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Ramanujacharya Statue: आज PM मोदी हैदराबाद में 216 फीट ऊंची 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' को करेंगे राष्ट्र को समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज संत श्री रामानुजाचार्य की स्मृति में हैदराबाद में 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' (Statue of Equality) प्रतिमा (Statue) का अनावरण करेंगे और इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

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Newstrack NetworkPublished By aman
Published on: 5 Feb 2022 11:56 AM IST (Updated on: 5 Feb 2022 11:58 AM IST)
sri ramanujacharya 216 feet statue of equality
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sri ramanujacharya 216 feet statue of equality 

Ramanujacharya Statue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज संत श्री रामानुजाचार्य (Sri Ramanujacharya) की स्मृति में हैदराबाद में 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' (Statue of Equality) प्रतिमा (Statue) का अनावरण करेंगे और इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे। बता दें कि श्री रामानुजाचार्य को 11वीं सदी के भक्ति शाखा का संत माना जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी इसके अलावा, राज्य के पाटन केरु में अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान के अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय (ICRISAT) परिसर का दौरा करेंगे। पीएम संस्थान की 50वीं वर्षगांठ समारोह का शुभारंभ भी करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों को लेकर तेलंगाना (Telangana) के मुख्य सचिव सोमेश कुमार (Chief Secretary Somesh Kumar) और पुलिस महानिदेशक एम महेंद्र रेड्डी ने जायजा लिया।

बैठी अवस्था में विश्व की सबसे ऊंची धातु की प्रतिमाओं में से एक

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी आज 216 फुट ऊंची 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा 11वीं सदी के भक्ति शाखा के संत श्री रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है। यह प्रतिमा पंचधातु से बनी है। पंचधातु अर्थात, सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जस्ता का एक संयोजन किया गया है। बता दें, कि यह दुनिया में बैठी अवस्था में सबसे ऊंची धातु की प्रतिमाओं में से एक होगी।

..और क्या-क्या?

प्रधानमंत्री दफ्तर के मुताबिक, यह प्रतिमा 54 फीट ऊंचे आधार भवन पर स्थापित है। इसका नाम 'भद्र वेदी' है। इस भवन में वैदिक डिजिटल पुस्तकालय (digital library) और अनुसंधान केंद्र (research centre), प्राचीन भारतीय ग्रंथ, एक थिएटर, एक शैक्षिक दीर्घा आदि हैं। ये सभी संत रामानुजाचार्य के कई कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करते हैं। बताया गया है, कि इस प्रतिमा की परिकल्पना श्री रामानुजाचार्य आश्रम के श्री चिन्ना जीयार स्वामी ने की है।

रामानुजाचार्य की 1000वीं जयंती समारोह

उल्लेखनीय है, कि 'स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी' का उद्घाटन, रामानुजाचार्य की वर्तमान में जारी 1000वीं जयंती समारोह अर्थात 12 दिवसीय श्री रामानुज सहस्राब्दी समारोह का एक भाग है। इससे पहले, पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान आईसीआरआईएसएटी की 50वीं वर्षगांठ समारोह का शुभारंभ करेंगे। पीएम पौधा संरक्षण पर आईसीआरआईएसएटी के जलवायु परिवर्तन अनुसंधान केंद्र और ICRISAT की रैपिड जनरेशन एडवांसमेंट केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे।

संत रामानुजाचार्य की जीवन यात्रा

पीएमओ की ओर से बताया गया है कि कार्यक्रम के दौरान संत रामानुजाचार्य की जीवन यात्रा और शिक्षा पर थ्रीडी प्रेजेंटेशन (3D presentation) मैपिंग का भी प्रदर्शन होगा। प्रधानमंत्री 108 दिव्य देशम (सजावटी रूप से नक्काशीदार मंदिर) के समान मनोरंजनों का भी दौरा करेंगे। यह ''स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी'' के चारों ओर बने हैं। श्री रामानुजाचार्य ने राष्ट्रीयता, लिंग, नस्ल, जाति या पंथ की परवाह किए बिना हर इंसान की भावना के साथ लोगों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किया था।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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