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Meta Labeling Policy: सोशल मीडिया यूजर्स सावधान! मई से मेटा लगाएगा AI पोस्ट पर ‘फेक लेबल’
Meta Labeling Policy:फेसबुक पर शेयर की जाने वाली एआई पोस्ट पर मेटा नकली का ठप्पा लगा देगा, यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि फेसबुक पर एआई पोस्ट को ‘फेक सामग्री’ घोषित करने के बाद मेटा क्या कर्रवाई करेगा
Meta Labeling Policy: सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुके हैं। एक दिन में फेसबुक पर लाखों की संख्या में विभिन्न सामग्री परोसी जा रही है। ऐसे में फेसबुक पर प्रसारित होने वाले कंटेंट को लेकर लोग सच या झूठ की पहेली में उलझ जाते हैं। आजकल लोग अपने सोशल अकाउंट्स पर ज्यादा ट्रैफिक लाने के लिए एआई (आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस) का सहारा ले रहे हैं। फेसबुक पर एआई का हस्तक्षेप इनता बढ़ गया है कि कई बार तो भ्रामक और वास्तिवक सामग्री में अंतर करना भी मुश्किल हो जाता है। एआई के दुरुपयोग को रोकने के लिए मेटा ने सख्त कदम उठाने का निर्णय किया है। अगर आप मेटा यूजर्स हैं तो यहां आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। फेसबुक पर शेयर की जाने वाली एआई पोस्ट पर मेटा नकली का ठप्पा लगा देगा। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि फेसबुक पर एआई पोस्ट को ‘फेक सामग्री’ घोषित करने के बाद मेटा क्या कर्रवाई करेगा...
एआई कंटेंट पर मेटा लगाएगा लेबल
दरअसल, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर रोजाना प्रसारित होने वाली सामग्री को विश्वसनीय बनाने के लिए मेटा ने नई योजना तैयार की है। मेटा ने अब सोशल मीडिया सामग्री में लेबल लगाने का फैसला किया है। मेटा की इस तरकीब से अब यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि प्रसारित सामग्री किसी मशीन ने बनाई है या इंसान ने बनाई है। इससे फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स को सही और वास्तविक सामग्री उपलब्ध होगी। यह जानकारी मेटा की कंटेंट पॉलिसी की वाइस प्रेसिडेंट मोनिका बिकर्ट ने दी है। मेटा की ओर से मोनिका बिकर्ट ने घोषणा की है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे डिजिटल निर्मित ऑडियो, वीडियो और फोटो पर मेटा निर्मित का लेबल लगाया जाएगा। अगर सामग्री एआई टूल से निर्मित पाई जाएगी तो उस सामग्री में एआई निर्मित लेबल लगाया जाएगा। इससे यूजर्स में कंटेंट को लेकर भ्रम की स्थित उत्पन्न नही होगी।
नहीं हटेगा एआई लेबल कंटेंट
मेटा की कंटेंट पॉलिसी की वाइस प्रेसिडेंट मोनिका बिकर्ट ने आगे बताया कि सामग्री में एआई निर्मित लेबल लगने के बाद भी कंटेंट को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से हटाया नहीं जाएगा। मोनिका बिकर्ट ने बताया कि मेटा की इस योजना से सामग्री को पहचानना लोगों के लिए आसाना हो जाएगा। लोग एआई टैग पोस्ट को देखकर ही समझ जाएंगे कि यह फेक सामग्री है। मेटा को एआई निर्मित सामग्री को प्लेटफार्म से हटाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने बताया कि मेटा के इस फैसले से हेर-फेर कर बनाई गई सामग्री के प्रति कंपनी के व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मई से लागू होगी लेबलिंग कंटेंट पॉलिसी
मेटा की नई कंटेंट पॉलिसी अगले माह मई से लागू होगी। लेबलिंग कंटेंट पॉलिसी सोशल मीडिया के फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स की सामग्री में ही लागू होगी। मेटा की इस पॉलिसी के तहत लोकसभा चुनाव से पहले कृत्रिम बुद्धिमत्ता टेकनोलॉजी (एआई) की सहायता से बनाई गई सभी सामग्री पर मेटा टीम नजर रखेगी। मेटा ने पहले ही एआई टूल से बनाई जाने वाली सामग्री पर एआई टैग लगाने की घोषणा की थी, उस समय मेटा ने इसे लागू करने की तारीख सुनिश्चि नहीं की थी।