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5g Service Launch In India: आ गया 5जी , जानिए क्या क्या बदल जाएगा

5g Service In India: 5जी में उपभोक्ताओं के लिए बेहतर इंटरनेट स्पीड और कम विलंबता होगी। अपने चरम पर 5जी पर इंटरनेट की गति 4जी के 100 mbps पीक की तुलना में 10gbps को छू सकती है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 1 Oct 2022 7:07 PM IST (Updated on: 1 Oct 2022 7:07 PM IST)
5g Service Launch In India: आ गया 5जी , जानिए क्या क्या बदल जाएगा
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5g Service In India (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

5g Service Launch In India: भारत को 5 जी मोबाइल सेवाएं (5G Mobile Services) आज से मिलना शुरू हो गयी हैं। भारत में अगली पीढ़ी के मोबाइल टेलीफोनी के लॉन्च की दिशा में अपना पहला कदम पांच साल पहले उठाया गया था।

भारत की यात्रा

2017 में सरकार ने 5जी को लागू करने के लिए उद्योग, शिक्षा, सरकार और नियामकों के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए एक उच्च-स्तरीय मंच की स्थापना की थी। इस फोरम का मुख्य एजेंडा 5जी के लिए भारत के रोडमैप को वैश्विक मानकों के अनुरूप रखना था ताकि वैश्विक दूरसंचार नेटवर्क में एकरूपता की कमी को रोका जा सके। 4जी तक की सेवाओं में ये कमी देखी गयी थी। बहरहाल, अमेरिका स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ए.जे. पॉलराज की अध्यक्षता में फोरम ने 2018 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और स्थानीय रूप से अनुरूप समाधान विकसित करने के लिए स्पेक्ट्रम नीति, नियामक नीति, आवेदन और उपयोग के मामले प्रयोगशालाओं सहित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया।

जब 5जी अनुप्रयोगों के लिए अनुसंधान और विकास जारी रहा जबकि दूसरी तरफ सरकार ने परीक्षण करने के लिए दूरसंचार ऑपरेटरों को स्पेक्ट्रम आवंटित करना शुरू कर दिया। 2019 तक, दूरसंचार विभाग और क्षेत्र नियामक ट्राई ने स्पेक्ट्रम मूल्य निर्धारण पर विचार करना शुरू कर दिया था। इस साल अगस्त में, सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी पूरी की - जो सेवाओं को शुरू करने की दिशा में अंतिम कदमों में से एक था।

कौन सी तकनीक इस्तेमाल कर रहे ऑपरेटर

5जी नेटवर्क मुख्य रूप से दो मोड पर स्थापित होते हैं : स्टैंडअलोन (Standalone) और नॉन-स्टैंडअलोन (Non Standalone)। दोनों आर्किटेक्चर के अपने फायदे और नुकसान हैं। जियो ने स्टैंडअलोन मोड चुना है। ये 5जी नेटवर्क समर्पित उपकरणों के साथ काम करता है, और मौजूदा 4जी नेटवर्क के समानांतर चलता है। जबकि गैर-स्टैंडअलोन मोड में, 5जी नेटवर्क 4जी कोर इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा समर्थित है। जियो ने अपने स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क के लिए 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।

गैर-स्टैंडअलोन नेटवर्क को आम तौर पर एक शुरूआती कदम माना जाता है, और वैश्विक मिसाल से पता चलता है कि गैर-स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क लॉन्च करने वाले ऑपरेटरों ने अंततः स्टैंडअलोन नेटवर्क में ट्रान्सफर किया है। भारती एयरटेल ने गैर-स्टैंडअलोन मोड चुना है। इस मोड में ऑपरेटर अपेक्षाकृत कम निवेश के साथ अपने मौजूदा नेटवर्क बुनियादी ढांचे के उपयोग को इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों आर्किटेक्चर में सबसे बड़ा अंतर मौजूदा डिवाइस इकोसिस्टम के बारे में है। गैर-स्टैंडअलोन में अनिवार्य रूप से 4जी नेटवर्क के माध्यम से 5जी एयरवेव भेजी जाती हैं सो अधिकांश स्मार्टफ़ोन में आज गैर-स्टैंडअलोन 5जी नेटवर्क से कनेक्ट करने की क्षमता है। दूसरी तरफ स्टैंडअलोन नेटवर्क से कनेक्ट करने में सक्षम होने के लिए उन फ़ोनों में सॉफ़्टवेयर अपडेट की आवश्यकता होगी।

5जी के फायदे (5G Service Benefits)

संचार मंत्रालय ने कहा है कि 5जी नए आर्थिक अवसरों और सामाजिक लाभों को प्राप्त कर सकता है। इसमें भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता है। भारत पर 5जी का संचयी आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

- सामान्य यूजर: 5जी में उपभोक्ताओं के लिए बेहतर इंटरनेट स्पीड और कम विलंबता (लेटेंसी) होगी। अपने चरम पर 5जी पर इंटरनेट की गति 4जी के 100 एमबीपीएस पीक की तुलना में 10जीबीपीएस को छू सकती है। इसी तरह, 4जी के तहत विलंबता 10-100 एमएस (मिलीसेकंड) के बीच है जबकि 5जी पर यह 1 एमएस से कम होने की उम्मीद है। विलंबता वह समय है जो किसी डिवाइस को डेटा के पैकेट भेजने और रिअक्शन प्राप्त करने में लगता है। विलंबता जितनी कम होगी, रिअक्शन उतना ही टेज होगा।

- 5जी उपभोक्ताओं को अपने स्मार्टफ़ोन पर 4के वीडियो देखने, वर्चुअल मोबाइल गेमिंग ऐप और कई अन्य इमर्सिव गतिविधियों और नए एप्लिकेशन का उपयोग कर सकेंगे।

- 5 जी में यूजर्स को डेटा डाउनलोड दरों में तीन गुना इजाफा देखने को मिलेगा। यूजर्स अधिक स्पेक्ट्रम दक्षता, और सुपर लो लेटेंसी अनुभव करेंगे। यानी क्लिक किया और ऑडियो-विडियो समेत सभी फाइलें आदि तत्काल अपलोड या डाउनलोड हो जायेंगी।

- यूजर्स किसी भी बड़ी फाइल को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भेज सकेंगे।

- विनिर्माण उद्योग: विनिर्माण उद्योग में 5 जी से बड़ा बदलाव आयेगा। 5 जी तकनीक निर्माताओं को ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रियलिटी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करती है। निजी और सार्वजनिक 5जी नेटवर्क का उपयोग करते हुए निर्माता अपने कारखाने के अंदर सिस्टम को सप्लाई चेन, वितरण, वेयरहाउसिंग और ग्राहक सेवा से जोड़ सकते हैं। 5जी बेहतर लॉजिस्टिक्स और इन्वेंट्री की ट्रैकिंग और सुरक्षा बढ़ाने को सपोर्ट करता है। 5जी अप्लिकेशन के लिए वायर्ड कनेक्टिविटी की कोई आवश्यकता नहीं है अतः ये तकनीक माल के उत्पादन और वितरण के तरीके पर प्रभाव डालेगी। 5जी एप्लिकेशन लागत में कटौती करने, समय कम करने, अपव्यय को कम करने और उत्पादकता में सुधार करने में मदद करते हैं।

- डिजिटल फ़ैक्टरी: 5जी का उपयोग करके आप अपने फ़ैक्टरी की डिजिटल इमेज या डिजिटल कॉपी प्राप्त कर सकते हैं। 5जी से इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स सेंसर, एआई कैमरे और रोबोट संचालित होंगे। निगरानी और नियमित रखरखाव के लिए अलर्ट भेजने के लिए मशीनों पर आईओटी सेंसर लगाए जा सकेंगे।

- खनन कार्यों में उन जगहों पर रोबोट को तैनात किया जा सकता है जहां मानव के लिए काम करना खतरनाक है।

- सुरक्षा और निगरानी के लिए 5जी सक्षम ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है। उनका उपयोग इन्वेंट्री की पहचान करने और गिनने के लिए किया जा सकता है।

- 5जी अप्लीकेशन से कर्मचारियों को निश्चित कंप्यूटर टर्मिनलों पर काम करने से आज़ादी दी जा सकती है।

- कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए 5जी सक्षम वीआर (वर्चुअल रियलिटी)/एआर एप्लिकेशन का उपयोग किया जा सकता है।

- 5जी नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ ट्रांसपोर्टर अपने वाहनों को ट्रैक कर सकते हैं। 5जी नेटवर्क रियल टाइम में वाहन की स्थिति की निगरानी और रखरखाव पर अलर्ट भेजने में मदद कर सकता है।

- 5जी मानव रहित स्वचालित वाहनों को सपोर्ट कर सकता है, माल परिवहन उत्पादन दर को 30 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।

- 5 जी आधारित ड्राईवर निगरानी प्रणाली यह जांचती है कि वाहन चलते वक्त कहीं ड्राईवर नींद में तो नहीं है। ये प्रणाली रियल टाइम में उसे सचेत करती है।

- कामगारों की दूर से निगरानी और प्रबंधन किया जा सकता है। 5जी सक्षम रिमोट वीडियो निगरानी स्वचालित रूप से चेहरे का पता लगाने और श्रमिकों की टाइम रिकॉर्डिंग में मदद कर सकती है।

- 5जी से किसी भी प्रवेश/निकास पर एएनपीआर (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) के जरिये घुसपैठ के किसी भी प्रयास का पता लगाया जा सकता है।

- पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान रेलवे, सड़कों, बंदरगाहों, जलमार्ग, हवाई अड्डों, जन परिवहन और रसद बुनियादी ढांचे जैसे सात इंजनों द्वारा संचालित है। 5जी इन सभी लॉजिस्टिक्स में लागत को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। यह रेलवे सिग्नलिंग प्रणाली का आधुनिकीकरण कर सकता है और इसकी सटीकता में वृद्धि कर सकता है, जिससे एक ही ट्रैक पर अधिक माल गाड़ियों को चलाने की अनुमति मिलती है।

- खिलाड़ियों द्वारा पहने जाने वाले फुल बॉडी मोशन कैप्चर स्पोर्ट्सवियर को 5जी से जोड़ा जा सकता है। क्लाउड में रीयल टाइम एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए, खिलाड़ी का 3डी सिमुलेशन चलाया जाता है और खेल विशिष्ट पैरामीटर बनाए जाते हैं, जिससे कोच द्वारा उच्च गुणवत्ता और वैज्ञानिक कोचिंग को सक्षम बनाया जा सकता है।

- टेलीमेडिसिन में 5 जी का अनुप्रयोग बेहद कारगर साबित होगा। डाक्टर अपने मरीजों को रियल टाइम में मदद कर पाएंगे, रिपोर्ट्स देख सकेंगे और जांच करने में सक्षम होंगे।

- बस सेवा जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में 5 जी का उपयोग ट्रैकिंग, रिमोट सञ्चालन और टिकटिंग में मदद करेगा। इससे यूजर्स को बेहत सेवा मिलेगी।



Shreya

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