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मणिपुर में भयानक तबाही: देखें कैसे उठा पानी का सैलाब, बारिश से सड़कें और पुल ध्वस्त

Heavy Rain In Manipur: बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में जलभराव, बाढ़ और भूस्खलन के अलावा भारी बारिश के कारण हुए वाहन हादसों में दो लोगों की मौत हो गई।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By aman
Published on: 13 May 2022 2:52 PM GMT
due to heavy rain roads and bridges collapsed in manipur
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बारिश के बाद ध्वस्त पुल 

Heavy Rain In Manipur : मणिपुर (Manipur) में पिछले कई दिनों से हुई जबर्दस्त बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। तमाम सड़कें और पुल ध्वस्त हो गए हैं और बिजली सप्लाई बुरी तरह बाधित हुई है। बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में जलभराव, बाढ़ और भूस्खलन के अलावा भारी बारिश के कारण हुए वाहन हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। तामेंगलोंग और नोनी के पहाड़ी जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, क्योंकि अधिकांश भूस्खलन (Landslide) और अचानक आई बाढ़ (Flood) ने इन जिलों में सड़क संचार को व्यापक नुकसान पहुंचाया।

राष्ट्रीय राजमार्ग 37 का इंफाल-जिरिबाम सेक्टर, जिसे मणिपुर का दूसरा आपूर्ति मार्ग माना जाता है, इरांग नदी पर एक पुल के गिरने के बाद कट गया है। मूसलाधार बारिश से इसकी नींव को बह गई थी। पुल गिर जाने के बाद माल लदे ट्रकों, यात्री वाहनों और अन्य निजी वाहनों की सामान्य आवाजाही को रोक दिया गया है। पुल गिरने के बाद लोड ट्रक और यात्री सेवा वाहनों सहित इंफाल जाने वाले सैकड़ों वाहन बीच रास्ते में फंस गए। अच्छी बात ये है कि पुल के पास ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की पूर्व चेतावनी से कोई अप्रिय घटना होने से टल गई।

खोंगसंग से नोनी तक वाहन परिचालन पर रोक

नोनी जिले के उपायुक्त हौलिहान लाल गुइटे ने राष्ट्रीय राजमार्ग- 37 पर खोंगसंग से नोनी तक सभी वाहनों के चलने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसके बजाय खौपम से रेंग पांग के वैकल्पिक मार्ग का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन भारी वाहनों को ऊबड़-खाबड़, संकरे इलाके के कारण ऐसा करने से परहेज करने की सलाह दी गई है। सिर्फ हल्के वाहन ही सड़क का उपयोग कर सकते हैं, और वह भी आपातकालीन स्थिति में।


लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित

पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण राज्य में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य की बराक, मकरू, इरांग, इजेई और लीमातक जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य के अन्य हिस्सों से आंतरिक क्षेत्रों के कई गांवों को जोड़ने वाली तेज धाराओं से नदियों के पार कई लकड़ी और अस्थायी पुल बह गए।भारी भूस्खलन से तौसेम उप-मंडल को तामेंगलोंग जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क के लगभग 100 मीटर हिस्से को नुकसान पहुंचा है।


दो की मौत, एक लापता

इस दौरान भारी बारिश के कारण हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक लापता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गेहूं से लदे ट्रक के चालक की मौत हो गई। वह जिस ट्रक को चला रहा था वह सड़क से फिसल गया और एनएच- 2 के साथ सेनापति जिले के तदुबी में एक गहरी खाई में गिर गया। पुलिस को अंदेशा है, कि ट्रक के हेल्पर कि बाढ़ की धारा में बह गया है। एक अन्य घटना में, एक कार सवार की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। ये हादसा तब हुआ जब उनकी कार पानी के टैंकर से टकरा गई। ये हादसा भी भारी बारिश के कारण हुआ। लगातार भारी बारिश के कारण राजधानी शहर की सड़कों सहित घाटी के जिलों के विभिन्न निचले इलाकों में अचानक बाढ़ आ गई।

खतरे के स्टार के करीब जलस्तर

राज्य की राजधानी से गुजरने वाली इंफाल नदी और नम्बोल नदी का जलस्तर खतरे के स्तर के करीब है। इंफाल पूर्वी जिले में, लम्बोईखुल और उयुमपोक ममंग लीकाई खेतों में और उसके आसपास खमेलोक नदियों के पानी के बहने से कई खड़ी फसलें डूब गईं। तामेंगलोंग में बाढ़ के पानी से जानवरों के पिंजरे, भंडारगृह और कुछ मकान आदि बह गए हैं। राज्य के कार्य मंत्री के गोविंदास ने जल्द से जल्द मरम्मत कार्यों का आश्वासन दिया है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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