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BJP: दक्षिण के इस राज्य में बीजेपी को लगा बड़ा झटका, एक दर्जन से अधिक नेताओं ने छोड़ी पार्टी
Tamil Nadu News: तमिलनाडु में दर्जनभर नेताओं ने बीजेपी छोड़ दी है। 13 नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है, जिनमें बीजेपी आईटी विंग के प्रमुख भी शामिल हैं।
Tamil Nadu News: दक्षिण भारत में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। हाल ही में प्रवासी बिहारी मजदूरों के साथ कथित रूप से मारपीट और हिंसा की खबरों को लेकर सुर्खियों में आए तमिलनाडु में दर्जनभर नेताओं ने बीजेपी छोड़ दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 13 नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है, जिनमें बीजेपी आईटी विंग के प्रमुख भी शामिल हैं।
बीजेपी चेन्नई वेस्ट आईटी सेल के प्रमुख ओरथी अनबरासू और 12 अन्य लोगों ने पार्टी छोड़ी है। सभी नेताओं ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) को ज्वाइन किया है। बता दें कि एआईएडीएमके केंद्र और राज्य में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है। दोनों दलों ने पिछला विधानसभा और लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था।
बीजेपी छोड़ने वाले नेताओं ने क्या कहा ?
बीजेपी छोड़कर एआईएडीएमके में शामिल हुए सभी नेता आईटी सेल में काम करते थे। ये सभी तमिलनाडु बीजेपी आईटी सेल के पूर्व प्रमुख सीटीआर निर्मल कुमार के करीबी बताए जाते हैं। कुमार कुछ समय पहले ही बीजेपी छोड़ एआईएडीएमके में शामिल हुए थे। पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने कहा कि वे अपने नेता निर्मल कुमार के राजनीतिक कदम का अनुसरण करेंगे। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कभी सत्तारूढ़ डीएमके में शामिल नहीं होंगे।
बीजेपी अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने नेताओं के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दूसरे और तीसरे पंक्ति के कुछ नेताओं ने पार्टी छोड़ी है। इस मौके पर उन्होंने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि अगले तीन महीनों में पार्टी में कुछ बड़े नेताओं के आने और कुछ के जाने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि वह सांसद या विधायक बनने नहीं बल्कि तमिलनाडु में पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए बीजेपी में शामिल हुए थे। अन्नामलाई राजनीति में आने से पहले आईपीएस थे और कर्नाटक कैडर के अधिकारी थे। बाद में उन्होंने खाकी छोड़, खाकी पहन ली। बीजेपी ने इस पूर्व युवा पुलिस अधिकारी के कंधे पर दक्षिण के इस सबसे मुश्किल राज्य में अपना सियासी विस्तार करने की जिम्मेदारी दी है।
बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट पर बंटी नजर आई थी बीजेपी
बता दें कि हाल ही में कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे, जिसे लेकर दावा किया था कि तमिलनाडु में कथित तौर पर बिहारी मजदूरों को पीटा जा रहा है। हालांकि, इनमें से कुछ वीडियो फर्जी पाए गए थे। लेकिन इसे लेकर बिहार से लेकर तमिलनाडु तक की सियासत गरमा गई थी। बिहार में इस मुद्दे को बीजेपी ने जोरशोर से उठाया था। लेकिन तमिलनाडु बीजेपी ने यहां पर बिहारी या हिंदी भाषी मजूदरों के साथ किसी तरह की हिंसा की बात की पुष्टि नहीं की थी। राज्य बीजेपी प्रमुख अन्नामलाई ने बस सत्तारूढ़ डीएमके पर प्रवासी मजूदरों के खिलाफ माहौल तैयार करने का आरोप लगाया था, जिसके कारण पुलिस ने उन पर केस भी दर्ज किया है।
दलबदल पर बीजेपी-एआईएडीएमके में तकरार
भाजपा नेताओं के एआईएडीएमके में शामिल होने पर तमिलनाडु एनडीए में खटपट शुरू हो गई है। रविवार को भी पांच नेताओं ने बीजेपी छोड़ सहयोगी दल एआईएडीएमके का दामन थामा था। बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने सहयोगी दल के नेता पलानीस्वामी पर निशाना साधते हुए कहा कि द्रविड़ राजनेता सोचते हैं कि वे बड़ी पार्टियां चला रहे हैं। भाजपा के नेताओं को शामिल कर अपनी पार्टी का विकास करना चाहते हैं। ये दिखाता है कि तमिलनाडु में बीजेपी आगे बढ़ रही है।
अन्नामलाई के बयान पर एआईएडीएमके ने पलटवार किया है। एआईएडीएमके के आईटी विंग के सचिव रामचंद्रन ने कहा कि बीजेपी को एकबार तमिलनाडु में नोटा से भी कम वोट मिले थे। 2021 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक इसलिए जीते क्योंकि उनका गठबंधन एआईएडीएमके के साथ था। एआईएडीएमके वह संगठन है, जिसने अपने दम पर चुनाव जीता है। ऐसे में यह कहना कि एआईएडीएमके को विकसित करने के लिए बीजेपी नेताओं की जरूरत है, यह कहना केवल मजाक है।