TRENDING TAGS :
Solar Storm: पृथ्वी पर सौर तूफान आने की आशंका, G5-ग्रेड के सौर तूफान से सैटेलाइटों और मोबाइल नेटवर्क को भारी नुकसान
Solar Storm: नासा द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार आज पृथ्वी से सौर तूफान टकराने की आशंका जताई जा रही है।
Solar Storm: चांद, सूरज, धरती और आकाश हमेशा कवियों की काव्य रचनाओं कोमल भावनाओं के साथ प्रयुक्त होने वाले और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाने वाले प्रमुख कारकों में शामिल रहें हैं। लेकिन कभी कभी मनोरम छटा बिखेरने वाले प्रकृति के ये महत्वपूर्ण अंग कूपित हो अपना रौद्र रूप धारण करने में भी पीछे नहीं रहते। ऐसा ही कुछ आज भी हमारी प्रकृति के बीच घटित होने वाला है। नासा द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार आज पृथ्वी से सौर तूफान टकराने की आशंका जताई जा रही है। नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी को अभी जल्द ही सूर्य की सतह पर एक सनस्पॉट में विस्फोट की जानकारी प्राप्त हुई है।वैज्ञानिकों ने बताया कि सूर्य पर पृथ्वी की तरफ मौजूद कई सनस्पॉट इस समय अपनी एक्टिव पोजीशन ले चुके हैं। आइए जानते हैं इस विषय पर विस्तार से...
क्या कहती है अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर की रिपोर्ट
सौर तूफान के विषय पर अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी साझा की गई कि सनस्पॉट में विस्फोट से कोरोनल मास इंजेक्शन क्लाउड जेनरेट हो चुका है। जो तेज़ी से पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। जिससे 1 दिसंबर यानी आज किसी भी वक्त पृथ्वी पर सौर तूफान जैसी घटना घट सकती है।
कितना खतरनाक है यह तूफान
आज घटने वाली इस प्राकृतिक घटना के फलस्वरूप आने वाले सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में विभाजित कर हर एक ग्रैंड की खासियत के बारे जानकारी साझा की है। जिसके अंतर्गत
G1-श्रेणी का सौर तूफान जहां ज्यादा खतरनाक नहीं होता बल्कि हल्का फुल्का असर छोड़ता है वहीं G5-ग्रेड का सौर तूफान बेहद पावरफुल और विनाशकारी साबित हो सकता है।ज्यादा शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस ग्रेड का सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी क्षति पहुंचाने के साथ ही साथ मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट पर भी अपना दुष्प्रभाव डाल सकता है। जिस कारण ये सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
किस ग्रेड का होगा आज आने वाला सौर तूफान
पृथ्वी पर आज आने वाले सौर तूफान के बारे में नेशनल ओसियन एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी साझा की कि, पृथ्वी पर आज आने वाला सौर तूफान बहुत ज्यादा दुष्प्रभाव डालने वाला साबित नहीं होगा। ये एक G2-श्रेणी का तूफान हो सकता है। G2-श्रेणी का तूफान के प्रभाव से पृथ्वी के कुछ एक भाग में अजीबोगरीब प्राकृतिक परिवर्तन दिखाई दे सकते हैं। इसके प्रभाव से कुछ जगहों पर शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट जैसी घटना भी घट सकती है। जिससे खासतौर से समुद्री यात्रा करने वाले जहाजों और नाविकों को रेडियो सिग्नल का उपयोग में खासा दिक्कत आ सकती है। साथ ही आसमान में अरोरा यानी रंगीन प्रकाश देखने को मिल सकता है।