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Twitter Verification: ट्विटर में मिलेगी ब्लू, गोल्ड, ग्रे टिक, जानिए उनका क्या है मतलब

Twitter Verification: नए वेरीफाइड सिस्टम का मतलब होगा कि चाहे ट्विटर कम्पनी हो या आपकी खुद की कम्पनी, दोनों को गोल्ड टिक मिलेगा। अमेरिका की सरकार हो या नेपाल की सरकार, उन्हें ग्रे टिक मिलेगा।

Neel Mani Lal
Published on: 26 Nov 2022 4:56 AM GMT
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Twitter verified badge (Pic: Social Media)

Twitter: ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क अगले हफ्ते लोगों, कंपनियों और सरकारों के लिए अलग-अलग रंग के "टिक" चेक के साथ नया वेरीफाइड सिस्टम शुरू करने की योजना बना रहे हैं। अब ट्विटर वेरीफाइड एकाउंट्स में बड़ा बदलाव नजर आने वाला है।

ट्विटर के सीईओ ने घोषणा की कि कंपनियों के लिए गोल्ड चेक, सरकारी खातों के लिए ग्रे चेक और व्यक्तियों के लिए मौजूदा ब्लू चेक होगा, चाहे वे सेलिब्रिटी हों या आम इंसान हों। मस्क ने कहा कि टिक चेक सक्रिय करने से पहले सभी सत्यापित खातों को मैन्युअल रूप से प्रमाणित किया जाएगा। उन्होंने इस कदम को "दर्दनाक, लेकिन आवश्यक" कहा और बताया कि यह 2 दिसंबर से शुरू होगा।

नए वेरीफाइड सिस्टम का मतलब होगा कि चाहे ट्विटर कम्पनी हो या आपकी खुद की कम्पनी, दोनों को गोल्ड टिक मिलेगा। अमेरिका की सरकार हो या नेपाल की सरकार, उन्हें ग्रे टिक मिलेगा। और चाहे अमिताभ बच्चन हों या कोई आम इंसान, उन्हें ब्लू टिक मिलेगा। इनकी फीस कितनी होगी, अभी ये स्पष्ट नहीं है।

मस्क के पदभार संभालने से पहले, ट्विटर उन लोगों को ब्लू टिक देता था जिन्हें वह "खास" या "उल्लेखनीय" मानता था। इनमें आमतौर पर राजनेता, पत्रकार और सेलिब्रिटी होते थे। लेकिन मस्क पहले ही कह चुके हैं कि "खास और आम" वाला सिस्टम नहीं चलेगा।

मस्क ने ट्विटर की सदस्यता सेवा को कंपनी के लिए राजस्व कमाने का एक बड़ा जरिया बनाया है। अभी तक ट्विटर पैसा बनाने के लिए लगभग पूरी तरह से विज्ञापन पर निर्भर है।

इस बीच, थैंक्सगिविंग डे पर मस्क ने घोषणा की कि वह निलंबित खातों के लिए "आम माफी" दे रहे हैं। ऑनलाइन सुरक्षा विशेषज्ञों का अनुमान है कि मस्क के इस कदम से उत्पीड़न, अभद्र भाषा और गलत सूचना में वृद्धि होगी।मस्क ने आम माफी की घोषणा के पहले ट्विटर पर अपने टाइमलाइन पर पोस्ट किए गए एक पोल में लोगों से पूछा था कि वे वोट करें कि जिन खातों ने "कानून नहीं तोड़ा है या अहंकारी स्पैम में लिप्त नहीं हैं" क्या उनको बहाल किया जाना चाहिए? पोल पर 72 फीसदी लोगों ने "हां" में जवाब दिया।

पोल के नतीजे पर मस्क ने कहा - "लोगों ने अपना निर्णय दे दिया है। आम माफी अगले सप्ताह शुरू हो रही है। वोक्स पोपुली, वोक्स देई।" मस्क ने जिस लैटिन वाक्यांश का उपयोग किया उसका का अर्थ है "लोगों की आवाज, भगवान की आवाज।"

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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