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Akshata Krishnamurthy: अंतरिक्ष एजेंसी नासा में काम करने का अपना सपना किया पूरा, मंगल ग्रह पर रोवर चलाने वाली पहली भारतीय हैं अक्षता कृष्णमूर्ति

Akshata Krishnamurthy: भारतीय शोधकर्ता डॉ अक्षता कृष्णमूर्ति एक ऐसी ही महिला हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष एजेंसी नासा में काम करने का अपना सपना पूरा किया।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 6 Dec 2023 11:00 AM IST (Updated on: 6 Dec 2023 11:01 AM IST)
Akshata Krishnamurthy
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Akshata Krishnamurthy (photo: social media )

Akshata Krishnamurthy: चांद सितारे की झिलमिल सपनों की दुनियां की खूबसूरती को रात में आंखें मूंद कर हर बच्चा महसूस करता आया है। लेकिन कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो उस दुनियां को आंखें मूंद कर नहीं बल्कि उसे अपने हाथों से छूकर एहसास करने का हौसला रखते हैं। जिनमें से अभी तक अपने देश के कई महान वैज्ञानिक अपने इस ख्वाब को हकीकत में बदलने का काम कर चुके हैं, जिनमें हाल ही में अभी एक और नाम सामने आया है। भारतीय शोधकर्ता डॉ अक्षता कृष्णमूर्ति एक ऐसी ही महिला हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष एजेंसी नासा में काम करने का अपना सपना पूरा किया।

वह मंगल ग्रह पर रोवर संचालित करने वाली पहली भारतीय नागरिक बनने का भी गौरव हासिल कर चुकीं हैं।

इस बारे में क्या कहती हैं अक्षता कृष्णमूर्ति

अंतरिक्ष एजेंसी नासा में काम करने का अपना सपना पूरा करने वाली भारतीय मूल की अक्षता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा है कि 'मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि मैंने अपने सपने को पूरा करने की जिद के आगे किसी की नहीं सुनी। मैं तब तक डटी रही जब तक मुझे मेरा रास्ता नहीं मिल गया।' मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से PhD पूरी करने के बाद नासा में नियुक्त हुई अक्षता ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है कि, 'कोई भी सपना जो आप देखते हैं वो कभी भी इतना बड़ा या पागलपन भरा नहीं होता जिसे पूरा नहीं किया जा सकता। हमेशा अपने आप पर विश्वास रखें, और अपने सपने की चमक को बरकरार रखते हुए लगातार उस दिशा में काम करते रहें।'


विपरित परिस्थितियों में भी नहीं डिगने दिया आत्म विश्वास

अक्षता ने इंस्टाग्राम पर शेयर की अपनी यात्रा पोस्ट में लिखा है कि, 'मैं लगभग 13 साल पहले अमेरिका में नासा में काम करने और पृथ्वी तथा मंगल ग्रह पर उन्नत विज्ञान और रोबोटिक अभियानों का नेतृत्व करने के सपने के अलावा अपने साथ कोई दूसरी आकांक्षा लेकर नहीं नहीं आई थी। अपने इस सपने को पूरा करने की यात्रा के दौरान जिन लोगों से मैं मिली उन्होंने मुझे कहा कि वीजा पर एक विदेशी नागरिक के रूप में तुम्हारे ख्वाब का पूरा होना असंभव है। उन लोगों ने मुझसे कहा कि मुझे या तो प्लान बदल देना चाहिए या अपना क्षेत्र पूरी तरह से बदलना चाहिए।' आकांक्षा अपने इस अभियान के तहत मंगल ग्रह पर कुछ नमूने एकत्रित कर रही है, जिसे पृथ्वी पर किसी बड़ी खोज के लिए लाया जाएगा।





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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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