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ममता ने राष्ट्रपति को लेकर अपने मंत्री के बयान पर मांगी माफी, कहा-ऐसी टिप्पणी स्वीकार नहीं

Akhil Giri on President: संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ममता ने कहा कि मेरे मन में राष्ट्रपति के प्रति काफी सम्मान का भाव है। मैं किसी भी व्यक्ति के बाहरी सौंदर्य पर विश्वास नहीं करती हूं।

Anshuman Tiwari
Published on: 14 Nov 2022 6:21 PM IST
West Bengal CM Mamata Banerjee
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West Bengal CM Mamata Banerjee (Image: Social Media)

Akhil Giri on President: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने राज्य के मंत्री अखिल गिरि की ओर से राष्ट्रपति की द्रौपदी मुर्मू पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की निंदा करते हुए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती और यदि भविष्य में गिरि की ओर से ऐसी टिप्पणी की गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गिरि की टिप्पणी को लेकर पश्चिम बंगाल का सियासी माहौल इन दिनों गरमाया हुआ है। इस टिप्पणी के खिलाफ पूरे राज्य में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। ममता ने पहली बार इस टिप्पणी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है। पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं की ओर इशारा करते हुए ममता ने कहा कि कुछ लोग बंगाल में बैठकर खा रहे हैं मगर अपने ही राज्य के खिलाफ साजिश रचने में जुटे हुए हैं।

गिरि को दी कार्रवाई की चेतावनी

संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ममता ने कहा कि मेरे मन में राष्ट्रपति के प्रति काफी सम्मान का भाव है। मैं किसी भी व्यक्ति के बाहरी सौंदर्य पर विश्वास नहीं करती हूं। अखिल गिरि ने यह बयान देकर काफी अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से उन्हें चेतावनी देने के साथ ही इस बयान की निंदा भी की गई है। यदि भविष्य में उन्होंने इस तरह का कोई और बयान दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जानकारों का मानना है कि गिरी की टिप्पणी की चौतरफा निंदा के बाद ममता ने चुप्पी तोड़ते हुए इस मामले में माफी मांगी है।

हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर

टीएमसी नेता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बेहद अच्छी महिला बताते हुए कहा कि अपनी पार्टी के नेता की टिप्पणी पर हमें अफसोस है। हम अपने मंत्री अखिल गिरि के उस विवादित बयान को लेकर माफी मांगते हैं। अखिल गिरी ने पिछले दिनों नंदीग्राम में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है।

कोलकाता हाईकोर्ट में भी सोमवार को उनके खिलाफ एक जनहित याचिका दायर की गई। इस याचिका में गिरि पर संविधान के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति का अनादर करने का आरोप लगाते हुए उन्हें सजा देने की मांग की गई है। यह याचिका हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की बेंच में दायर की गई है। पश्चिम बंगाल का आदिवासी समुदाय भी गिरि के इस टिप्पणी को लेकर खासा नाराज है। चौतरफा आलोचना होने के बाद गिरि ने इस मामले में शनिवार को माफी मांग ली थी। उनका कहना था कि मेरा इरादा राष्ट्रपति का अनादर करना नहीं था।

बदनाम करने के लिए दुर्भावनापूर्ण अभियान

इससे पूर्व कोलकाता में प्रदर्शन के दौरान भाजपा को जवाब देते हुए ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ एक साजिश के तहत दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। इसका मकसद राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल को बदनाम करना है।

भ्रष्टाचार के मामलों में पार्टी नेताओं की गिरफ्तारी की ओर इशारा करते हुए ममता ने कहा कि जिन लोगों ने गलतियां की हैं, उन्हें सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए। यदि कोई नेता भ्रष्टाचार के मामलों या किसी पर अन्य प्रकार की गड़बड़ी में लिप्त है तो उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए मगर पश्चिम बंगाल के मामले में मीडिया ट्रायल चलाकर तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।

यही बैठकर खाने वाले रच रहे साजिश

ममता ने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं पर भी इशारों में निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बैठकर खाने वाले लोग इसी राज्य के खिलाफ साजिश रचने में जुटे हुए हैं। वे यहीं बैठकर दिल्ली से पश्चिम बंगाल को पैसा न मिलने की साजिश रचते हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल के विकास की कोई फिक्र नहीं है। उन्हें तो बस अपना राजनीतिक मकसद साधना है। ऐसे लोगों को पता होना चाहिए कि पश्चिम बंगाल अपने पैरों पर खड़ा होने में पूरी तरह सक्षम है। हमारे लिए सबसे बड़ी चीज स्वाभिमान है और हम इस स्वाभिमान को दिल्ली की हुकूमत को छीनने नहीं देंगे। हम अपने स्वाभिमान की रक्षा करते हुए पश्चिम बंगाल के विकास की कोशिश में जुटे रहेंगे।

ममता ने कुछ दिनों पूर्व भी पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक दंगों की साजिश की ओर इशारा किया था। उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए साजिशें हो रही हैं और इस बाबत अफसरों को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने उत्तर बंगाल को अलग करने के लिए सीमा पार से हथियारों की तस्करी का बड़ा आरोप भी लगाया था। ममता और भाजपा में इन दिनों खींचतान बढ़ती जा रही है और माना जा रहा है कि भाजपा को जवाब देने के लिए है ममता ने भी मोर्चा खोल दिया है।



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Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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