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क्या है Deepseek, जिसने अमेरिका की टेक हेजमनी को दी चुनौती, डुबा दिये Nvida के $600 बिलियन

Deepseek मॉडल के रिलीज होने के बाद, Nvidia के शेयरों में 17% की गिरावट आई, जिससे लगभग $600 बिलियन का नुकसान हुआ।

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Newstrack Network
Published on: 28 Jan 2025 6:08 PM IST
Deepseek
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Deepseek logo (Photo: Social Media) 

Deepseek एक चीनी स्टार्टअप है जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल जारी करके ग्लोबल टेक वर्ल्ड में तूफान ला दिया है, जो Google और OpenAI जैसे अमेरिकी दिग्गजों के बनाए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल से प्रतिस्पर्धा कर सकता है। Deepseek की खासियत यह है कि इसने कम उन्नत और सस्ती कंप्यूटर चिप्स का उपयोग करके AI मॉडल विकसित किया है, जो आमतौर पर Nvidia और Alphabet जैसी कंपनियों द्वारा उपयोग की जाने वाली हाई-परफॉर्मेंस चिप्स से अलग है।

2023 में चाईनीज डेवलेपर लियांग वेनफेंग द्वारा स्थापित Deepseek ने अपने AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए 6 मिलियन डॉलर से भी कम खर्च किए, जो OpenAI, अल्फाबेट और मेटा जैसी अमेरिकी कंपनियों द्वारा लगाए गए मल्टी बिलियन डॉलर के बजट का एक छोटा हिस्सा है। Deepseek ने इस धारणा चुनौती को दै दी है कि एडवांस AI बनाने के लिए भारी निवेश की आवश्यकता होती है।

Deepseek, एक गेम चेंजर

Deepseek-R1 मॉडल को ट्रेन करने के लिए 2,000 Nvidia H800 चिप्स का इस्तेमाल किया गया, जो आजकल के सबसे अत्याधुनिक चिप्स की तुलना में कम उन्नत माने जाते हैं। इसके बावजूद, Deepseek के इंजीनियरों ने इसे अधिक कुशल बनाने के लिए कई स्पेशल मॉडलों का उपयोग किया जो डेटा को प्रभावी तरीके से प्रोसेस करने में सक्षम थे। इससे यह साबित हुआ कि इसके लिये हाई-परफॉर्मेंस चिप्स की आवश्यकता नहीं है और किफायती टेक्नॉलजी से भी AI मॉडल विकसित किए जा सकते हैं।

अमेरिकन टेक वर्ल्ड को चुनौती दे रहा Deepseek

Deepseek-R1 का उभरना इस धारणा को चुनौती देता है कि अमेरिका ही AI के क्षेत्र में अग्रणी है, क्योंकि अमेरिकी कंपनियां बड़ी वित्तीय क्षमता के कारण अपने रिसर्च, टैलेंट और डेटा सेंटर्स में भारी निवेश करती हैं। Deepseek ने यह साबित कर दिया है कि सीमित बजट और पुराने चिप्स का उपयोग करके भी प्रतिस्पर्धी AI मॉडल विकसित किया जा सकता है, जो लंबे समय से टेक वर्ल्ड में एक्सेप्टेड है।

Deepseek मॉडल के रिलीज होने के बाद, Nvidia के शेयरों में 17% की गिरावट आई, जिससे लगभग $600 बिलियन का नुकसान हुआ। यह दर्शाता है कि AI के क्षेत्र में चिप्स के प्रोडक्शन पर Nvidia जैसी कंपनियों का एकाधिकार था, लेकिन अब उसे प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।

क्या होगा Deepseek का फ्यूचर

Deepseek की सफलता अमेरिकी-चीन के बीच टेक वॉर के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, जहां अमेरिका ने चीन की AI प्रगति को रोकने के लिए उच्च-प्रदर्शन चिप्स पर निर्यात प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि, Deepseek ने यह दिखाया कि अत्याधुनिक AI मॉडल बनाने के लिए सबसे एडवांस चिप्स की आवश्यकता नहीं है, और चीन के पास अब भी पर्याप्त चिप्स उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग इनोवेशन में कर सकते हैं।

2023 में, लियांग ने बताया कि उनकी कंपनी ने Nvidia A100 GPU का स्टॉक जमा किया था, इससे पहले कि अमेरिकी सरकार ने इन चिप्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया। यह दर्शाता है कि चीनी कंपनियों को अब भी हाई-परफॉरमेंस चिप्स प्राप्त करने में सक्षम हैं, और उनकी AI में प्रोग्रेस अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद जारी रह सकती है।

AI में चीन की बढ़ती ताकत

Deepseek चीन के तेजी से बढ़ते AI इंडस्ट्री का हिस्सा है, जो अब अमेरिका को कड़ी चुनौती दे रहा है। यह साबित करता है कि चीन अब AI के क्षेत्र में अमेरिका के बराबर है, और आने वाले समय में यह टेक वॉर और भी तेज हो सकता है। हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगा कि चीन AI की दौड़ जीत रहा है, लेकिन Deepseek की सफलता ने यह दिखा दिया है कि AI में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अरबों डॉलर की आवश्यकता नहीं है। छोटे खिलाड़ी भी सक्षम हो सकते हैं, यदि उनके पास सही दृष्टिकोण और संसाधन हों।



Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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