के करीब कुछ खाया।' बच्ची ने आगे बताया, 'जब हमें उतारा जा रहा था, तो अच्छा लग रहा था। मगर, जब जब बीच में रस्सी रुक गई तो डर लगा।

हादसे के बाद केंद्र की एडवाइजरी

झारखंड के देवघर में हुए इस रोपवे हादसे के बाद, केंद्रीय गृह सचिव (Union Home Secretary) ने सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी (advisory) जारी की। इस एडवाइजरी में सभी राज्यों से कहा गया है कि रोपवे के लिए एक SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) और आकस्मिक योजना बनानी चाहिए। भारतीय मानक ब्यूरो के तहत, रोपवे के लिए पहले से तय किए गए संचालन व रखरखाव के मानकों का पालन किया जाना चाहिए। साथ ही, हर रोपवे की सुरक्षा और ऑडिट के लिए अनुभवी और योग्य फर्मों को काम पर रखा जाए। इसके अलावा मेंटेनेंस मैनुअल (maintenance manual) बनाए जाने की भी बात कही। गौरतलब है कि देवघर त्रिकूट रोपवे घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाई लेवल मीटिंग (high level meeting) की थी।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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