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लीना खान के आरोप हुए सच साबित तो फेसबुक को बेचना पड़ सकता है व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम

दुनिया की मशहूर सोशल मीडिया कंपनी META इस वक्त मोनोपोली के आरोप में कोर्ट में फंसी हुई है। आरोप सिद्ध होने पर कंपनी को बड़ा नुकसान होने की आशंका।

Bishwajeet Kumar
Written By Bishwajeet Kumar
Published on: 14 Jan 2022 4:24 PM IST
Lina Khan
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लीना खान (फोटो-सोशल मीडिया)

Lina Khan: दुनिया भर में सबसे ज्यादा चर्चित सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसका कारण है फेसबुक पर लगातार लग रहे एंटीट्रस्ट के आरोप। फेसबुक जिसका नाम हाल ही में बदलकर कंपनी के मालिक मार्क जकरबर्ग ने META कर दिया है। META दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। हाल ही के कुछ सालों में कंपनी पर यह लगातार आरोप लग रहे हैं की यह कंपनी छोटी कंपनियों के काम करने के रास्ते में लगातार अवरोध पैदा करती है।

META पर आरोप है की इसने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के समस्त सोशल मीडिया स्पेस पर कब्जा जमा लिया है। वही जो कंपनी META को टक्कर देना चाहती है यह कंपनी उसे ही अपने साथ कोई ना कोई हथकंडा लगाकर मर्ज कर कर लेती है। इस मामले को लेकर मार्क जकरबर्ग से अमेरिकी संसद में कई बार सवाल भी पूछे जा चुके हैं।

फेडरल ट्रेड कमिशन

इस मामले को लेकर एक अमेरिकी एजेंसी 'फेडरल ट्रेड कमिशन' FTC ने META को कोर्ट में हाजिर करवाया और आरोप लगाया की वह एंटीट्रस्ट वायलेशन कर रहे हैं। गौरतलब है कि इसके पहले भी फेडरल ट्रेड कमीशन ने META पर यह आरोप लगाए थे। लेकिन उस वक्त META के खिलाफ फेडरल ट्रेड कमिशन के पास कोई सबूत नहीं था जिसके कारण कोर्ट से यह दलील खारिज हो गई थी।

लेकिन इस बार फेडरल ट्रेड कमिशन कई सबूतों के साथ कोर्ट पहुंचा है। इस बार फेडरल ट्रेड कमिशन ने META पर या आरोप लगाया है की META सोशल सोशल मीडिया नेटवर्क के क्षेत्र में मोनोपोली कर रहा है। वहीं इस बार फेडरल ट्रेड कमिशन का नेतृत्व लीना खान कर रही हैं।

लीना खान वही है जिनको पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति जो वाइडन में अपनी कमीशन में नियुक्त किया था। लीना ने जिन सबूतों के साथ कोर्ट में इस बार दलील दी है उसके बाद अगर META पर लगे आरोप सच साबित हो जाते हैं तो META को व्हाट्सएप (Whatsapp) और इंस्टाग्राम (Instagram) बेचना पड़ेगा। हालांकि हम यह भी बता दें कि फेडरल ट्रेड कमिशन केवल META के खिलाफ ही ऐसे आरोप नहीं लगा रहा है META की नजर अब गूगल और ऐमेज़ॉन जैसी बड़ी कंपनियों के तरफ भी है।

लीना खान कौन हैं?

लीना खान अपने एंटीट्रस्ट जैसे मामले को लेकर ही बहुत पहले से प्रसिद्ध है। यह पहला मौका नहीं जब लीना ने उसी कंपनी पर मोनोपोली का आरोप लगाया हो। हिना खान ने इससे पहले भी कई टेक कंपनियों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर किया है।

3 मार्च 1989 को लंदन में जन्मी पाकिस्तानी मूल की लीना खान ने अमेरिका के लॉ स्कूल जे डी में डिग्री हासिल किया है। फिलहाल लीना अमेरिका के न्यूयॉर्क में कोलंबिया लॉ स्कूल में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।



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