Fame II Scheme : क्या आप जानते हैं फेम II इलेक्ट्रिक वाहन योजना के बारे में? जानें पूरी डिटेल

Fame II Scheme : भारत सरकार ने पूरे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से फेम II योजना की शुरुआत की है।

Ankit Awasthi
Written By Ankit AwasthiPublished By Shraddha
Published on: 2 Dec 2021 9:09 AM GMT
फेम II इलेक्ट्रिक वाहन योजना
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फेम II इलेक्ट्रिक वाहन योजना (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

Fame II Scheme : इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई फेम II (FAME-II) योजना को अब तक 8,596 करोड़ की राशि प्राप्त हो चुकी है लेकिन अब तक इस कुल राशि का केवल 10 प्रतिशत ही उपयोग में लाया गया है। मूल रूप से यह कार्यक्रम 31 मार्च 2022 को समाप्त होने हेतु अंकित था लेकिन अब इसकी समाप्ति तिथि में इजाफा कर दिया गया है। सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI) के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रिक कारों (Electric Cars) पर बीते 9 अक्टूबर 2021 तक कुल 819 करोड़ की सब्सिडी का भुगतान किया जा चुका है।

क्या है फेम II योजना?

भारत सरकार ने पूरे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से फेम II योजना की शुरुआत की है तथा इस योजना का सीधा सा उद्देश्य नई इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री पर टैक्स में छूट प्रदान करने में साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों की गतिशीलता को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त योजना के उद्देश्य के अंतर्गत इलेक्ट्रिक कारों के लिए एक महत्वपूर्ण चार्जिंग बुनियादी ढांचे की स्थापना करना भी शामिल है, जो प्रदूषण और ईंधन की खपत को कम करने में विशेष रूप से सहायक होगी।

24 महीनों के लिए बढ़ाई गई फेम II योजना

दोपहिया वाहनों पर सब्सिडी दोगुनी (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

इस योजना को तीन साल पहले सरकार द्वारा लागू किया गया था तथा अब यह नवीनतम निर्णय के चलते आगामी 31 मार्च 2024 तक प्रभावी रूप से लागू रहेगी। इतने लंबे समय से इस योजना के लागू होने के बावजूद यह अभी तक अपने लक्ष्यों की पूर्ति से बेहद दूर हैं लेकिन इस साल जून से स्थिति में काफी सुधार हुआ है। इसी महीने के जून से दोपहिया वाहनों पर सब्सिडी दोगुनी होने के परिणामस्वरूप इसकी बिक्री में वृद्धि दर्ज की गई है।

उद्योग के अंदरूनी सूत्रों की सलाह

इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं का समूह, सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) के महानिदेशक सोहिन्दर गिल के अनुसार-"शुरुआती लक्ष्य की तुलना में योजना में कमी आई है।" हालांकि इसके विपरीत हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में दर्ज की गई मौजूदा उछाल के अनुरूप ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आगामी दो वर्षों से पूर्व फेम II योजना को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया जाएगा। सरकार को इस योजना के अंतर्गत उन कंपनियों का भी समर्थन देना चाहिए जो ऐसी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बुनियादी घटकों का निर्माण कर रही हैं।

सोहिन्दर गिल का बयान- 2022 में बिकेंगे तीन लाख इलेक्ट्रिक वाहन

सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) के महानिदेशक सोहिन्दर गिल के अनुसार 2022 तक भारत में लगभग तीन लाख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री का अंदेशा जताया गया है। फेम II योजना के अंतर्गत इसमें गैर-सब्सिडी वाले कम गति के स्कूटर भी शामिल हैं। आंकड़ों की मानें तो इस साल 1.50 लाख से ज्यादा कॉम्बिनेशन इंजन वाले दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई है। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों के अनुसार जल्द हीफेम II योजना के अंतर्गत कुछ शानदार कारें लांच की जाएंगी (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)जो कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देने में अहम योगदान निभाएंगी।

फेम II योजना के अंतर्गत कुछ शानदार कारें लांच की जाएंगी (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

क्या है 2024 तक की बजट योजना?

फेम II योजना के अंतर्गत वर्ष 2019 से 2022 के लिए 10,000 करोड़ का बजट सुनिश्चित किया गया है तथा विगत वर्ष के मार्च महीने तक फेम II योजना के दोनों चरणों के अंतर्गत कुल खर्च 818 करोड़ रहा है। इसके नतीजतन शेष धनराशि को तीन खंडों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें वर्ष 2021-22 में 1,893 करोड़ खर्च होंगे, वर्ष 2022-23 में 3,775 करोड़ खर्च होंगे तथा वर्ष 2023-24 में 3,514 करोड़ योजना के अंतर्गत खर्च किये जाएंगे।

Shraddha

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