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World First AI Child: चीन ने बनाई दुनिया की पहली AI BABY GIRL, इंसानों की तरह कर सकती है काम,
AI Child Tong Tong: आइए जानते हैं AI BABY GIRL Tong Tong से जुड़े डिटेल्स के बारे में विस्तार से....
World First AI Child: तकनीक की दुनियां में AI के अस्तित्व में आने के बाद अब नित नए ऐसे अविष्कार सामने आते जा रहें हैं, जिनकी कभी हमने कल्पना भी नहीं की होगी। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टेकवर्ल्ड में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल की संभावनाओं पर अब तेजी काम किया जा रहा है। इस तकनीक पर आधारित जो अविष्कार हो रहें है, वो सारी दुनिया में काफी चर्चा का विषय बनने के साथ हमारे लिए काफी सुविधाजनक साबित हो रहें हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई की मदद से दिग्गज टेक कंपनियां कई ऐसे फीचर्स और प्रॉडक्ट बना रही है, जिनका इस्तेमाल चिकित्सा, इंटेलीजेंस, टेलीकॉम, शिक्षा, मीडिया जैसे कई क्षेत्रों में जमकर हो रहा है। जिसने लाइफस्टाइल और वर्क कल्चर में एक बड़ा बदलाव ला कर खड़ा कर दिया है। इसी क्रम में दुनिया मे तकनीकी क्षेत्र में अपना वर्चस्व स्थापित करने वाली कंट्री चाइना ने दुनिया की पहली AI BABY GIRL का अविष्कार किया है। जो किसी इंसानी बच्चे से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। फर्क बस इतना है कि ये AI तकनीक से लैस एक रोबोटिक डिवाइज है।
बेहद इंटेलिजेंट है AI BABY GIRL Tong Tong
AI BABY GIRL Tong Tong का मस्तिष्क बहुत ही तेजी से काम करता है। इसके पास लगभग हर प्रश्न का जवाब होता है। यूजर्स द्वारा पूछे गए सभी सवालों के जवाब तुरंत देती है। चीन के एआई डेवलपर्स द्वारा बनाई गई इस एआई बेबी गर्ल का नाम Tong Tong रखा गया है। चाइना भाषा के इस शब्द का मतलब BABY GIRL होता है। एआई की मदद से बनाई गई इस बच्ची के बारे में चीन के एआई डेवलपर्स का दावा है कि, Tong Tong बिल्कुल इंसानों की तरह ही काम करने की क्षमता रखती है।
AI इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए छोड़ी थी इस वैज्ञानिक ने नौकरी
मिली जानकारियों के मुताबिक दुनिया की इस पहली एआई BABY GIRL का अविष्कार बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ जनरल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (BIGAI) के कंप्यूटर साइंटिस्ट्स द्वारा एआई टेक्नोलॉजी की मदद से संभव हुआ है। इस BIGAI के संस्थापक झू सोंगचुन ने अपने इस इंस्टीट्यूट की स्थापना करने के लिए 2020 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स में अपनी प्रोफेसरशिप की नौकरी से भी इस्तीफा दे दिया था। Tong Tong को बनाने के लिए व्यावहारिक गणितज्ञ और संज्ञानात्मक एआई विद्वान झू सोंगचुन के नेतृत्व में कंप्यूटर वैज्ञानिकों द्वारा इसका निर्माण किया जाना संभव हुआ था।
3-4 की बच्ची की तरह हरकतें करती AI BABY GIRL TONG TONG
TONG TONG की खूबियों की बात करें तो इस BABY GIRL के अंदर इंसानी दिमाग जैसी कई बेहतरीन खूबियां शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले चीन के वैज्ञानिकों ने एआई Tong Tong के बिहेवियर के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, ये बेबी गर्ल बिलकुल तीन से चार साल की बच्ची की तरह हरकतें करती है। साथ ही ये बातें भी तीन से चार साल की बच्ची की तरह ही करती है। Tong Tong को तैयार करने वाले चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि, एआई बेबी गर्ल में एक ऑटोनोमस लर्निंग सेंसर चिप को सेट किया गया है। जिस पर बेस्ड होकर बेबी गर्ल काम करती है। इसी चिप की मदद से ये अपने आस-पास के माहौल में रोजमर्रा में होने वाली चीजों को तेज़ी से सीखती जाती है।वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बच्ची ऑटोनोमस लर्निंग टेक्नोलॉजी की मदद धीरे-धीरे अपने आस पास के माहौल के अनुसार और भी शब्दों को सीखने की क्षमता रखती है।साथ ही इंसान के बच्चों द्वारा की जाने वाली एक्टीविटीज को देख कर और भी ज्यादा इमोशंस और बच्चों द्वारा की जाने वाली हरकतों को सीख सकती है। फिलहाल शुरुवाती दौर में अभी इस बेबी गर्ल को करीब 600 शब्द वैज्ञानिकों द्वारा सिखाए गए हैं।
TONG TONG का कॉमन सेंस भी लगभग इंसानों की तरह
AI तकनीक से तैयार ये बेबी गर्ल सिर्फ एक मशीनी रोबोट की तरह पेश नहीं आएगी बल्कि एक इंसान के बच्चे की तरह व्यवहार करने की क्षमता रखती है। असल में इस BABY GIRL में इमोशनल इंटेलीजेंस फीचर को फिट किया गया है। जिसकी मदद से यह बच्ची किसी इंसान की बच्ची की तरह हंसना, रोना, खेलना, उठना, बैठना आदि सारे इमोशंस प्रगट करने की क्षमता रखती है। यह एआई बच्ची इंसानों को एक बार देखने के बाद उन्हें दोबारा मिलने पर बड़ी ही आसानी से पहचान भी लेती है। इसकी हर चीज को समझने बूझने की क्षमता लगभग इंसानों की तरह ही है। ये प्रोजेक्ट मार्केट में कब आएगा इसका अभी कोई खुलासा नहीं किया गया है। फिलहाल अभी वैज्ञानिक इस पर और ज्यादा काम कर रहें हैं।