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Honda Company History : होण्डा कंपनी का इतिहास भारत में, जानें कैसे हुई थी शुरुआत

Honda Company History : होण्डा कम्पनी का वर्ड वाइड सेल्स एशिया, जापान, चाइना, यूरोप, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका में हो रहा है।

Prashant Sharma
Written By Prashant SharmaPublished By Shraddha
Published on: 5 Dec 2021 4:42 PM IST (Updated on: 7 Dec 2021 3:52 PM IST)
होण्डा कंपनी का इतिहास भारत में
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होण्डा कंपनी का इतिहास भारत में (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

Honda Company History : होण्डा के जनक सोचीरियो होण्डा (Honda Parent Soichiro Honda) हैं। होण्डा कम्पनी (honda company) का वर्ड वाइड सेल्स (word wide sales) एशिया, जापान, चाइना, यूरोप, अफ्रीका,नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका में हो रहा है। होण्डा इंजन, जनरेटर , खेती की मशीन, रोबोट जिसे ASIMO बोलते हैं, होण्डा जेट सभी चीजों का निर्माण करती है।

भारत में होण्डा 1995 में आ गई थी। भारत में इसका हेड ऑफिस ग्रेटर नोएडा में बनाया गया। 2008 में टापुकरा भीवारी राजस्थान में दूसरे प्लांट का निर्माण हुआ। आज वही प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ चल रहा है। इस प्लांट की निर्माण क्षमता लगभग वार्षिक 2010 यूनिट का है। होण्डा ने 1947 में पहले इनोवेशन किया । यह एक साइकिल थी जिसमें आगे एक मोटर लगा दिया। जिसका नाम पुट-पुट रखा गया था। 1963 पहला चार पहिया होण्डा ने बनाया । जिसका नाम 3500 रखा गया था। होण्डा कार्स इंडिया लिमिटेड ने 1998 में होण्डा सिटी से शुरू की थी । तब से अब तक I-VTEC टेक्नोलॉजी से लेकर होण्डा अकार्ड, सी.आर.वी., सीवीक, होण्डा, जैज, होण्डा ब्रीयो, होण्डा अमेज, होण्डा मोबिलीयो, होण्डा बी.आर.वी, होण्डा डब्लू. आर. वी का निर्माण किया है । होण्डा अपने तीन जॉय पर काम करती है। जॉय आफ बाइग, जॉय ऑफ सेलिंग, जॉय ऑफ किमेटिंग।

होण्डा अपने I-VTEC- (intelligent Variable Valve Timing and lift Electronic Control) टेक्नोलॉजी के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है। यह टेक्नॉलजी के वॉल्व के बन्द और खुलने की टाइमिंग को और डिस्टेन्स को मेन्टेन करता है; जिससे कि हमें कार में ज्यादा माइलेज , ज्यादा पावर, और कम प्रदूषण मिलता है। इसी के साथ डिजस में I-DTEC intelligent Diesel Technalogy होण्डा दे रही है। जोकि अपने आप में एक दमदार पावर, माईलेज और कम प्रदूषण देती है।

होण्डा कंपनी की शुरुआत भारत में कैसे हुई (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

होण्डा अपने सेल्स प्रासेस को कडाई से पालन करती है। जिससे कि होण्डा अपने ग्राहकों को विश्वस्तीय सुविधायें देती है। जिससे कि ग्राहकों को कोई परेशानी न हो। इसी के साथ होण्डा अपनी कारों में 3 साल अनलिमिटेड किलोमीटर की स्टैण्र्ड वारंटी देती है एवं 10 साल की ऐनी टाइम वारंटिक ऑप्शन देती है।

होण्डा के बारे कुछ अमेजिंग फैक्टस हैं। होण्डा 41 देशों में सेल्स और सर्विस दे रही है। होण्डा दुनिया की सबसे बडी दुपहिया निर्माता कम्पनी है। जापान में होण्डा का अपना खुद का एक एयरपोर्ट है। जापान में होण्डा दूसरे नम्बर पर है। और दुनिया में सातवें नम्बर की बडी कम्पनी है। होण्डा की लग्जरी ब्रांड ACVRA कार आती है। होण्डा गोल्डविंग स्पोर्ट बाइक बनाती है। जिसे प्रोडक्शन करते हुए लगभग 46 साल हो गये हैं।

होण्डा को 2016 में बेस्ट वैल्यू ब्रैण्ड का अवार्ड मिल चुका है। जे.डी. पावर भारत में कस्टमर सर्विस इंण्डेक्स में बेस्ट परफारमेंस के लिये भी 2016 में अवार्ड मिल चुका है। होण्डा की कारें अपने मैंने मैक्सीमम मशीन मिनीमन फ़िलासफ़ी के लिए जानी जाती हैं। जिससे की होण्डा की कारों में अपने ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा स्थान बैठने, उपयोग में लाने के लिए करती है। इनकी सभी खूबियों के कारण आज होण्डा की कारों को एक प्रीमीयम ब्रांड में गिना जाना है। आज हर एक व्यक्ति का सपना होता है की होण्डा की कार अपने जीवन एक बार जरूर लूं। उसमें भी मीर-साइज कार होण्डा सिटी तो सभी का सपना है। होण्डा अपनी कारों में ACE-(Advanced Compatibility Enggincenig) बॉडी स्ट्रक्चर देती है। जो की एक ग्लोबल सेफ्टी बॉडी शेल होता है।

कोलेजन के समय यह बॉडी स्ट्रक्चर अपने ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखता है। होण्डा अपने ग्राहकों के लिए कार में डिजाइन, ज्यादा जगह, ज्यादा सुरक्षा , ज्यादा माइलेज, नवीनतम टेक्नोलॉजी देने के लिए प्रतिबद्ध है।



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Shraddha

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