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Nainital Forest Fire: आग से घिरा नैनीताल, सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द, एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर लगाए गए

Nainital Forest Fire: फैलती आग से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना के खास एमआई 17 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है जो आग पर आसमान से पानी डाल रहे हैं

Neel Mani Lal
Published on: 28 April 2024 10:39 AM IST (Updated on: 28 April 2024 10:53 AM IST)
Nainital Forest Fire
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Nainital Forest Fire

Nainital Forest Fire: उत्तराखंड के नैनीताल के पास जंगल में लगी आग और भयावह हो गई है। आग कंट्रोल करने के लिए उत्तराखंड सरकार को भारतीय सेना की सहायता लेनी पड़ी है क्योंकि आग खतरनाक रूप से आवासीय क्षेत्रों के करीब आ गई है। तेजी से फैल रही आग की लपटें सेना की छावनी से मुश्किल से पांच किलोमीटर दूर तक भड़क रही हैं।पिछले साल 1 नवंबर से अब तक उत्तराखंड में जंगल में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आई हैं, जिससे 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में प्रतिकूल वनस्पति को नष्ट करने के लिए वन क्षेत्रों में आग लगाना एक आम बात है।

क्या क्या हुआ

- फैलती आग से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना के खास एमआई 17 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है जो आग पर आसमान से पानी डाल रहे हैं। एमआई-17 हेलीकॉप्टर पाइंन वृक्षों के जंगलों में आग बुझाने के लिए भीमताल झील के पानी का उपयोग कर रहे हैं। भूमियाधार, ज्योलिकोट, नारायण नगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर क्षेत्र में जहां हेलीकॉप्टर पानी का छिड़काव करने के लिए उड़ान भर रहे हैं। एक बार की उड़ान में 5 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया जाता है।

- मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया है। उन्होंने कहा कि जंगलों को आग लगाने वाले उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी।

- हालात काबू में आने तक घर बनाने और कार धोने पर रोक लगा दी गई है। राज्य में संबंधित सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं

- नैनी झील में जल स्तर कम होने के कारण नौकायन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

- राज्य में कई हफ्तों से जारी शुष्क मौसम के कारण विशेष रूप से कुमाऊं क्षेत्र में जंगल की आग की घटनाओं में वृद्धि हुई है।

- नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने प्रत्येक ग्राम सभा में आपातकालीन बैठकें आयोजित करने को कहा है ताकि लोगों को कूड़े में आग न लगाने के लिए जागरूक किया जा सके।



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Shalini singh

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