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Mini Dakash: अब बमों को निष्क्रिय करते वक्त नहीं जाएगी जवानों की जान, स्वदेशी रोबोट ने किया काम आसान
Mini Dakash: स्वेदशी रोबोट का नाम है मिनी दक्ष, जिसे गुरूग्राम स्थित द हाइटेक रोबोटिक्स सिस्टम्स लिमिटेड ने डीआरडीओ के साथ मिलकर बनाया है।
Mini Dakash: भारत ने एक ऐसा रोबोट (Robot) विकसित कर लिया है जिसके जरिए अब बगैर किसी जनहानि के बमों को तलाश कर उसे निष्क्रिय किया जा सकता है। इस रोबोट (Robot) से बम स्क्वॉड (bomb squad) में काम करने वाले जवानों का जोखिम कम होगा। इस स्वेदशी रोबोट का नाम है मिनी दक्ष (mini daksh), जिसे गुरूग्राम स्थित द हाइटेक रोबोटिक्स सिस्टम्स लिमिटेड (The Hitech Robotics Systems Ltd.) ने भारतीय रक्षा एवं अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) के साथ मिलकर बनाया है।
मिनी दक्ष की खासियत
मिनी दक्ष (Mini Dakash) विमान, ट्रेन और बस के अंदर जाकर बम खोजकर, उसे बाहर लाकर या बम स्क्वॉड को देगा या स्वयं ही उसे निष्क्रिय कर देगा। 100 किलोग्राम वजनी यह रोबोट 25 किलोग्राम तक का वजन उठा सकता है। इसे रिमोट स्क्रीन के जरिए 100 मीटर दूरी से संचालित किया जा सकता है। रिपोर्टेस के मुताबिक, मिनी दक्ष का आर्म 2.5 मीटर की लंबाई तक फैल सकता है। ये संकरे जगहों पर जा सकता है।
मिनी दक्ष (Mini Dakash) 40 डिग्री एंगल पर किसी भी जगह चढ़ सकता है। यह प्लेन सतह अथवा सीढ़ियों पर भी चढ़ सकता है। इसका स्पीड 2 किलोमीटर प्रतिघंटा है। निर्मताओं का दावा है कि ये रोबोट रक्षा की दुनिया में एकदम नया प्रोडक्ट है। इससे हमारे जवानों की जान बचाना आसान होगा, साथ ही विस्फोटकों से किसी प्रकार की हानि भी नहीं होगी।
ऐसे करता है काम
इसके आर्म में एक क्लचर, एक एक्सरे कैमरा और एक वाटर जेट डिसरप्टर गन लगी रहती है। क्लचर सामान को पकड़ता है और उसे बाहर लेकर आता है। इसके बाद एक्सरे से जांच कर विस्फोटक की जांच की जाती है, फिर वाटर जेट डिसरप्टर गन से बम को निष्क्रिय कर दिया जाता है।
भारी डिमांड में मिनी दक्ष रोबोट
मिनी दक्ष के लॉन्च (Mini Dakash Launch) होते ही ये भारी डिमांड में है। देश की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने इसका ऑर्डर दे दिया है। इसका ऑर्डर देने वालों में जम्मू कश्मीर पुलिस, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया शामिल है। जानकारी के मुताबिक, एनएसजी ने 10, एएआई ने 18 और जम्मू कश्मीर पुलिस ने 5 मिनी दक्ष की मांग की है। इन सभी रोबोट्स को शहरी और सीमाई इलाकों में तैनात किया जाएगा। देश का यह स्वदेशी रोबोट निश्चित तौर पर अशांत क्षेत्रों जैसे जम्मू कश्मीर, नक्सल प्रभावित राज्य और उग्रवाद प्रभावित नार्थ – ईस्ट के राज्यों में अहम भूमिका निभाएगा।