Smartphone Camera Technology: अंडर स्क्रीन फ्रंट कैमरा (USC) की दिशा में ओप्पो का नया प्रयास

Smartphone Camera Technology: स्मार्टफोन कैमरा तकनीक तेजी से विकसित हो रही है, और फ्रंट कैमरा जल्द ही स्क्रीन के दायरे के अंदर पूरी तरह से फिट हो सकता है ।

Ankit Awasthi
Written By Ankit AwasthiPublished By Shashi kant gautam
Published on: 6 Aug 2021 1:30 AM GMT
Smartphone Camera Technology: Oppos new effort towards Under Screen Front Camera (USC)
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अंडर स्क्रीन फ्रंट कैमरा (USC) की दिशा में Oppo का नया प्रयास: डिजाईन फोटो- सोशल मीडिया

Smartphone Camera Technology: स्मार्टफोन कैमरा तकनीक तेजी से विकसित हो रही है, और फ्रंट कैमरा जल्द ही स्क्रीन के दायरे के अंदर पूरी तरह से फिट हो सकता है । कई स्मार्टफोन फर्में अपने स्मार्टफोन पर फुल स्क्रीन एक्सपीरियंस देने के लिए अंडर स्क्रीन कैमरों पर काम कर रही हैं । जहां तक अंडर स्क्रीन कैमरा टेक्नोलॉजी की बात है तो ओप्पो अभी भी नए वर्जन का प्रचार कर रहा है, जिसे अभी रिलीज किया जाना बाकी है ।

चीनी टेक फर्म ओप्पो की तरफ से इस तकनीक पर काम पहले से चल रहा है । अंडर-स्क्रीन कैमरा (USC) तकनीक लॉन्च की गई है, और कंपनी का दावा है कि उसने "उत्कृष्ट स्क्रीन क्वालिटी और कैमरा पिक्चर क्लैरिटी के बीच संतुलन" बना लिया है । ओप्पो ने अंडर स्क्रीन कैमरे द्वारा ली गई एक तस्वीर भी जारी की है, लेकिन विभिन्न परिस्थितियों में ली गई कई तरह की तस्वीरों के बिना इस तकनीक की क्षमताओं का मूल्यांकन करना अभी मुश्किल है ।

पिक्सेल के आकार में बदलाव

ओप्पो ने यूनिक कैमरा टेक्नोलॉजी बनाते समय आने वाली दिक्कतों पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें डिस्प्ले से जुड़े कई सुधार करने का प्रयास किया। प्रत्येक पिक्सेल के आकार को कम करने, पारंपरिक स्क्रीन के बजाय ट्रांसपेरेंट वायर मटेरियल का उपयोग करने और 1-टू-1 पिक्सेल सर्किट ड्राइव जैसे इनोवेशन इसके उदाहरण हैं। अंडर स्क्रीन कैमरों से लैस प्रोटोटाइप उपकरणों की तस्वीरें भी फर्म द्वारा जारी की गई हैं, जो उपभोक्ताओं को एक वास्तविक फुल स्क्रीन अनुभव प्रदान करेंगी । ओप्पो का दावा है कि आगामी बदलाव के बाद ग्राहक स्क्रीन के कैमरे के हिस्से और डिस्प्ले के बीच में अंतर अनुभव नही करेंगे ।


ओप्पो की यूनिक कैमरा टेक्नोलॉजी: फोटो- सोशल मीडिया



इस दिशा में पहले भी किये गए प्रयास

कई तरह के तकनीकी प्रयासों के द्वारा स्मार्टफोन के स्क्रीन आकार का विस्तार करने का प्रयास किया गया है, जबकि एक साथ उपकरणों के स्क्रीन-टू-बॉडी अनुपात को कम किया गया है । कई गैजेट्स से नौच डिस्प्ले हटाने के लिए पंच-होल का इस्तेमाल किया जाता है और कुछ डिवाइसेज में पॉप-अप कैमरे की सुविधा होती है । फोन में मूवमेंट पॉप-अप कैमरों जैसे संशोधनों की वजह से हुआ है । माना जा रहा है कि इन मूविंग कंपोनेंट्स से फोन को नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, पिछली पीढ़ियों की तुलना में, फोन का वजन बढ़ गया है, साथ ही वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस भी घटा है ।

ओप्पो लंबी अवधि से इस प्रोटोटाइप पर काम कर रहा है

बेहद ट्रांसपेरेंट मटेरियल और यूनिक पिक्सल लेआउट से बना सेल्फी कैमरा लेंस वाला प्रोटोटाइप भी चीनी टेक कंपनी ओप्पो ने साल 2019 में बनाया था। स्मार्टफोन को लॉन्च नहीं करने का फैसला किया गया क्योंकि कंपनी का इरादा इसे अभी और उन्नत रूप देने का था । इस बीच, प्रोटोटाइप को विकसित किया गया है साथ ही बेहतर परिणाम मिलने की सम्भावना जताई गयी है| कंपनी ने कहा है की, भविष्य में फ्यूचर गैजेट्स में आप (USC) कैमरा को स्मार्ट फ़ोन में शामिल किया जा सकता है ।

यूएससी (USC) के विकास में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग

कंपनी का दावा है कि हार्डवेयर प्रगति के अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीकों का उपयोग फ़ोन को प्रोफेशनल लुक देने के साथ पिक्चर प्रोसेसिंग और अल्टीमेट आउटपुट क्वालिटी में सुधार के लिए किया गया है । जब कैमरा उपयोग में नहीं होगा, तब फर्म का दावा है कि सॉफ्टवेयर एन्हांसमेंट्स के द्वारा स्क्रीन क्वालिटी में सुधार होगा। ओप्पो के मुताबिक, ग्राहकों को ओवरऑल ज्यादा सीमलेस विजुअल एक्सपीरियंस के अलावा बेहतर डिस्प्ले क्वालिटी से फायदा होगा । डिस्प्ले के नीचे स्थित फ्रंट कैमरे से, ओप्पो उत्कृष्ट वीडियो और पिक्चर क्वालिटी देने का दावा कर रही है ।

ओप्पो स्मार्टफोन कैमरा तकनीक: फोटो- सोशल मीडिया

यूएससी (USC) डिवाइस कब आ सकता है?

ओप्पो द्वारा उपलब्ध कराई गई तस्वीरों से पता चलता है कि प्रोटोटाइप स्मार्टफोन में पंच-होल नहीं है । बाजार में इस तरह के स्मार्टफोन के लांच के विषय में ओप्पो ने कुछ नहीं कहा है। यह सच है कि पर्याप्त प्रकाश भी अंडर-डिस्प्ले कैमरा सेंसर के लिए सुलभ होना चाहिए, और इस प्रकाश का डिस्प्ले क्वालिटी पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं होना चाहिए, जो कि कुछ ऐसा है जिसे सुधारने पर कई टेक कंपनियां काम कर रही हैं । इस तथ्य के बावजूद कि चीनी फर्म जेडटीई (ZTE) ने इस तकनीक से लैस फोन पेश किए गए, मगर उनके साथ ली गई तस्वीरों की गुणवत्ता निराशाजनक थी ।

यह कहना कि ओप्पो सबसे पहले अंडर स्क्रीन कैमरे वाला फोन लॉन्च करेगा, अभी संभव नही होगा। जेडटीई भी इस दिशा में पहले से प्रयासरत है , जिसके एक्सॉन 20 5G स्मार्टफोन में फुलस्क्रीन डिस्प्ले टेक्नोलॉजी शामिल थी । नतीजतन, फोन की प्राइमरी OLED स्क्रीन के शीर्ष पर एक छोटा सा स्क्वायर था, जो कुछ अनुप्रयोगों में दिखाई दे रहा था, जिसे की सॉफ्टवेयर तकनीक को सेल्फी की धुंध, चकाचौंध, और कलर कास्ट को बढ़ाने के लिए नियोजित किया गया था ।

स्क्रीन से कैमरा इनविजिबल होने के साथ ही आने वाले दिनों शायद लैपटॉप से हार्ड डिस्क भी गायब हो सकती है, जैसे की CD ड्राइव्स के साथ हुआ पेन ड्राइव आने के बाद, अब उन्नत होती टेक्नोलॉजी और क्लाउड स्टोरेज के बढ़ते चलन के साथ ही भारत में 5G का पदार्पण इस दिशा में पहला कदम हो सकता है ।

Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

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