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Tesla Car: टेस्ला अपनी नई प्रणाली के ज़रिए पैदा कर रही है एक और विवाद, जानें इसके बारे में

Tesla New Self Driving System: टेस्ला वर्तमान में पूर्ण सेल्फ ड्राइविंग के लिए एक प्रणाली विकसित कर रही है, जो पूरी तरह से कैमरों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर निर्भर होगी।

Ankit Awasthi
Written By Ankit AwasthiPublished By Shreya
Published on: 10 Jan 2022 10:11 AM IST
Tesla Car: टेस्ला अपनी नई प्रणाली के ज़रिए पैदा कर रही है एक और विवाद, जानें इसके बारे में
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एलन मस्क (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Tesla New Self Driving System: टेस्ला वर्तमान में पूर्ण सेल्फ ड्राइविंग (Self Driving) के लिए एक प्रणाली विकसित कर रही है, जो पूरी तरह से कैमरों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence- AI) पर निर्भर होगी। साथ ही टेस्ला ने इस प्रणाली के मद्देनज़र लेजर डिटेक्शन (Laser Detection) जैसे पारंपरिक उपकरणों का उपयोग नहीं करने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि लेज़र डिटेक्टर (Laser Detector) एक इलेक्ट्रॉनिक सेंसर (Electronic Sensor) है, जो 0.006 सेकंड में ट्रैफ़िक लेज़र का जवाब देता है। टेस्ला द्वारा इसे उपयोग ना करने के बयान को लेकर वाहन की सुरक्षा के मद्देनजर नई चिंताएं पैदा होने के आसार हैं, जो नए विवादों को भी जन्म दे सकती हैं।

जानें क्या है नई प्रणाली?

टेस्ला प्रमुख एलोन मस्क (Elon Musk) ने एक ऐसी प्रणाली के निर्माण का एलान किया है जिसके तहत कार के चारों ओर लगभग आठ कैमरे लगाए जाएंगे तथा सभी का काम वाहन के 'डीप न्यूट्रल नेटवर्क' (Deep Neural Network) में डेटा एकत्र करना होगा। यह नई प्रणाली कैमरों द्वारा एकत्रित रीयल-टाइम रीडिंग (Real-Time Reading) पर आधारित होगी, जिसे टेस्ला सेंसर (Tesla Sensor) ने कई सालों से एकत्र किया हुआ है। इसके बाद ये कैमरे एआई सिस्टम (AI System) के साथ डेटा साझा करेंगे जिससे कार के स्वतः ड्राइविंग मोड (Car Self Driving Mode) का उपयोग करने में मदद मिलेगी।

क्यों पैदा हो सकता है विवाद?

Luminar Technology द्वारा लास वेगास में चल रहे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) में एक परीक्षण को अंजाम देने के बाद टेस्ला की इस नई प्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे। इस परीक्षण में दो वाहन 48 किमी प्रति घंटे की गति से एक बच्चे के पुतले की ओर बढ़ते हुए दिखाई दिए थे। एएफपी द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर लेजर प्रणाली का उपयोग करने वाली कारें बैरियर का पता लगते ही रुक जाती हैं, जबकि टेस्ला की कार (Tesla Sensor) में लेज़र सेंसर उपयोग ना करने के चलते यह बिना रुके नियंत्रण खो सकती है।

कई कंपनियों ने की निंदा

उन्नत स्वायत्त ड्राइविंग सिस्टम पर काम कर रही कई कंपनियां Luminar Technology से सहमत हैं। उन्होंने टेस्ला कारों की पूर्ण रूप से एआई सिस्टम पर निर्भरता की आलोचना करते हुए कहा कि वे कैमरों और सिस्टम जैसे कि लिडार, रेडियो तरंगों पर आधारित रडार को जोड़ने जैसी तकनीकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे जबकि टेस्ला सड़क पर कम यात्रा करती है, जिससे यह सेल्फ-ड्राइविंग तकनीकी के मानदंडों का उचित रूप से पालन नहीं करती।

टेस्ला के ऑटो ड्राइविंग मोड की भी हुई निंदा

टेस्ला कारों को लेकर पहले भी चिंताएं ज़ाहिर की जा चुकी हैं। इससे पहले इसके ऑटो ड्राइव मोड (Auto Drive Mode) की कई बार आलोचना भी हो चुकी है। राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन के मुताबिक टेस्ला कार ऑटो ड्राइव मोड के चलते 2016 में कम से कम 12 मौतों का कारण बनी थी। वहीं साल 2021 की पहली छमाही में सड़क हादसों में 20,160 लोगों की मौत हुई है। यह 2020 की तुलना में 18.4 प्रतिशत अधिक है।

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